shresth kahaniyaa

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Page 1: Shresth Kahaniyaa
Page 2: Shresth Kahaniyaa

प्रका�शकायशपा�ल जैन

मं त्री�, सस्ता� स�हि�त्य मं डलएन-७७, कान�ट सका� स, नई दि�ल्ल�-११०००१

●पा� चवी� बा�र : १९९९

प्रहिताय� : ३,०००मं(ल्य : रु० ८.००

●ल+जैर ट�इपास+टिंट.ग

बा0कामंन ल+ज़र ट�इपास+टिंट.ग, दि�ल्ल�-९२●

मं0द्रकाआई.बा�.एच, हिप्रन्टस�, मं�नसर6वीर पा�का� , श���र�

Page 3: Shresth Kahaniyaa

पा�ठकों� से�

जैस�हिका न�मं स+ पाता� चलता� �, इस पा0स्ताका मं7 �मंन+ स स�र का+ हिवीशष ल+खका: का; च0न� हुई का��हिनय� �= �>। य+ का��हिनय� ऐस� न�A �> हिका एका बा�र पाढ़कार पा0स्ताका का6 पाटका �7। य+ का��हिनय� बा�र-बा�र पाढ़न+ य6ग्य �>। इन्�7 पाढ़न+ मं7 जै�� आन � आता� �, वी�� जै�वीन का; बाहुता-स� आवीश्यका बा�ता: का+ स बा ध मं7 स6चन+ का� अवीसर भी� मिमंलता� �। प्र�य: सभी� का��हिनय: का+ पा�छे+ का6ई-न-का6ई ऊच� उद्दे+श्य �। हिवीश्व का+ मं��न ल+खका ट�ल्स्ट�य, ग6काN, स्ट=फन ज्विQवीग, खल�ल जिजैब्रा�न, च+ख6वी आदि�-आदि� न+, जिजैनका; रचन�ए पा�ठका इस पा0स्ताका मं7 पाढ़7ग+, का+ वील लिलखन+ का+ लिलए का��हिनय� न�A लिलखA उनका+ पा�स मं�नवी-जै�हिता का6 �+न+ का+ लिलए स �+श था�, इस�लिलए उन्�:न+ का��हिनय: का; रचन� का; �। �मं आश� कारता+ �> हिका सभी� पा�ठका, हिवीश+षकार �मं�र� नई पा�ढ़=, इन का��हिनय: का6 अवीश्य पाढ़+ग� और अपान+ जै�वीन का6 ढा�लन+ मं7 इनस+ प्र+रणा� ल+ग�।

-सेम्पा�दकों

Page 4: Shresth Kahaniyaa

अनु क्रम□

लिलय6 ट�ल्स्ट�य हिकातान� जैमं�न?खल�ल जिजैब्रा�न ता(फ�नस्ट=फन ज्विQवीग धरता� का; मंमंता�मंज्विZसमं ग6काN का6ल(श�य�लिशका; ��य�मं� एका थाल� स�मं7टअन्ता6न च+खवी हिगरहिगटल( स0न वी� अभी�ग�!य:ग-स( ओ प्रवी�स� लिचहि\य�अल+Zस�न्द्र पा0श्किश्कान ता�बा(तास�जैवी�शिंश.गटन इर्विंवी.ग दु:ख का� वी� जै�हिवीता स्मं�रका

□□

Page 5: Shresth Kahaniyaa

किकोंतनु� जम�नु ?

□ लि�यो� टा�ल्स्टा�यो

(कि�द्वा�नु ��खकों कों� इसे कोंहा�नु� से� महा�त्म� गां�#धी� बहुत प्रभा�कि�त हुए थे�। उन्हा�नु� इसेकों� अनु ��द गां जरा�त� म/

किकोंयो� थे� औरा इसेकों� बहुत-से� प्रकितयो�# पा�ठकों� म/ कि�तरिरात कोंरा�ई थे3। गां�#धी�ज� कों� अपारिराग्रहा लिसेद्धा�न्त कों� इसे कोंहा�नु� म/ बड़े� म�र्मिम8कों ढं#गां प्रकितपा�दनु हुआ हा;।

योहा�# हाम किहान्द< कों� योशस्�� ��खकों श्री� ज;नु�न्द्र कों म�राज� द्वा�रा� किकोंयो� हुआ भा���नु ��द द� राहा� हा@। इसेम/ उन्हा�नु� पा�त्रों� कों� नु�म बद� दिदयो� हा@ औरा रुसे� कों� जगांहा रा#गां भा� भा�रात�यो कोंरा दिदयो� हा;।

-सेम्पा�दकों)

�6 बा�न+ था�। बा\� का� कास्बा+ मं7 एका सa��गर स+ हिवीवी�� हुआ था�। छे6ट= �+��ता मं7 हिकास�न का+ घर ब्य�� था�।

बा\� का� अपान� छे6ट= बा�न का+ य�� आन� हुआ। हिनबाटका�र �6न: जैन� बाठd ता6 बा�ता: का� स(ता चल पा\�। बा\� अपान+ श�र का+ जै�वीन का; ता�र�फ कारन+ लग�, ‘‘�+ख6, का स+ आर�मं स+ �मं र�ता+ �>। फ> स� कापा\+ और ठ�ठ का+ स�मं�न! स्वी��-स्वी�� का; ख�न+-पा�न+ का; च�जै7, और हिफर तामं�श+-लिथाय+टर, बा�ग-बाग�च+!’’

छे6ट= बा�न का6 बा�ता लग गई। अपान� बा�र� पार उसन+ सa��गर का; जिंजै.�ग� का6 �+य बाता�य� और हिकास�न का� पाक्ष लिलय�। का��, ‘‘मं> ता6 अपान� जिंजै.�ग� का� ता0म्��र+ स�था अ�ल�-बा�ल� काभी� न कारु । �मं स�ध+-स��+ और रुख+-स+ र�ता+ �> ता6 Zय�, शिंच.ता�-हिफकार स+ ता6 छे( ट+ �>। ता0मं ल6ग सजै�-धजै� र�ता� �6, ता0म्��र+ य�� आमं�न� बाहुता �, ल+हिकान एका र6जै वी� सबा �वी� भी� �6 सकाता� �, जै�जै�। का��वीता �+ ��—‘��हिन-ल�भी �6ई जै0\वी� भी�ई।’ अZसर �6ता� � हिका आजै ता6 अमं�र � काल वी�� ट0का\+ का6 मं6�ता�जै �। पार �मं�र+ ग� वी का+ जै�वीन मं7 य� जै6खिखमं न�A �। हिकास�न� जिंजै.�ग� फ( ल� और लिचकान� न�A �=खता� ता6 Zय�, उमंर ल बा� �6ता� � और मं+�नता स+ तान्दुरुस्ता� भी� बान� र�ता� �। �मं मं�ल��र न का�ल�य+ग+: ल+हिकान �मं�र+ पा�स ख�न+ का; कामं� भी� काभी� न �6ग�।’’

बा\� बा�न न+ ता�न+ स+ का��, ‘‘बास-बास, पा+ट ता6 बाल और का0 त्ते+ का� भी� भीरता� �। पार वी� भी� का6ई जिंजै.�ग� �? ता0म्�7 जै�वीन का+ आर�मं, अ�बा और आनन्� का� Zय� पाता� �? ता0म्��र� मं�� जिजैतान� च��+ मं+�नता कार+, जिजैस ��लता मं7 ता0मं जै�ता+ �6, उस� ��लता मं7 मंर6ग+। वी�A च�र: तारफ ग6बार, भी0स, मिमंट्टी=! और य�� ता0म्��र+ बाच्चों: का; हिकास्मंता मं7 बा�� �।’’

छे6ट= न+ का��, ‘‘ता6 इसमं7 Zय� हुआ! �� , �मं�र� का�मं लिचकान�-च0पा\� न�A �>; ल+हिकान �मं7 हिकास� का+ आग+ झु0कान+ का; भी� जैरुरता न�A �। श�र मं7 ता0मं �जै�र ल�लच स+ मिघर� र�ता� �6। आजै न�A ता6 काल का; Zय� खबार �! काल ता0म्��र+ आ�मं� का6 पा�पा का6 ल6भी—जै0आ, शर�बा और दूसर� बा0र�इय� फ स� सकाता+ �>, ताबा घ\� भीर मं7 सबा बारबा�� �6 जै�यग�। Zय� ऐस� बा�ता7 अZसर �6ता� न�A �>?’’

घर का� मं�लिलका �=न� ओस�र+ मं7 पा\� औरता: का; य� बा�ता स0न र�� था�। उसन+ स6च� हिका बा�ता ता6 खर� �। बाचपान स+ मं� धरता� का; स+वी� मं7 �मं इतान+ लग+ र�ता+ �> हिका का6ई व्यथा� का; बा�ता �मं�र+ मंन मं7 घर न�A कार पा�ता� �। बास, � ता6 मं0श्किश्काल एका। वी� य� हिका �मं�र+ पा�स जैमं�न का�फ; न�A �। जैमं�न ख(बा �6 ता6 मं0झु+ हिकास� का� पारवी� न र�+, च��+ शता�न �� Zय: न �6!

वी�A का6न+ मं7 शता�न दुबाका� बाठ� था�। उसन+ सबाका0 छे स0न�। वी� ख0श था� हिकास�न का; बा�वी� न+ ग� वी का; बा\�ई कारका+ अपान+ आ�मं� का6 डAग पार चढ़ दि�य�। �+ख6 न, का�ता� था� हिका जैमं�न ख(बा �6 ता6 हिफर च��+ शता�न भी� आ जै�य, ता6 पारवी� न�A।

शता�न न+ मंन मं7 का�� हिका अच्छा� �जैरता, य�� फ सल� स��। मं> ता0मंका6 का�फ; जैमं�न दू ग� और �+खन� � हिका उस� स+ ता0मं मं+र+ च ग0ल मं7 �6ता+ �6 हिका न�A।

ग� वी का+ पा�स �� जैमंA��र� का; मं�लहिकान का; का6ठs था�। का6ई ता�न सa एका\ उनका; जैमं�न था�। उनका+ अपान+ आस�मिमंय: का+ स�था बा\+ अच्छा+ सम्बान्ध र�ता+ आय+ था+; ल+हिकान उन्�:न+ एका का�रिरन्�� रZख�, जै6 पा�ल+ फaजै मं7 र�� था�। उसन+ आकार ल6ग: पार जै0रमं�न+ ठ6कार+ श0रु कार दि�य+।

Page 6: Shresth Kahaniyaa

�=न� का� य� ��ल था� हिका वी� बाहुता+र� कारता�, पार काभी� ता6 उसका� बाल जैमंA��र� का; चर� मं7 पाहु च जै�ता�, काभी� ग�य बाहिगय� मं7 चरता� पा�ई जै�ता�। और न�A ता6 उनका; रख�ई हुई घ�स मं7 बालिछेय�-बाछे\� �� जै� मं0 � मं�रता+। �र बा�र �=न� का6 जै0मं��न� उठ�न� पा\ता�। जै0मं��न� ता6 वी� �+ता�, पार बा+मंन स+। वी� का0 नमं0न�ता� और लिचढ़� हुआ-स� घर पाहु चता� और अपान� स�र� लिचढ़ घर मं7 उता�रता�। पा(र+ मंaसमं का�रिंर.�+ का; वीजै� स+ उस+ ऐस� त्री�स भी0गतान� पा\�।

अगल+ जै�\: मं7 ग� वी मं7 खबार हुई हिका मं�लहिकान अपान� जैमं�न बा+च र�� �> और मं0 श� इकार�मंअल� स+ सa�+ का; बा�ताच�ता चल र�� �। हिकास�न+ स0नकार चaकात्री+ हुए। उन्�:न+ स6च� हिका मं0 श�जै� का; जैमं�न �6ग� ता6 वी� जैमंA��र का+ का�रिरन्�+ स+ भी� Qय��� सख्ता� कार7ग+ और जै0मं��न+ चढ़�वी7ग+ और �मं�र� ता6 ग0जैर-बासर इस� जैमं�न पार �।

य� स6चकार हिकास�न मं�लहिकान का+ पा�स गय+। का�� हिका मं0 श�जै� का6 जैमं�न न �=जिजैए। �मं उसस+ बाढ़ता� का;मंता पार ल+न+ का6 ताय�र �>। मं�लहिकान र�जै� �6 गईं।

ताबा हिकास�न: न+ का6लिशश का; हिका मिमंलकार ग� वी-पा च�यता का; तारफ स+ वी� सबा जैमं�न पार जै� स+ ता�हिका वी� सभी� का; बान� र�+। �6 बा�र इस पार हिवीच�र कारन+ का6 पा च�यता जै0\� पार फ सल� न हुआ। असल मं7 शता�न का; सबा कारता(ता था�। उसन+ उनका+ बा�च फ( ट ड�ल �= था�। बास, ताबा वी+ मिमंलकार हिकास� एका मंता पार आ �� न�A स+। ताय हुआ हिका अलग-अलग कारका+ �� वी� जैमं�न ल+ ल� जै�य। �र का6ई अपान+ हिबात्ते+ का+ हि�स�बा स+ ल+। मं�लहिकान पा�ल+ का; तार� इस बा�ता पार भी� र�जै� �6 गई।

इतान+ मं7 �=न� का6 मं�ल(मं हुआ हिका एका पा\6स� इकाट्ठी= पाच�स एका\ जैमं�न ल+ र�� � और जैमंA��रिरन र�जै� �6 गई �> हिका आध� रुपाय� अभी� नका� ल+ ल7, बा�का; स�ल भीर बा�� च0काता� �6 जै�यग�।

�=न� न+ अपान� स्त्री� स+ का�� हिका और जैन+ जैमं�न खर�� र�+ �। �मं7 भी� बा�स य� इतान+ एका\ जैमं�न ल+ ल+न� च�हि�ए। जै�न� वीस+ भी�र �6 र�� � और वी� का�रिर�� जै0मं��न+-पार-जै0मं��न+ कारका+ �मं7 बारबा�� �� कार �+ग�।

उन �6न: न+ मिमंलकार हिवीच�र हिकाय� हिका हिकास तारका;बा स+ जैमं�न खर��= जै�य। सa काल��र ता6 उनका+ पा�स बाच+ हुए रख+ था+। एका उन्�:न+ उमंर पार आय� अपान� बाछे\� बा+च ड�ल�। का0 छे मं�ल बा धका रZख�। अपान+ बा\+ बा+ट+ का6 मंजैदूर� पार चढ़�कार उसका; नaकार� का+ मंद्दे+ का0 छे रुपाय� पा+शग� ल+ लिलय�। बा�का; बाच� अपान� स्त्री� का+ भी�ई स+ उध�र ल+ लिलय�। इस तार� का6ई आध� रकामं उन्�:न+ इकाट्ठी= कार ल�।

इतान� कार+ �=न� न+ एका च�ल�स एका\ जैमं�न का� ट0का\� पास � हिकाय�, जिजैसमं7 का0 छे हि�स्स+ मं7 �रख्ता भी� ख\+ था+। मं�लहिकान का+ पा�स उसका� सa�� कारन+ पाहु च�। सa�� पाट गय� ओर वी�A-का+ -वी�A नका� उसन+ स�ई �+ �=। हिफर कास्बा+ मं7 जै�कार लिलख�-पाढ़= पाZका; कार ल�।

अबा �=न� का+ पा�स अपान� हिनजै� जैमं�न था�। उसन+ बा�जै खर��� और इस� अपान� जैमं�न पार बा6य�, इस तार� वी� अबा ख0� जैमंA��र �6 गय�।

इस तार� �=न� का�फ; ख0श��ल था�। उसका+ स न्ता6ष मं7 का6ई कामं� न र�ता�। अगर बास पा\6लिसय: का; तारफ स+ उस+ पा(र� चन मिमंल सकाता�। काभी�-काभी� उस+ ख+ता: पार पा\6लिसय: का+ मंवी+श� आ चरता+। �=न� न+ बाहुता हिवीनय का+ स�था समंझु�य�, ल+हिकान का0 छे फका� न�A हुआ। उसका+ बा�� और-ता6-और, घ6स� छे6कार+ ग� वी का; ग�य: का6 दि�न-���\+ उसका; जैमं�न मं7 छे6\ �+न+ लग+। र�ता का6 बाल ख+ता: का� न0कास�न कारता+। �=न� न+ उनका6 बा�र-बा�र हिनकालवी�य� और बा�र-बा�र उसन+ उनका+ मं�लिलका: का6 मं�फ हिकाय�। एका असz ताका वी� ध�रजै रZख+ र�� और हिकास� का+ खिखल�फ का�र�वी�ई न�A का;। ल+हिकान काबा ताका? आखिखर उसका� ध�रजै ट(ट गय� और उसन+ अ��लता मं7 �रख्वी�स्ता �=। मंन मं7 जै�नता� ता6 था� हिका मं0स�बाता का; वीजै� असल� य� � हिका और ल6ग: का+ पा�स जैमं�न का; कामं� �, जै�न-बा(झुकार �=न� का; सता�न+ का; मं श�� हिकास� का; न�A �। ल+हिकान उसन+ स6च� हिका इस तार� मं> नरमं� दि�ख�ता� जै�ऊ ग�, ता6 वी+ ल6ग श� पा�ता+ जै�य ग+ और मं+र+ पा�स जिजैतान� � सबा बारबा�� कार �7ग+। न�A उनका6 एका सबाका लिसख�न� च�हि�ए।

स6 उसन+ ठ�न ल�। एका सबाका दि�य�, दूसर�। नता�जै� य� हिका �6-ता�न हिकास�न: पार अ��लता स+ जै0मं��न� �6 गय�। इस पार ता6 पा�स-पा\6स का+ ल6ग �=न� स+ का;न� रखन+ लग+। अबा काभी�-काभी� जै�न-बा(झुकार भी� ता ग कारन+ का+ लिलए अपान+ मंवी+श� उसका+ ख+ता: मं7 छे6\ �+ता+। एका आ�मं� गय� और उस+ जैरुरता अगर घर मं7 ईंधन का; था�, ता6 उसन+ र�ता मं7 जै�कार स�ता पा(र+ श�शमं का+ �रख्ता का�ट हिगर�य+। �=न� न+ सवी+र+ घ(मंता+ हुए �+ख�

Page 7: Shresth Kahaniyaa

हिका पा+\ काट+ हुए पा\+ �। वी+ धरता� स+ सट+ �> और उनका; जैग� ख\+ ठ( ठ मं�न6 �=न� का6 लिचढ़� र�+ �>। �+खकार उसका6 ताश आ गय�।

उसन+ स6च� हिका अगर दुष्ट न+ एका य�� का� ता6 दूसर� दूर का� पा+\ का�ट� �6ता� ता6 भी� गन�मंता था�। ल+हिकान काम्बाख्ता न+ आसपा�स का+ सबा पा+\ का�टकार बाहिगय� का6 वी�र�न कार+ दि�य�। पाता� लग+ ता6 खबार लिलय+ हिबान� न छे6ड( । उसन+ जै�नन+ का+ लिलए लिसर ख0जैल�य� हिका य� कारता(ता हिकासका; �6 सकाता� �। आखिखर ताय हिकाय� हिका �6-न-�6, य� ध0न्नू( �6ग�। और का6ई ऐस� न�A कार सकाता�। य� स6च ध0न्नू( का; तारफ गय� गय� हिका श�य� का0 छे सबा(ता मिमंल जै�य, ल+हिकान वी�� का0 छे च6र� का� सबा(ता मिमंल� न�A और आपास मं7 का��-स0न� और ता+जै�-ता+जै� का+ लिसवी� का0 छे नता�जै� न हिनकाल�। ता6 भी� उस+ मंन+ मं7 पाZका� हिवीश्व�स �6 गय� हिका ध0न्नू( न+ य� हिकाय� � और जै�कार रपाट लिलख� �=। ध0न्नू( का; पा+श� हुई, मं�मंल� चल�। एका अ��लता स+ दूसर� अ��लता हुई। आखिखर मं7 ध0न्नू( बार� �6 गय�, Zय:हिका का6ई सबा(ता और गवी�� �� न�A था+। �=न� इस बा�ता पार और भी� झुल्ल� उठ� और अपान� ग0स्स� मंजिजैस्ट्रे+ट पार उता�रन+ लग�।

इस तार� �=न� का� अपान+ पा\6लिसय: और अफसर: स+ मंनमं0ट�वी �6न+ लग�, य�� ताका हिका उस+ घर मं7 भी� आग लग�न+ का; बा�ता7 स0न� जै�न+ लगA। ��ल� हिका �=न� का+ पा�स अबा जैमं�न Qय��� था� और जैमंA��र: मं7 उस� हिगनता� था�, पार ग� वी मं7 और पा+च: मं7 पा�ल�-स� उसका� मं�न न र� गय� था�।

इस� बा�च अफवी�� उ\� हिका का0 छे ल6ग ग� वी छे6\-छे6\कार का�A जै6 र�+ �>।�=न� न+ स6च� हिका मं0झु+ ता6 अपान� जैमं�न छे6\न+ का; जैरुरता � �� न�A। ल+हिकान और का0 छे ल6ग अगर

ग� वी छे6\7ग+ ता6 चल6, ग� वी मं7 भी�\ �� कामं �6ग�। मं> उनका; जैमं�न ख0� ल+ ल( ग�। ताबा Qय��� ठsका र�+ग�। अबा ता6 जैमं�न का; का0 छे ता ग� मं�ल(मं �6ता� �।

एका दि�न �=न� घर का+ ओस�र+ मं7 बाठ� हुआ था� हिका एका पार�+स�-स� हिकास�न उधर स+ ग0जैरता� हुआ उसका+ घर उतार�। वी� वी�� र�ता-भीर ठ�र� और ख�न� भी� वी�A ख�य�। �=न� न+ उसस+ बा�ताच�ता का; हिका भी�ई, का�� स+ आ र�+ �6? उसन+ का�� �रिरय� सतालजै का+ पा�स स+ आ र�� हूं । वी�� बाहुता का�मं �। हिफर एका मं7 स+ दूसर� बा�ता हिनकाल� और आ�मं� न+ बाता�य� हिका उस तारफ नई बास्ता� बास र�� �। उस+ अपान+ ग� वी का+ काई और ल6ग वी�� पाहु च+ �>। वी+ स6स�यट= मं7 श�मिमंल �6 गय+ �> और �र+का का6 बा�स एका\ जैमं�न मं0फ्ता मिमंल� �। जैमं�न ऐस� उम्�� � हिका उस पार ग+हूं का; पा�ल� फसल जै6 हुई ता6 आ�मं� स+ ऊ च� उस� बा�ल7 गईं और इतान� घन� हिका �र� ता का+ एका का�ट मं7 एका पा(ल� बान जै�य। एका आ�मं� का+ पा�स ख�न+ का6 ��न+ न था+। ख�ल� ��था वी�� पाहु च�। अबा उसका+ पा�स �6 ग�य7, छे: बाल और भीर� खलिल��न अलग।

�=न� का+ मंन मं7 भी� अभिभील�ष� पा�� हुई। उसन+ स6च� हिका मं> य�� ता ग स कार�-स� जैग� मं7 पा\� Zय� कार र�� हूं , जैबाहिका दूसर� जैग� मंaका� ख0ल� पा\� �। य�� का; जैमं�न, घर-बा�र बा+च-बा�चकार नका�= बान� वी�A Zय: न पाहु च( और नय+ लिसर+ स+ श0रु कारका+ �+ख( ? य�� ल6ग: का; हिगचहिपाता हुई जै�ता� �। उसस+ दि�Zकाता �6ता� � और तारZका; रुकाता� �, ल+हिकान पा�ल+ ख0� जै�कार मं�ल(मं कार आन� च�हि�ए हिका Zय� बा�ता �, स6 बारस�ता का+ बा�� ताय�र� कार+ वी� चल दि�य�। पा�ल+ र+ल मं7 गय�। हिफर सका\: मं�ल बालग�\� पार और पा�ल सफर कारता� हुआ सतालजै का+ पा�रवी�ल� जैग� पार पाहु च�। वी�� �+ख� हिका जै6 उस आ�मं� न+ का�� था�, सबा सच �। सबाका+ पा�स ख(बा जैमं�न �। �र+का का6 सरका�र का; तारफ स+ बा�स-बा�स एका\ जैमं�न मिमंल� हुई �, य� जै6 च��+ खर�� सकाता� �। और ख(बा� य� हिका काaहि\य: का+ मं6ल जिजैतान� च��+, जैमं�न और भी� ल+ सकाता� �।

सबा जैरुर� बा�ता7 मं�ल(मं कार+ �=न� जै�\: स+ पा�ल+-पा�ल घर लaट आय�। आकार �+श-छे6\न+ का; बा�ता स6चन+ लग�। नफ+ का+ स�था उसन+ सबा जैमं�न बा+च ड�ल�। घर-मंका�न, मंवी+श�-ड गर सबाका; नका�= बान� ल� और पा च�यता स+ इस्ता�फ� �+ दि�य� और स�र+ का0 नबा+ का6 स�था ल+ सतालजै-पा�र का+ लिलए रवी�न� �6 गय�।

�=न� पारिरवी�र का+ स�था उस जैग� पाहु च गय�। जै�ता+ �� एका बा\+ ग� वी का; पा च�यता मं7 श�मिमंल �6न+ का; अजै� �=। पा च: का; उसन+ ख(बा ख�हितार का; और ��वीता7 ��। जैमं�न का� पाट्टी� उस+ स�जै मिमंल गय�। मिमंल�-जै0ल� जैमं�न मं7 स+ उस+ और उसका+ बा�ल-बाच्चों: का+ इस्ता+मं�ल का+ लिलए पा� च हि�स्स+ य�न� सa एका\ जैमं�न उसका6 �+ �= गई। वी� सबा इकाट्ठी= न�A था�, काई जैग� ट0का\+ था+। अल�वी� इसका+ पा च�यता� चर�ग�� भी� उसका+ लिलए ख0ल� कार दि�य� गय�। �=न� न+ जैरुर� इमं�रता7 अपान+ लिलए ख\� का� और मंवी+श� खर�� लिलय+। श�मंल�ता जैमं�न मं7 स+ �� अबा उसका6 इतान� मिमंल गय� था� हिका पा�ल+ स+ हिताग0न�, और जैमं�न उपाजै�ऊ था�। वी� पा�ल+ स+ काई ग0न� ख0श��ल �6 गय�। उस पा�स चर�ई का+ लिलए ख0ल� मं��न-का�-मं��न पा\� था� और जिजैतान+ च��+ वी� ढा6र रख सकाता� था�।

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पा�ल+ ता6 वी�� जैमंन+ और मंका�न-वीका�न बानवी�न+ का� उस+ रस र��। वी� अपान+ स+ ख0श था� और उस+ गवी� मं�ल(मं �6ता� था�। पार जैबा वी� इस ख0श��ल� का� आ�= �6 गय� ता6 उस+ लगन+ लग� हिका य�� भी� जैमं�न का�फ; न�A �; ओर �6ता� ता6 अच्छा� था�। पा�ल+ स�ल उसन+ ग+हूं बा0वी�य� और जैमं�न न+ अच्छा= फसल �=। वी� हिफर ग+हूं �� बा6ता+ जै�न� च��ता� था�, पार उस+ लिलए और पा\ता� जैमं�न का�फ; न था�। जै6 एका बा�र फसल �+ च0काता� था�, वी� उस+ तारफ एका स�था �6बा�र� ग+हूं न�A �+ता� था�। एका य� �6 स�ल उसस+ ग+हूं ल+ सकाता+ था+, हिफर जैरुर� �6ता� था� हिका धरता� का6 आर�मं दि�य� जै�य। बाहुता ल6ग ऐस� जैमं�न च��न+वी�ल+ था+, ल+हिकान सबाका+ लिलए आता� का�� स+? इसस+ बा��बा�= और खAच�ता�न� �6ता� था�। जै6 स पान्नू था+, वी+ ग+हूं उग�न+ का+ लिलए जैमं�न च��ता+ था+। जै6 गर�बा था+, वी+ अपान� जैमं�न स+ जैस+-तास+ पास� वीस(ल कारन� च��ता+ था+, ता�हिका टZस वीगर� अ�� कार सका7 । �=न� और ग+हूं बा6न� च��ता� था�। इसलिलए एका स�ल का+ लिलए हिकार�य+ पार उसन+ और जैमं�न ल+ ल�। ख(बा ग+हूं बा6य� और फसल भी� ख(बा हुई। ल+हिकान जैमं�न ग� वी स+ दूर पा\ता� था� और गल्ल� मं�ल: दूर स+ ग�\� मं7 भीर-भीरकार ल�न� �6ता� था�। का0 छे दि�न: बा�� �=न� न+ �+ख� हिका का0 छे बा\+-बा\+ ल6ग अलग फ�म्र ड�ल कार र�ता+ �> और वी� ख(बा पास� कामं� र�+ �>। उसन+ स6च� हिका आगर मं> इकाट्ठी= का�यमं� जैमं�न ल+ ल( और वी�A घर बास�कार रहूं ता6 बा�ता �� दूसर� �6 जै�य।

इस तार� इकाट्ठी= और का�यमं� जैमं�न खर��न+ का� सवी�ल बा�र-बा�र उसका+ मंन मं7 उठन+ लग�।ता�न स�ल इस तार� हिनकाल गय+। �=न� जैमं�न हिकार�य+ पार ल+ता� और ग+हूं बा6ता�। मंaसमं ठsका गय+,

का�श्ता अच्छा= हुई और उस पा�स मं�ल जैमं� �6न+ लग�। वी� इस� तार� स ता6ष स+ बाढ़ता� जै� सकाता� था�, ल+हिकान �र स�ल और ल6ग: स+ जैमं�न हिकार�य+ पार ल+न+ और उसका+ लिलए का6लिशश और लिसर��� कारन+ का+ का�मं स+ वी� थाका गय� था�। जै�� जैमं�न अच्छा= �6ता�, वी�A ल+न+ वी�ल+ �a\ पा\ता+। इसस+ बाहुता चaकास-चaकात्री� और �6लिशय�र न र�� जै�ता� ता6 जैमं�न मिमंलन� अस भीवी था�। य� एका पार+श�न� का; बा�ता था�। हितासपार ता�सर+ स�ल ऐस� हुआ हिका �=न� न+ एका मं��जैन का+ स�झु+ मं7 का0 छे का�श्ताका�र: स+ एका जैमं�न हिकार�य+ मं7 ल�। जैमं�न ग6\ कार ताय�र �6 च0का; था� हिका का0 छे आपास मं7 तान�तान� �6 गई और हिकास�न ल6ग झुग\� ल+कार अ��लता पाहु च+। अ��लता+ स+ हिफर मं�मंल� हिबाग\ गय� और का;-कार�ई मं+�नता बा+का�र गई।

�=न� न+ स6च� हिका अगर का�A जैमं�न मं+र� का�यमं� मिमंश्किल्कायता का; �6ता� ता6 मं> आजै�� �6ता� और Zय: य� पाच\� बानता� और बाख+\ बाढ़ता�?

उस दि�न स+ वी� जैमं�न का+ लिलए हिनग�� रखन+ लग�। आखिखर एका हिकास�न मिमंल�, जिजैसन+ एका �जै�र जैमं�न खर��= था�, ल+हिकान पा�छे+ उसका; ��लता स भील न सका;। अबा मं0स�बाता मं7 पा\कार वी� उस+ सस्ता� �+न+ का6 ताय�र था�। �=न� न+ बा�ता उसस+ चल�ई और सa�� कारन� श0रु हिकाय�। आ�मं� मं0स�बाता मं7 था�, इसस+ �=न� भी�वी-�र मं7 कामं� कारन+ लग�। आखिखर का;मंता एका �जै�र रुपाय+ ताय पा�ई। का0 छे नग� �+ दि�य� जै�य, बा�का; हिफर। सa�� पाZका� �6 गय� था� हिका एका सa��गर अपान+ घ6\+ का+ ��न+-पा�न� का+ लिलए उस+ घर का+ आग+ ठ�र�। उसस+ �=न� का; बा�ताच�ता जै6 हुई ता6 सa��गर न+ का�� हिका मं> नमं��� न�= का+ उस पा�र स+ चल� आ र�� हूं । वी�� १५०० एका\ उम्�� जैमं�न का0 ल पा� च सa रुपाय+ मं7 मं>न+ खर��= था�। स0नकार �=न� न+ उसस+ और सवी�ल पा(छे+। सa��गर न+ का��:

‘‘बा�ता य� � हिका अफसर-चaधर� स+ मं+ल-मं0ल�का�ता कारन+ का� हुनर च�हि�ए। सa स+ Qय��� रुपाय+ ता6 मं>न+ र+शमं� कापा\+ और गल�च+ �+न+ मं7 खच� हिकाय+ �:ग+। हिफर शर�बा, फल-मं+वी: का; ड�लिलय� , च�य-स+ट वीगर� का+ उपा��र अलग। नता�जै� य� हिका फ; एका\ मं0झु+ जैमं�न आन: का+ भी�वी पा\ गई।’’का�कार सa��गर न+ अपान+ �स्ता�वी+जै सबा �=न� का+ स�मंन+ कार दि�य+।

हिफर का��, ‘‘जैमं�न ऐन न�= का+ हिकान�र+ � और स�र+-का�-स�र� हिकाता� इकाट्ठी� �। उपाजै�ऊ इतान� हिका Zय� पा(छे6।’’

�=न� न+ इस पार उत्स0काता�पा(वी�का सa��गर स+ सवी�ल-पार-सवी�ल हिकाय+। उसन+ बाता�य�: ‘‘वी�� इतान� जैमं�न �, इतान� हिका ता0मं मं��न: चल6 ता6 पा(र� न �6। वी�� का+ ल6ग ऐस� स�ध+ �>, जैस+

भी+\ और जैमं�न समंझु6, मं0फ्ता का+ भी�वी ल+ सकाता+ �6।’’�=न� न+ स6च�, य� ठsका र�+ग�। भील� मं> अबा �जै�र एका\ का+ लिलए �जै�र रुपाय� Zय: फ स�ऊ ? अगर वी�� जै�कार इतान� रुपाय� जैमं�न मं7 लग�ऊ , ता6 य�� स+ काई ग0न� Qय��� जैमं�न मं0झु+ पा\

जै�यग�।

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�=न� न+ पा(छेता�छे का; हिका उस जैग� का स+ जै�य� जै�य? सa��गर न+ सबा बाताल� दि�य�। वी� चल� गय� ता6 �=न� न+ भी� अपान� ताय�र� श0रु का;। बा�वी� का6 का�� हिका घर �+खन�-भी�लन� और ख0� एका आ�मं� स�था ल+, य�त्री� का6 हिनकाल पा\�। र�स्ता+ मं7 एका श�र मं7 ठ�रकार, वी�� स+ च�य का+ डब्बा+, शर�बा और इस� तार� और उपा��र का; च�जै7, जै6 सa��गर न+ बाता�ई थाA, ल+ लA। हिफर �6न: बाढ़ता+ गय+, बाढ़ता+ गय+। चलता+-चलता+ आखिखर स�तावी7 र6जै वी�� पाहु च+, जै�� स+ का6ल ल6ग: का; बास्ता� श0रु �6ता� था�। उसन+ �+ख� हिका सa��गर न+ जै6 बा�ता बाता�ई था�, वी� स�� था�। �रिरय� का+ पा�स जैमं�न-��-जैमं�न था�। सबा ख�ल�। य+ ल6ग उसस+ का�मं न ल+ता+ था+। कापा\+ य� लिसरका; का+ ताम्बा( मं7 र�ता+, लिशका�र कारता+, मंवी+श� पा�लता+ और ऐस+ �� मंaजै कारता+ था+। न+ र6ट= बान�न� जै�नता+ था+, न अन�जै उग�न� स�ख� था�। दूध का� छे�छे-मंठ� बान�ता+, पान�र बान�ता+ और उस� एका तार� का; शर�बा भी� ताय�र कार ल+ता+ था+। य+ सबा का�मं औरता7 कारता�। मं�� ख�न+-पा�न+ और फ0 स�ता का+ वीक्त चन का; बा स� बाजै�न+ मं7 र�ता+। वी+ ल6ग मंजैबा(ता और स्वीस्थ था+ और का�मं-ध�मं का+ न�मं हिबान� का0 छे हिकाय+ मंगन र�ता+ था+। अपान+ स+ बा��र उन्�7 का0 छे पाता� न था�। पाढ़न�-लिलखन� जै�नता+ न�A था+ और हि�न्�= ताका न�A जै�नता+ था7 पार था+ भील+-स�ध+ स्वीभी�वी का+ । �=न� का6 �+खता+ �� वी+ अपान+ ताम्बा0ओं स+ हिनकाल आय+ और उसका+ च�र: तारफ जैमंघट लग�कार ख\+ �6 गय+। उनमं7 स+ एका दुभी�हिषय+ का; मं�फ� ता �=न� न+ बाता�य� हिका मं> जैमं�न का; ख�हितार आय� हूं । वी+ ल6ग बा\+ ख0श मं�ल(मं हुए। बा\� आवीभीगता का+ स�था वी+ उस+ अपान+ अच्छा+-स-अच्छा+ ड+र+ मं7 ल+ गय+। वी�� का�ल�न पार हिबाछे+ गद्दे+ पार हिबाठ�य� ओर ख0� न�च+ च�र: ओर मिघसकार बाठ गय+। उस+ पा�न+ का6 च�य �= और ��रु भी�। उसका; मं+�मं�न� मं7 बाढ़-बाढ़कार ��वीता हुई। �=न� न+ भी� ग�\� मं7 स+ अपान+ पा�स स+ भी7ट का; च�जै7 हिनका�ल� और सबाका6 था6\�-था6\� च�य बा� ट=। का6ल ल6ग बा\+ ख0श था+। उन्�:न+ आपास मं7 इए अजैनबा� का; बा�बाता ख(बा चच�� का;। हिफर दुभी�हिषय+ स+ का�� हिका मं+�मं�न का6 सबा समंझु� �6।

दुभी�हिषय+ न+ का�� हिका य+ ल6ग का�न� च��ता+ �> हिका �मं आपाका+ आन+ स+ ख0श �>। �मं�र+ य�� का� का�य�� � हिका मं+�मं�न का; ख�हितार जै6 �मंस+ बान सका+ , कार7। आपाका; का� पा� का+ �मं का� ताज्ञ �>। बाताल�इए हिका �मं�र+ पा�स काaन-स� च�लजै �, जै6 आपाका6 सबास+ पास � �>, ता�हिका �मं उस�स+ आपाका; ख�हितार कार सका7 ।

�=न� न+ जैवी�बा दि�य� हिका जिजैस च�जै का6 �+खकार मं> बाहुता ख0श हूं , वी� आपाका; जैमं�न �। �मं�र+ य�� जैमं�न का; कामं� � और वी� उपाजै�ऊ भी� इतान� न�A �6ता�, ल+हिकान य�� उसका� का6ई पा�र न�A � और वी� जैमं�न उपाजै�ऊ भी� ख(बा �। मं>न+ ता6 अपान� आ ख: स+ य�� -जैस� धरता� दूसर� �+ख� न�A।

दुभी�हिषय+ न+ �=न� का; बा�ता अपान+ ल6ग: का6 समंझु� �=। का0 छे �+र वी+ आपास मं7 सल�� कारता+ र�+। �=न� समंझु न�A सकाता� हिका वी+ Zय� का� र�+ �>। ल+हिकान उसन+ �+ख� हिका वी+ बाहुता ख0श मं�ल(मं �6ता+ �, बा\+ � स र�+ �> और जै6र-जै6र स+ बा6ल र�+ �>। अन तार वी+ च0पा हुए और �=न� का; तारफ �+खन+ लग+।

हिफर आपास मं7 बा�ता कारन+ लग+। मं�ल(मं पा\� हिका जैस+ उनमं7 का0 छे दुहिवीध� �। �=न� न+ पा(छे� हिका उन ल6ग: मं7 अबा हिकास बा�ता का; अटका �। दुभी�हिषय+ न+ बाता�य� हिका उनमं7 का0 छे का; र�य � हिका सर��र स+ जैमं�न �+न+ का+ बा�र+ मं7 और पा(छे ल+न� च�हि�ए, गर-��जिजैर� मं7 का0 छे कार ड�लन� ठsका न�A �। दूसर: का� खय�ल � हिका इस बा�ता मं7 सर��र का+ लaटन+ का; र�� �+खन+ का; जैरुरता न�A �, जैर�-स� ता6 बा�ता �।

य� हिवीवी�� चल र�� था� हिका एका आ�मं� बा\�-स� बा�ल��र ट6पा� पा�न+ वी�� आ पाहु च�। सबा च0पा �6कार उसका+ स म्मं�न मं7 ख\+ �6 गय+। दुभी�हिषय+ न+ का�� हिका य�� �मं�र+ सर��र �।

�=न� न+ फaरन अपान+ स�मं�न मं7 स+ एका बादिढ़य� लबा�� हिनका�ल� और च�य का� एका बा\� हिडब्बा�, और अन्य च�जै7 सर��र का6 भी7ट का�। सर��र न+ भी7ट स्वी�का�र का; और अपान+ आसन पार आ बाठ�। बाठता+ �� का6ल ल6ग: न+ उसस+ का0 छे का�न� श0रु हिकाय�। सर��र का0 छे �+र स0नता� र��, हिफर उसन+ उन्�7 च0पा र�न+ का� इश�र� हिकाय�। उस+ बा�� �=न� का; तारफ मं0ख�हिताबा �6कार हि�न्दुस्ता�न� मं7 का��:

‘‘इन भी�इय: न+ जै6 का��, ठsका �। जिजैतान� जैमं�न च��+ च0न ल6। �मं�र+ य�� उसका� घ�ट� न�A �।’’�=न� न+ स6च� हिका मं> मंनच��+ जिजैतान� जैमं�न का स+ ल+ सकाता� हूं । पाZका� कारन+ का+ लिलए �स्ता�वी+जै

वीगर� भी� ता6 च�हि�ए, न�A ता6 जैस+ आजै इन्�:न+ का� दि�य� हिका य� ता0म्��र� �, पा�छे+ वीस+ �� उस+ ल+ भी� सकाता+ �>।

प्रकाट मं7 उसन+ का��, ‘‘आपाका; �य� का+ लिलए मं> का� ताज्ञ हूं । आपाका+ पा�स बाहुता धरता� � और मं0झु+ था6\�-स� च�हि�ए। ल+हिकान मं0झु+ भीर6स� �6न� च�हि�ए हिका मं+र� अपान� छे6ट� ट0का\� काaन-स� � और य� हिका वी� मं+र� �� �। Zय� ऐस� न�A �6 सता� हिका जैमं�न का6 न�पा लिलय� जै�य और उतान� ट0का\� हिफर मं+र+ �वी�ल+

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कार दि�य� जै�य? मंरन�-जै�न� ईश्वर का+ ��था � और स स�र मं7 य�� चZकार चलता� �। आपा �य�वी�न ल6ग ता6 मं0झु+ य� �+ता+ �>, पार �6 सता� � हिका पा�छे+ आपाका; औल�� उस�का6 वी�पास ल+ ल+न� च��+ ताबा?’’

सर��र न+ का��, ‘‘ता0म्��र� बा�ता ठsका �। जैमं�न ता0म्��र+ �वी�ल+ �� कार �= जै�यग�।’’�=न� न+ का��, ‘‘स0न� �, य�� एका सa��गर आय� था�। उसका6 भी� आपान+ जैमं�न �= था� और उस

बा�बाता का�गजै पाZका� कार दि�य� था�। वीस+ �� मं> च��ता� हूं हिका का�गजै पाZका� �6 जै�य।’’सर��र समंझु गय�।बा6ल�, ‘‘�� , जैरुर। य� ता6 आस�न� स+ �6 सकाता� �। �मं�र+ य�� एका मं0 श� �, कास्बा+ मं7 चलकार

लिलख�-पाढ़= पाZका; कार ल� जै�यग� और रजिजैस्ट्रे= �6 जै�यग�।’’�=न� न+ पा(छे�, ‘‘का;मंता का; �र Zय� �6ग�?’’‘‘�मं�र� �र ता6 एका �� �। एका दि�न का+ एका �जै�र रुपाय+।’’�=न� समंझु� न�A। बा6ल�, ‘‘दि�न! दि�न का� हि�स�बा य� का स� �? य� बाता�इय+ हिकातान+ एका\?’’सर��र न+ का��, ‘‘य� सबा हिगनन�-हिगन�न� �मंस+ न�� �6ता�। �मं ता6 दि�न हिका हि�स�बा स+ बा+चता+ �>,

जिजैतान� जैमं�न एका दि�न मं7 पा�ल चलकार ता0मं न�पा ड�ल6, वी�� ता0म्��र�। और का;मंता � �� दि�नभीर का; एका �जै�र।’’

�=न� अचरजै मं7 पा\ गय� का��, ‘‘एका दि�न मं7 ता6 बाहुता-स� जैमं�न का6 घ+र� जै� सकाता� �।’’सर��र � स�। बा6ल�, ‘‘�� , Zय: न��। बास, वी� सबा ता0म्��र�। ल+हिन एका शता� �। अगर ता0मं उस�

दि�न, उस� जैग� न आ गय+, जै�� स+ चल+ था+, ता6 का;मंता जैब्ता समंझु� जै�यग�।’’‘‘ल+हिकान मं0झु+ पाता� का स+ चल+ग� हिका मं> इस जैग� स+ चल� था�।’’‘‘Zय:, �मं सबा स�था चल7ग+ और जै�� ता0मं ठ�रन+ का6 का�6ग+, ठ�र+ र�7ग+। उस जैग� स+ श0रु

कारन� और वी�A लaट आन�। स�था फ�वी\� ल+ ल+न�। जै�� जैरुर� स(मंझु�, हिनश�न लग� दि�य�। �र मं6\ पार एका गड्ढा� हिकाय� और उस पार घ�स का6 जैर� ऊ च� लिचन दि�य�। पा�छे+ हिफर �मंल6ग चल7ग+ और �ल स+ इस हिनश�न स+ उस हिनश�न ताका ��बान्�= खAच �7ग+। अबा दि�न भीर मं7 जिजैतान� च��6, बाड+-स+-बा\+ चZकार ता0मं लग� सकाता+ �6। पार स(रजै लिछेपान+ स+ पा�ल+ जै�� स+ चल+ था+, वी�� आ पाहु चन�। जिजैतान� जैमं�न ता0मं इस तार� न�पा ल6ग+, वी� ता0म्��र� �6 जै�यग�।’’

�=न� ख0श हुआ। ताय हुआ हिका अगल+ सवी+र+ �� चलन� श0रु कार दि�य� जै�यग�। हिफर का0 छे गपाशपा हुई, ख�न�-पा�न� हुआ। ऐस+ �� कारता+-कार�ता+ र�ता �6 गई। �=न� का+ लिलए उन्�:न+ ख(बा आर�मं का� पार: का� हिबास्तार लग� दि�य� और वी+ ल6ग र�ताभीर का+ लिलए हिवी�� �6 गय+। का� गय+ हिका पाa फटन+ स+ पा�ल+ �� वी+ आ जै�य ग+, ता�हिका स(रजै हिनकालन+ स+ पा�ल+-पा�ल+ मं0का�मं पार पाहु च जै�य� जै�य।

�=न� अपान+ पार: का+ हिबास्तार+ पार ल+ट� ता6 र��, पार उस+ नA� न+ आई। र�-र�कार वी� जैमं�न का+ बा�र+ मं7 स6चन+ लगता� था�:

‘‘चलकार मं> हिकातान� जैमं�न न�पा ड�ल( का0 छे दिठका�न� �! एका दि�न मं7 पा>ता�स मं�ल ता6 आस�न� स+ कार �� ल( ग�। दि�न आजैकाल ल बा+ �6ता+ �> और पा>ता�स मं�ल!—हिकातान� जैमं�न उसमं7 आ जै�यग�! उसमं7 स+ घदिटय� वी�ल� ता6 बा+च दू ग� य� हिकार�य+ पार उठ� दू ग�, ल+हिकान जै6 च0न� हुई बादिढ़य� �6ग� वी�� अपान� फ�म्र बान�ऊ ग�। �6 �जै�न ता6 बाल हिफल��ल का�फ; �:ग+। �6 आ�मं� भी� रखन+ �:ग+। का6ई ड+ढ़ सa एका\ मं7 ता6 का�श्ता कारु ग�। बा�का; चर�ई का+ लिलए।’’

�=न� र�ताभीर पा\� जैमं�न-आसमं�न का+ का0 ल�बा+ मिमंल�ता� र��। �+र-र�ता का�A था6\� नA� आई। आ ख झुपा� �6ग� हिकास� का+ बा��र स+ खिखलखिखल�कार � सन+ का; आवी�जै उसका+ का�न: मं7 आई। अचरजै हुआ हिका य� काaन �6 सकाता� �? उठकार बा��र आकार �+ख� हिका का6ल ल6ग: का� वी� सर��र �� बा��र बाठ� जै6र-जै6र स+ � स र�� �। � स� का+ मं�र+ अपान� पा+ट पाका\ रZख� �। पा�स जै�कार �=न� न+ पा(छेन� च���, ‘‘आपा ऐस+ � स Zय: र�+ �>?’’ ल+हिकान अभी� पा(छे पा�य� न�A था� हिका �+खता� Zय� � हिका वी�� सर��र ता6 � न�A, बाश्किल्का वी� सa��गर बाठ� �, जै6 अभी� का0 छे दि�न पा�ल+ उस+ अपान+ �+श मं7 मिमंल� था� ओर जिजैसन+ इस जैमं�न का; बा�ता बाता�ई था�। ताबा �=न� उसस+ पा(छेन+ का6 हुआ हिका य�� ता0मं का स+ �6 और काबा आय+? ल+हिकान �+ख� ता6 वी� सa��गर भी� न�A, बाश्किल्का वी�� पा0र�न� हिकास�न � जिजैसन+ मं0द्देता हुई ताबा सतालजै-पा�र का; जैमं�न का� पाता� दि�य� था�। ल+हिकान हिफर जै6 �+खता� � ता6 वी� हिकास�न भी� न�A �, बाश्किल्का ख0� शता�न �, जिजैसका+ ख0र �> और

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सAग �। वी�� वी�� बाठ� ठट्टी� मं�रकार � स र�� �। स�मंन+ उसका+ एका आ�मं� पा\� हुआ �—न ग+ पार, बा�न पार बास एका का0 त्ते��-ध6ता�। जैमं�न पार वी� आ�मं� औंध+ मं0 � बा+��ल पा\� �। �=न� न+ सपान+ मं7 �� ध्य�न स+ �+ख� हिका ऐस� पा\� हुआ आ�मं� काaन � और का स�? �+खता� Zय� � हिका वी� आ�मं� दूसर� का6ई न�A, ख0� �=न� �� � और उसका; जै�न हिनकाल च0का; �। य� �+खकार मं�र+ डर का+ वी� घबार� गय�। इतान+ मं7 उस� आ ख ख0ल गई।

उठकार स6च� हिका सपान+ मं7 आ�मं� जै�न+ Zय�-Zय� वी�हि�य�ता बा�ता7 �+ख जै�ता� �। अ ��! य� स6चकार मं0 � मं6उ़ �रवी�जै+ का+ बा��र झु� काकार जै6 �+ख� ता6 सवी+र� �6न+वी�ल� था�। स6च�, समंय �6 गय�। उन्�7 अबा जैग� �+न� च�हि�ए। चलन+ मं7 �+र ठsका न�A।

वी� ख\� �6 गय� और ग�\� मं7 स6ता+ हुए अपान+ आ�मं� का6 जैग�य�। का�� हिका ग�\� ताय�र कार6। ख0� का6ल ल6ग: का6 बा0ल�न+ चल दि�य�।

जै�कार का��, ‘‘सवी+र� �6 गय� �। जैमं�न न�पान+ चल पा\न� च�हि�ए।’’ का6ल ल6ग सबा उठ+ और इकाट्ठी+ हुए। सर��र भी� आ गय+। चलन+ स+ पा�ल+ उन्�:न+ च�य का; ताय�र� का; और �=न� का6 च�य का+ लिलए पा(छे�। ल+हिकान च�य मं7 �+र �6न+ का� खय�ल कार उसन+ का��, ‘‘अगर जै�न� � ता6 �मंका6 चल �+न� च�हि�ए। वीक्त बाहुता �6 गय�।’’

का6ल ताय�र हुए और सबा चल पा\+। का0 छे घ6\+ पार, का0 छे ग�\� मं7। �=न� नaकार का+ स�था अपान� छे6ट= बा�ल� मं7 सवी�र था�। फ�वी\� उसन+ स�था रख लिलय� था�। ख0ल+ मं��न मं7 जैबा पाहु च+, ता\का� फ( ट �� र�� था�। पा�स एका ऊ च� ट+का\� था�, पा�र ख0ल� हिबाछे� मं��न। ट+का\� पार पाहु चकार ग�\�-घ6\: स+ सबा उतार आय+ और एका जैग� जैमं� हुए। सर��र न+ हिफर आग+ जै�न+ हिकातान� दूर ताका फ ल+ मं��न का; तारफ ��था उठ�कार �=न� स+ का�� हिका �+खता+ �6, जै�� ताका य� सबा, आ ख जै�ता� � वी�� ताका, �मंल6ग: का; जैमं�न �। उसमं7 जिजैतान� ता0मं च��:, ल+ ल6।

�=न� का; आ ख7 चमंका उठd। धरता� एका�मं अछे( ता� पा\� था�। �था+ल� का; तार� �मंवी�र और मं0ल�यमं। का�ल� ऐस� हिका हिबानaल�। और जै�� का�A जैर� हिनच�न था�, वी�� छे�ता�-छे�ता� जिजैतान� तार�-तार� का; �रिरय�ल� छे�ई था�।

सर��र न+ अपान+ लिसर का; र6ए ��र ट6पा� उता�र� और धरता� पार रख �=। का�� ‘‘य� हिनश�न र��। य�� स+ चल6 और य�� आ जै�ओ। जिजैतान� जैमं�न चल ल6ग+, वी�A ता0म्��र�।’’

�=न� न+ भी� रुपाय+ हिनका�ल+ और ट6पा� पार हिनगकार रख दि�य+। हिफर उसन+ पा�न� हुआ अपान� का6ट उता�र ड�ल� और ध6ता� का6 कास लिलय�। अ ग6छे+ मं7 र6ट= रZख�, आस्ता�न: चढ़�ई, पा�न� का� बान्�6बास्ता हिकाय�, आ�मं� स+ फ�वी\� लिलय�, और चलन+ का6 ताय�र ख\� �6 गय�। का0 छे क्षणा स6चता� र� गय� हिका हिकास तारफ का6 चलन� बा+�तार �6ग�। सभी� तारफ का� ल�लच था�।

उसन+ ताय हिकाय� हिका आग+ �+ख� जै�यग�। पा�ल+ ता6 स�मंन+ स(रजै का; तारफ �� चल� चल( । एका बा�र पा(रबा का; ओर मं0 � कारका+ ख\� �6 गय�, अ ग\�ई ल+कार बा�न का; स0स्ता� �ट�ई और धरता� का+ हिकान�र+ स(रजै का+ मं0 � चमंका�न+ का� इ ताजै�र कारन+ लग�।

स6चन+ लग� हिका मं0झु+ वीक्त न�A ख6न� च�हि�ए और ठ ड-ठ ड मं7 र�स्ता� अच्छा� पा�र �6 सकाता� �। स(रजै का; पा�ल� हिकारणा का� उनका; ओर आन� था� हिका �=न�, का ध+ पार फ�वी\� स भी�ल, ख0ल+ मं��न मं7 का�मं बाढ़�कार चल दि�य�।

श0रु मं7 वी� न ध�मं+ चल�, न ता+जै। �जै�र-एका गजै चलन+ पार वी� ठ�र�। वी�� एका गड्ढा� हिकाय� और घ�स ऊ च� लिचन �= हिका आस�न� स+ �=ख सका+ । हिफर आग+ बाढ़�। उस+ बा�न+ मं7 फ0 ता� आ गई। उसन+ च�ल ता+जै कार �=। का0 छे �+र बा�� दूसर� गड्ढा� ख6��।

अबा पा�छे+ मं0\कार �+ख�। स(रजै का; ध(पा मं7 ट+का\� स�फ �=खता� था�। उस पार आ�मं� ख\+ था+ और ग�\� का+ पाहि�य: का+ आर+ ताका चमंकाता+ �=खता+ था+। अ ��जैन ता�न मं�ल ता6 वी� आ गय� �6ग�। ध(पा मं7 ता�पा आता� जै�ता� था�। का0 ताz पार स+ बा�स्काट उता�रकार उसन+ का ध+ पार ड�ल ल� और हिफर चल पा\�। अबा ख�स� गमं� �6न+ लग�। उसन+ स(रजै का; तारफ �+ख�। वीक्त �6 गय� था� हिका का0 छे ख�न+-पा�न+ का; भी� स6च� जै�ता�।

‘‘एका पा�र ता6 बा�ता गय�। ल+हिकान दि�न मं7 च�र पा�र �6ता+ �>। अ ��, अभी� जैल्�= �। ल+हिकान जै(ता+ उता�र ड�ल( ।’’ य� स6च उसन+ जै(ता+ उता�रकार अपान� ध6ता� मं7 ख:स लिलय+ और बाढ़ चल�। अबा चलन� आस�न था�।

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स6च�, ‘‘अभी� ता�न-एका मं�ल ता6 और भी� चल� चल( । ताबा दूसर� दि�श� ल( ग�। का स� उमं�� जैग� �। इस+ ��था स+ जै�न+ �+न� हि�मं�काता �; ल+हिकान Zय� अजैबा बा�ता � हिका जिजैतान� आग+ बाढ़6, उतान� जैमं�न एका-स+-एका बाढ़कार मिमंलता� �।’’

का0 छे �+र वी� स�ध� बाढ़� चल�। हिफर पा�छे+ मं0\कार �+ख� ता6 ट+का\� मं0श्किश्काल स+ �=ख पा\ता� था� और उस पार का+ आ�मं� र7गता� चAट=-स+ मं�ल(मं �6ता+ था+ और वी�� ध(पा मं7 जै�न+ Zय� का0 छे चलता� हुआ-स� �=ख पा\ता� था�।

�=न� न+ स6च�, ‘‘ओ�, मं> इधर का�फ; बाढ़ आय� हूं । अबा लaटन� च�हि�ए।’’ पास�न� बा+�� आ र�� था� और प्य�स भी� लग आई था�।

य�� ठ�रकार उसन+ गड्ढा� हिकाय�, ऊपार घ�स का6 ढा+र लिचन दि�य�। उसका+ बा�� पा�न� पा�कार स�ध� बा�ई। तारफ मं0\ गय�। चलता� चल� गय�, चलता� चल� गय�। घ�स ऊ च� था� और गरमं� बाढ़ र�� था�। वी� थाकान+ लग�। उसन+ स(रजै का; तारफ �+ख�। लिसर पार �6पा�र �6 आई था�।

स6च�, अबा जैर� आर�मं कार ल+न� च�हि�ए। वी� बाठ गय�। र6ट= हिनका�लकार ख�ई और का0 छे पा�न� हिपाय�। ल+ट� न�A हिका का�A नA� न आ जै�य। इस तार� का0 छे �+र बाठ, हिफर आग+ बाढ़ चल�।

पा�ल+ ता6 चलन� आस�न हुआ। ख�न+ स+ उसमं7 �मं आ गय� था�। ल+हिकान गरमं� ता�ख� �6 चल� और आ ख: मं7 उसका+ ऊ घ-स� आन+ लग�। ता6 भी� वी� चलता� �� चल� गय�। स6च� हिका ताकाल�फ घ\�-�6-घ\� का; �, आर�मं जिंजै.�ग� भीर का� �6 जै�यग�।

इस तार� भी� उसन+ का�फ; लम्बा� र�� न�पा�। वी� बा�ईं तारफ मं0\न+ वी�ल� �� था� हिका आग+ जैमं�न उपाजै�ऊ दि�ख�ई �=। उसन+ स6च� हिका इस ट0का\+ का6 छे6\न� ता6 मं(ख�ता� �6ग�। य�� सन� का; बा�\� ऐस� उग+ग� हिका Zय� का�न�! य� स6च उसन+ उस ट0का\+ का6 भी� न�पा ड�ल� और पा�र आकार गड्ढा+ का� हिनश�न बान� दि�य�। हिफर दूसर� तारफ मं0\�। जै6 ट+का\� का; तारफ �+ख� ता6 ता�पा का+ मं�र+ �वी� का� पाता�-स� मं�ल(मं हुई। उस का पाका पा� का+ ध0 धका�र+ मं7 स+ वी� ट+का\� का; जैग� मं0श्किश्काल स+ च�न्� पा\ता� था�।

�=न� न+ स6च� हिका क्ष+त्री का; य+ �6 भी0जै�ए मं>न+ Qय��� मं>न+ न�पा ड�ल� �। अबा इधर का0 छे कामं �� र�न+ दू । वी� ता+जै का�मं: स+ ता�सर� तारफ बाढ़�। उसन+ स(रजै का6 �+ख�। स(रजै का6ई �6-हिता��ई। अपान� चZकार का�ट च0का� था�। मं0का�मं स+ अभी� वी� �स मं�ल दूर था�। उसन+ स6च� हिका छे6\� जै�न+ भी� �6। मं+र� जैमं�न का; एका बा�जै( छे6ट= र� जै�यग� ता6 छे6ट= स��। ल+हिकान अबा स�ध� लका;र मं7 मं0झु+ वी�पास चलन� च�हि�ए। जै6 ऐस+ का�A दूर हिनकाल गय�। ता6 बा�जै� गई। अर+, इतान� �� जैमं�न Zय� था6\� �!

य� स6च �=न� न+ वी�� ता�सर+ गड्ढा+ का� हिनश�न ड�ल दि�य� और ट+का\� का; तारफ मं0 � कार ठsका उस� स�ध मं7 चल दि�य�।

न�का का; स�ध बा� धकार सवी� ट+का\� का; तारफ चल�। ल+हिकान अबा चलता+ मं0श्किश्काल �6ता� था�। ध(मं उसका� सता ल+ च0का; था�। न ग+ पार जैग�-जैग� काट और लिछेल गय+ था+ और ट� ग7 जैवी�बा �+ र�� थाA। जैर� आर�मं कारन+ का� उसका� जै� हुआ, ल+हिकान य� का स+ �6 सकाता� था�? स(रजै लिछेपान+ स+ पा�ल+ उस+ वी�� पाहु च जै�न� था�। स(रजै हिकास� का; बा�ट �+खता� बाठ� न�A र�ता�! वी� पाल-पाल न�च+ ढाल र�� था�।

उसका+ मंन मं7 स6च �6न+ लग� हिका मं0झुस+ बा\� भी(ल हुई। मं>न+ इतान+ पार पास�र+ Zय:? अगर का�A वीक्त ताका न पाहु च� ता6?

उसन+ हिफर ट+का\� का; तारफ �+ख�, हिफर स(रजै का; तारफ। मं0का�मं स+ अभी� वी� दूर था� और स(रजै धरता� का+ पा�स झु(का र�� था�।

�=न� जै�-ता6ड चलन+ लग�। चलन+ मं7 स� स फ( लता� और कादिठन�ई �6ता� था�; ल+हिकान ता+जै-पार ता+जै का�मं वी� रखता� गय�। बाढ़� चल�, ल+हिकान जैग� अबा भी� दूर बान� था�। य� �+ख उसन+ भी�गन� श0रु हिकाय�। का ध+ स+ वी�स्काट फ7 का �=, जै(ता+ दूर �ट�ए, ट6पा� अलग का;,बास स�था मं7 हिनश�न लग�न+ का+ लिलए वी� �ल्का� फ�वी\� र�न+ दि�य�।

र�-र�कार स6च �6ता� हिका मं> Zय� कारु ? मं>न+ हिबास�ता स+ बा��र च�जै �लिथाय�न� च���। उसमं7 बान� का�मं हिबाग\� जै� र�� �। अबा स(रजै लिछेपान+ स+ पा�ल+ मं> वी�� का स+ पाहु च( ग�? इस स6च और डर का+ का�रणा वी� और �� फन+ लग�। वी� पास�न�-पास�न� �6 र�� था�, ध6ता� ग�ल� �6कार

लिचपाका; जै� र�� था� और मं0 � स(ख गय� था�। ल+हिकान हिफर भी� वी� भी�गता� �� जै�ता� था�। छे�ता� उसका; ल0��र

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का; ध�कान� का; तार� चल उठs, दि�ल भी�तार �थाa\+ का; च6ट-स� ध\कान+ लग�। उधर ट� ग+ बा+बास हुई जै� र�� थाA। �=न� का6 डर हुआ हिका इस थाका�न का+ मं�र+ का�A हिगरकार ढा+र �� न �6 जै�य।

��ल य� था�, पार रुका वी� न�A सका�। इतान� भी�गकार भी� अगर मं> जैबा रूका( ग� ता6 वी+ सबा ल6ग मं0झु पार � स+ग+ और बा+वीका( फ बान�य ग+, इसलिलए उसन+ �a\न� न छे6\� �a\+ �� गय�। आग+ का6ल ल6ग: का; आवी�जै स0न पा\ता� था�। वी+ उसका6 जै6र जै6र स+ का�कार बा0ल� र�+ था+। इन आवी�जै: पार उसका� दि�ल और स0लग उठ�। अपान� आखिखर� ता�काता समं+ट वी� �a\�।

स(रजै धरता� स+ लग� जै� र�� था�। हितारछे= र6शन� का+ का�रणा वी� ख(बा बा\� और लहूं-स� ल�ल �=ख र�� था�। वी� अबा ड(बा�, अबा ड(बा�। स(रजै बाहुता न�च+ पाहु च गय� था�। ल+हिकान �=न� भी� जैग� का+ हिबाल्का0 ल हिकान�र+ आ लग� था�। ट+का\� पार ��था हि�ल�-हि�ल�कार बाढ़�वी� �+ता+ हुए का6ल ल6ग उस+ स�मंन+ दि�ख�ई �+ता+ था+। अबा ता6 जैमं�न पार रZख� वी� ट6पा� भी� �=खन+ लग�, जिजैस पार उसका; रकामं भी� रZख� था�। वी�� बाठ� सर��र भी� दि�ख�ई दि�य�- वी� पा+ट पाका\+ � स र�� था�।

�=न� का6 सपान+ का; य�� �6 आई। उसन+ स6च� हिका ��य, जैमं�न ता6 का�फ; न�पा ड�ल� �, ल+हिकान Zय� ईश्वर मं0झु+ उसका6 भी6गन+ का+ लिलए

बाचन+ �+ग�? मं+र� जै�न ता6 गई �=खता� �। मं> मं0का�मं ताका अबा न�A पाहु च सका( ग�। �=न� न+ �सरता-भीर� हिनग�� स+ स(रजै का; तारफ �+ख� स(रजै धरता� का6 छे( च0का� था�। वी� बाच�-ख0च� अपान� शलिक्त स+ आग+ बाढ़� । कामंर झु0का�कार भी�ग�, जैस+ हिका ट� ग7 स�था न �+ता� �:। ट+का\� पार पाहु चता+-पाहु चता+ अ ध+र� �6 आय� था�। उसन+ ऊपार �+ख�-स(रजै लिछेपा च0का� था�। उसका+ मं0 � स+ एका च�ख–स� हिनकाल गई, "ओ�, मं+र� स�र� मं+�नता व्यथा� गई!"-य� स6चकार वी� थामंन+ का6 हुआ, ल+हिकान उस+ स0न पा\� हिका ख\+ �> और उन्�7 स(रजै अबा भी� �=ख र�� �6ग�। स(रजै लिछेपा� न�A �, अगचz मं0झुका6 न�A �=खता�। य� स6चकार उसन+ ल बा� स� स खAच� और ट+का\� पार आ ख मं( �कार �a\�। च6ट= पार अभी� ध(पा था�। पा�स पाहु च� और स�मंन+ ट6पा� �+ख�। बार�बार सर��र बाठ� वी�A पा+ट पाका\+ � स र�� था�। �=न� का6 हिफर अपान� सपान� य�� आय� और उसका+ मं0 � स+ च�ख हिनकाल पा\�। ट� ग: न+ जैवी�बा �+ दि�य�।

वी� मं0 � का+ बाल आग+ का6 हिगर� और उसका+ ��था ट6पा� ताका जै� पाहु च+। "ख(बा ! ख(बा !" सर��र न+ का��, "�+ख6, उसन+ हिकातान� जैमं�न ल+ ड�ल� !" �=न� का� नaकार �a\� आय� और उसन+ मं�लिलका का6 उठ�न� च���। ल+हिकान �+खता� Zय� � हिका मं�लिलका का+

मं0 � स+ ख(न हिनकाल र�� �। �=न� मंर च0का� था�। का6ल ल6ग �य� स+ और व्य ग्य स+ � सन+ लग+। नaकार न+ फ�वी\� लिलय� और �=न� का+

लिलए काब्रा ख6�= और उसमं7 लिलट� दि�य�। लिसर स+ पा� वी ताका का0 ल छे: फ0 ट जैमं�न उस+ का�फ; हुई। ● -भा���नु ��दकों ज;नु�न्द्र कों म�रा

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तDफा�नु

□ख��� जिजब्रा�नु

य(स(फ अल-फ�ख़र� का; आय0 ताबा ता�स वीष� का; था�, जैबा उन्�:न+ स स�र का6 त्य�ग दि�य� और उत्तेर� ल+बान�न मं7 वी� का�+स� का; घ�ट= का+ समं�पा एका एका� ता आश्रमं मं7 र�न+ लग+। आपापा�स का+ �+��ता: मं7 य(स0फ का+ बा�र+ मं7 तार�-तार� का; हिकावी�न्तिन्ताय� स0नन+ मं7 आता� थाA। काइय: का� का�न� था� हिका वी+ एका धन�-मं�न� पारिरवी�र का+ था+ और हिकास� स्त्री� स+ प्र+मं कारन+ लग+ था+, जिजैसन+ उनका+ स�था हिवीश्व�सघ�ता हिकाय�। अता: (जै�वीन स+) हिनर�श �6 उन्�:न+ एका�न्तावी�स ग्र�णा कार लिलय�। का0 छे ल6ग: का� का�न� था� हिका वी+ एका काहिवी था+ और का6ल��लपा(णा� नगर का6 त्य�गकार वी+ इस आश्रमं मं7 इसलिलए र�न+ लग+ हिका य�� (एका�न्ता मं7) अपान+ हिवीच�र: का6 स कालिलता कार सका7 और अपान� ईश्वर�य प्र+रणा�ओं का6 छेन्�6बाद्ध कार सका7 । पारन्ता0 काइय: का� य� हिवीश्व�स था� हिका वी+ एका र�स्यमंय व्यलिक्त था+ और उन्�7 अध्य�त्मं मं7 �� स ता6ष मिमंलता� था�, यद्यहिपा अमिधका� श ल6ग: का य� मंता था� हिका वी+ पा�गल था+।

जै�� ताका मं+र� सम्बान्ध �, इस मंन0ष्य का+ बा�र+ मं7 मं> हिकास� हिनश्चय पार न पाहु च पा�य�, Zय:हिका मं> जै�नता� था� हिका उसका+ हृ�य मं7 का6ई ग�र� र�स्य लिछेपा� �, जिजैसका ज्ञ�न काल्पान�-मं�त्री स+ प्र�प्ता न�A हिकाय� जै� सकाता�। एका अरस+ स+ मं> इस अन6ख+ मंन0ष्य स+ भी+ट कारन+ का; स6च र�� था�। मं>न+ अन+का प्रका�र स+ इनस+ मिमंत्रीता� स्थ�हिपाता कारन+ का� प्रय�स हिकाय�; इसलिलए हिका मं> इनका; वी�स्ताहिवीकाता� का6 जै�न सका( और य� पा(छेकार हिका इनका+ जै�वीन का� Zय� ध्य+य �, इनका; का��न� का6 जै�न ल( । हिकान्ता0 मं+र+ सभी� प्रय�स हिवीफल र�+। जैबा मं> प्रथामं बा�र उनस+ मिमंलन+ गय� ता6 वी+ ल+बान�न का+ पाहिवीत्री �+वी��र: का+ जै गल मं7 घ(स र�+ था+। मं>न+ उन्�7 च0न+ हुए शब्�: का; स0न्�रतामं भी�ष� मं7 उनका� अभिभीवी��न हिकाय�, हिकान्ता0 उन्�:न+ उत्तेर मं7 जैर�-स� लिसर झु0का�य� और लम्बा+ डग भीरता+ हुए आग+ हिनकाल गय+।

दूसर� बा�र मं>न+ उन्�7 आश्रमं का+ एका छे6ट+-स+ अ ग(र: का+ बाग�च+ का+ बा�च मं7 ख\+ �+ख�। मं> हिफर उनका+ हिनकाट गय�। और इस प्रका�र का�ता+ हुए उनका� अभिभीनन्�न हिकाय�, "�+��ता का+ ल6ग का�� कारता+ �> हिका इस आश्रमं का� हिनमं��णा चa��वीA मं7 स�रिरय�-हिनवी�लिसय: का+ एका सम्प्र��य न+ हिकाय� था�। Zय� आपा इसका+ इहिता��स का+ बा�र+ मं7 का0 छे जै�नता+ �?"

उन्�:न+ उ��स�न भी�वी मं7 उत्तेर दि�य�, "मं> न�A जै�नता� हिका उस आश्रमं का6 हिकासन+ बानवी�य� और सन �� मं0झु+ य� जै�नन+ का; पारवी� �।" उन्�:न+ मं+र� ओर स+ पा�ठ फ+ र जैल� और बा6ल+, "ता0मं अपान+ बा�पा-���: स+ Zय: न�A पा(छेता+, जै6 मं0झुस+ अमिधका बा(ढ़+ �> और जै6 इन घ�दिटय: का+ इहिता��स स+ मं0झुस+ का�A अमिधका पारिरलिचता �>?"

अपान+ प्रय�स का6 हिबाल्का0 ल �� व्यथा� समंझुकार मं> लaट आय�। इस प्रका�र �6 वीष� व्यता�ता �6 गय+। उस हिनर�ल+ मंन0ष्य का; झुZका; जिजैन्�ग� न+ मं+र+ मंश्किस्ताष्का मं7 घर कार

लिलय� और वी� बा�र-बा�र मं+र+ सपान: मं7 आ-आकार मं0झु+ ता ग कारन+ लग�। शर�� ऋता0 मं7 एका दि�न, जैबा मं> य(स0फ-अल फ़ा�खर�का+ आश्रमं का+ पा�स का; पा��हि\य: ताथा� घ�दिटय: मं7

घ(मंता� हिफर र�� था�, अच�नका एका प्रचण्ड आ ध� और मं(सल�ध�र वीष�� न+ मं0झु+ घ+र लिलय� और ता(फ�न मं0झु+ एका ऐस� न�वी का; भी� हिता इधर-स+-उधर भीटका�न+ लग�, जिजैसका; पातावी�र ट(ट गई �6 और जिजैसका� मंस्ता(ल स�गर का+ ता(फ�न� झुका6र: स+ लिछेन्नू-भिभीन्नू �6 गय� �6। बा\� कादिठन�ई स+ मं>न+ अपान+ पार: का6 य(स0फ स��बा का+ आश्रमं का; ओर बाढ़�य� और मंन-��-मंन स6चन+ लग�, "बा\+ दि�न: का; प्रता�क्ष� का+ बा�� य� एका अवीसर ��था लग� �। मं+र+ वी�� घ0सन+ का+ लिलए ता(फ�न एका बा��न� बान जै�यग� और अपान+ भी�ग+ हुए वीस्त्री: का+ का�रणा मं> वी�� का�फ; समंय ताका दिटका सका( ग�।"

जैबा मं> आश्रमं मं7 पाहु च� ता6 मं+र� ज्विस्थहिता अत्यन्ता �� �यन�य �6 गई था�। मं>न+ आश्रमं का+ द्वा�र का6 खटखट�य� ता6 जिजैनका; ख6जै मं7 मं> था�, उन्�:न+ �� द्वा�र ख6ल�। अपान+ एका ��था मं7 वी� ऐस+ मंरणासन्नू पाक्ष� का6 लिलय+ हुए था+, जिजैसका+ लिसर मं7 च6ट आई था� और पा ख काट गय+ था+। मं>न+ य� का�कार उनका; अभ्यथा�न� का;,"का� पाय� मं+र+ इस हिबान� आज्ञ� का+ प्रवी+श और काष्ट का+ लिलए क्षमं� कार7। अपान+ घर स+ बाहुता दूर ता(फ�न मं7 मं> बा0र� तार� फ स गय� था�।"

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त्यaर� चढ़�कार उन्�:न+ का��, " इस हिनजै�न वीन मं7 अन+का ग0फ� ए �>, जै�� ता0मं शरणा ल+ सकाता+ था+।" हिकान्ता0 जै6 भी� �6, उन्�:न+ द्वा�र बान्� न�A हिकाय�। मं+र+ हृ�य का; ध\कान पा�ल+ स+ �� बाढ़न+ लग�; Zय:हिका श�घ्र �� मं+र� सबास+ बा\� तामंन्नू� पा(णा� �6न+ जै� र�� था�। उन्�:न+ पाक्ष� का+ लिसर का6 अत्यन्ता �� स�वीध�न� स+ स�ल�न� श0रु हिकाय� और इस प्रका�र अपान+ एका ऐस+ ग0णा का6 प्रकाट कारन+ लग+, जै6 मं0झु+ अहिता हिप्रय था�। मं0झु+ इस मंन0ष्य का+ �6 प्रका�र का+ पारस्पर हिवीर6ध� ग0णा-�य� और हिनष्ठु0 रता�-का6 एका स�था �+खकार आश्चय� �6 र�� था�। �मं7 ज्ञ�ता हुआ हिका �मं ग�र� हिनस्ताब्धता� का+ बा�च ख\+ �। उन्�7 मं+र� उपाज्विस्थहिता पार क्रो6ध आ र�� था� और मं> वी�� ठ�र+ र�न� च��ता� था�।

ऐस� प्रता�ता �6ता� � हिका उन्�:न+ मं+र+ हिवीच�र: का6 भी� पा लिलय�, Zय:हिका उन्�:न+ ऊपार (आका�श) का; ओर �+ख� और का��, "ता(फ�न स�फ � और खट्टी� (बा0र+ मंन0ष्य का�) मं� स ख�न� न�A च��ता�। ता0मं इसस+ बाचन� Zय: च��ता+ �6?"

का0 छे व्य ग्य स+ मं>न+ का��, "�6 सकाता� �, ता(फ�न खट्टी= और नमंका;न वीस्ता0ए न ख�न� च��ता� �6, हिकान्ता0 प्रत्य+का पा��था� का6 वी� ठण्\� ताथा� शलिक्त��न बान� �+न+ पार ता0ल� � और हिनस्स �+� य� वी� मं0झु+ हिफर स+ पाका\ ल+ग� ता6 अपान+ मं7 समं�य+ हिबान� न छे6\+ग�।"

उनका+ च+�र+ का� भी�वी य� का�ता+-का�ता+ अत्यन्ता काठ6र �6 गय�, "यदि� ता(फ�न न+ ता0म्�7 हिनगल लिलय� �6ता� ता6 ता0म्��र� बा\� सम्मं�न हिकाय� �6ता�, जिजैसका+ ता0मं य6ग्य भी� न�A �6।"

मं>न+ स्वी�का�रता+ हुए का��, "�� श्र�मं�न ! मं> इस�लिलए ता(फ�न स+ लिछेपा गय� हिका का�A ऐस� सम्मं�न न पा� जै�ऊ , जिजैसका+ हिका मं> य6ग्य �� न�A हूं ।"

इस च+ष्ट� मं7 हिका वी+ अपान+ च+�र+ पार का; मं0स्का�न मं0झुस+ लिछेपा� सका7 , उन्�:न+ अपान� मं0 � फ+ र लिलय�। ताबा वी+ अ ग�ठs का+ पा�स रख� हुई एका लका\� का; बा7च का; ओर बाढ़+ और मं0झुस+ का�� हिका मं> हिवीश्र�मं कारु और अपान+ वीस्त्री: का6 स(ख� ल( । अपान+ उल्ल�स का6 मं> बा\� कादिठन�ई स+ लिछेपा� सका�।

मं>न+ उन्�7 धन्य�वी�� दि�य� और स्थ�न ग्र�णा हिकाय�। वी+ भी� मं+र+ स�मंन+ �� एका बा7च पार, जै6 पात्थर का6 का�टकार बान�ई गई था�, बाठ गय+। वी+ अपान� उ गलिलय: का6 एका मिमंट्टी= का+ बारतान मं7, जिजैसमं7 एका प्रका�र का� ता+ल रख� हुआ था�, बा�र-बा�र ड0बा6न+ लग+ और उस पाक्ष� का+ लिसर ताथा� पा ख: पार मंलन+ लग+।

हिबान� ऊपार का6 �+ख+ �� बा6ल+, "शलिक्तश�ल� वी�य0 न+ इस पाक्ष� का6 जै�वीन-मं�त्य0 का+ बा�च पात्थर: पार �+ मं�र� था�।",

ता0लन�-स� कारता+ हुए मं>न+ उत्तेर दि�य�, "और भीय�नका ता0फ�न न+ इसस+ पा�ल+ हिका मं+र� लिसर चकान�च(र �6 जै�य और मं+र+ पार ट(ट जै�य मं0झु+ भीटका�कार आपाका+ द्वा�र पार भी+जै दि�य�।" गम्भी�रता�पा(वी�का उन्�:न+ मं+र� ओर �+ख� और बा6ल+, "मं+र� ता6 य�� च�� � हिका मंन0ष्य पाभिक्षय: का� स्वीभी�वी अपान�य+ और ता(फ�न मंन0ष्य का+ पार ता6\ ड�ल+; मंन0ष्य का� झु0का�वी भीय और का�यरता� का; ओर � और जैस+ �� वी� अन0भीवी कारता� � हिका ता(फ�न जै�ग गय� �, य� र+गता+-र7गता+ ग0फ�ओं और ख�इय: मं7 घ0स जै�ता� �। अपान+ का6 लिछेपा� ल+ता� �>।"

मं+र� उद्दे+श्य था� हिका उनका+ स्वीता: स्वी�का� ता एका�न्तावी�स का; का��न� जै�न ल( । इस�लिलए मं>न+ उन्�7 य� का�कार उत्ते+जिजैता हिकाय�, "�� ! पाक्ष� का+ पा�स ऐस� सम्मं�न और स��स �, जै6 मंन0ष्य का+ पा�स न�A। मंन0ष्य हिवीध�न ताथा� स�मं�जिजैका आच�र: का+ स�य+ मं7 वी�स कारता� �, जै6 उसन+ अपान+ लिलए स्वीय बान�य+ �>: हिकान्ता0 पाक्ष� उस� स्वीतान्त्री –श�श्वता हिवीध�न का+ अध�न र�ता+ �>, जिजैसका+ का�रणा पा�थ्वी� स(य� का+ च�र: ओर र�स्ता+ पार हिनरन्तार घ(मंता� र�ता� �।"

उनका+ न+त्री और च+�र� चमंकान+ लग+, मं�न: मं0झुस+ उन्�:न+ एका समंझु��र लिशष्य का6 पा� लिलय� �6। वी+ बा6ल+, "अहिता स0न्�र ! यदि� ता0म्�+ स्वीय अपान+ शब्�: पार हिवीश्व�स � ता6 ता0म्�7 सभ्यता� और उसका+ दूहिषता हिवीध�न ताथा� अहिता प्र�च�न पारम्पर�ओं का6 ता0रन्ता �� त्य�ग �+न� च�हि�ए और पाभिक्षय: का; तार� ऐस+ श(न्य स्थ�न मं7 र�न� च�हि�ए, जै�� आका�श और पा�थ्वी� का+ मं��न हिवीध�न का+ अहितारिरक्त का0 छे भी� न �6।

"हिवीश्व�स रखन� एका स0न्�र बा�ता �; हिकान्ता0 उस हिवीश्व�स का6 प्रय6ग मं7 ल�न� स��स का� का�मं �। अन+का मंन0ष्य ऐस+ �>, जै6 स�गर का; गजै�न का+ समं�न च�खता+ र�ता+ �>, हिकान्ता0 उनका� जै�वीन ख6खल� और प्रवी����न �6ता� � जैस+ हिका स\ता� हुई �ल-�ल, और अन+का ऐस+ �>, जै6 अपान+ लिसर: का6 पावी�ता का; च6ट= स+ भी� ऊपार उठ�य+ चलता+ �>, हिकान्ता0 उनका; आत्मं�ए कान्�र�ओं का+ अन्धका�र मं7 स6ता� पा\� र�ता� �>।"

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वी+ का� पाता+ हुए अपान� जैग� स+ उठ+ और पाक्ष� का6 खिख\का; का+ ऊपार एका ता� हिकाय+ हुए कापा\+ पार रख आय+। ताबा उन्�:न+ का0 छे स(ख� लकाहि\य� अ ग�ठs मं7 ड�ल ��। और बा6ल+, "अपान+ जै(ता: का6 उता�र �6 और अपान+ पार: का6 स7का ल6, Zय:हिका भी�ग+ र�न� आ�मं� का+ स्वी�स्थय का+ लिलए ��हिनका�रका �। ता0मं अपान+ वीस्त्री: का6 ठsका स+ स(ख� ल6 और आर�मं स+ बाठ6।"

य(स0फ स��बा का+ इस हिनरन्तार आहिताथ्य न+ मं+र� आश�ओं का6 उभी�र दि�य�। मं> आग का+ और समं�पा खिखसका गय� और मं+र+ भी�ग+ का0 रता+ स+ पा�न� भी�पा बानकार उ\न+ लग�। जैबा वी� भी(र+ आका�श का6 हिन��रता+ हुए ड्यो6ढ़= पार ख\+ र�+ मं+र� मंश्किस्ताष्का उनका+ आन्तारिरका र�स्य: का6 ख6जैता� �a\ र�� था�। मं>न+ एका अनजै�न का; तार� उनस+ पा(छे�, "Zय� आपा बाहुता दि�न: स+ य�� र� र�+ �?"

मं+र� ओर �+ख+ हिबान� �� उन्�:न+ श�न्ता स्वीर मं7 का��, "मं> इस स्थ�न पार ताबा आय� था�, जैबा य� पा�थ्वी� हिनर�का�र ताथा� श(न्य था�, जैबा इसका+ र�स्य: पार अन्धका�र छे�य� हुआ था�, और ईश्वर का; आत्मं� पा�न� का; स ता� पार तारता� था�।"

य� स(नकार मं> अवी�का� र� गय�। क्ष0ब्ध और अस्ता-व्यस्ता ज्ञ�न का6 समं+टन+ का� स घष� कारता+ हुए मंन-��-मंन मं> बा6ल�, "हिकातान+ अजै�बा व्यलिक्त �> य+ और हिकातान� कादिठन � इनका+ वी�स्ताहिवीकाता� का6 पा�न� ! हिकान्ता0 मं0झु+ स�वीध�न� का+ स�था, ध�र+-ध�र+ और स ता6ष रखकार ताबाताका च6ट कारन� �6ग�, जैबाताका इनका; मं(काता� बा�ताच�ता मं7 न बा�ल जै�य और इनका+ हिवीलिचत्रीता� समंझु मं7 न आ जै�य!"

र�हित्री अपान� अन्धका�र का; च��र उन घ�दिटय: पार फ ल� र�� था�। मंतावी�ल� ता(फ�न शिंच.घ�\ र�� था� और वीष�� बाढ़ता� �� जै� र�� थाA। मं> स6चन+ लग� हिका बा�इहिबाल वी�ल� बा�ढ़ चतान्य का6 नष्ट कारन+ और ईश्चर का; धरता� पार स+ मंन0ष्य का; ग �ग� का6 ध6न+ का+ लिलए हिफर स+ आ र�� �।।

ऐस� प्रता�ता �6न+ लग� हिका तात्वी: का; क्रो�न्तिन्ता न+ य(स0फ स��बा का+ हृ�य मं7 एका ऐस� श�न्तिन्ता उत्पान्नू का; �, जै6 प्र�य: स्वीभी�वी पार अपान� असर छे6\ जै�ता� � और एका�न्ताता� का6 प्रसन्नूता� स+ प्रहिताहिबाम्बिम्बाता कार जै�ता� �। उन्�:न+ �6 मं6मंबाभित्तेय� स0लग�यA और ताबा मं+र+ सम्मं0ख शर�बा का; एका स0र��� और एका बा\� ताश्तार� मं7 र6ट= मंZखन, जैता(न का+ फल,मंध0 और का0 छे स(ख+ मं+वी+ ल�कार रZख+। ताबा वी� मं+र+ पा�स बाठ गय+ और ख�न+ का; था6\� मं�त्री� का+ लिलए–उसका; स��ग� का+ लिलए न�A- क्षमं� मं� ग कार, उन्�:न+ मं0झुस+ भी6जैन कारन+ का6 का��।

�मं उस समंझु�–बा(झु� हिनस्ताब्धता� मं7 �वी� का+ हिवील�पा ताथा� वीष�� का+ च�त्का�र का6 स0नता+ हुए स�था-स�था भी6जैन कारन+ लग+। स�था �� मं> उनका+ च+�न+ का6 घ(रता� र�� और उनका+ हृ�य का+ र�स्य: का6 का0 र+�-का0 र+�कार हिनका�लन+ का� प्रय�स कारता� र��। उनका+ अस�ध�रणा अश्किस्तात्वी का+ सम्भीवी का�रणा का6 भी� स6चता� र��। भी6जैन समं�प्ता कारका+ उन्�:न+ अ ग�ठs पार स+ एका पा�ताल का; का+ ताल� उठ�ई और उसमं7 स+ श0द्ध स0गम्बिन्धता का�फ; �6 प्य�ल: मं7 उ\+ल �=। ताबा उन्�:न+ एका छे6ट+-स+ ल\का; का+ बाZस का6 ख6ल� और ‘भी�ई’ शब्� स+ सम्बा6मिधता कार, उसमं+ स+ एका लिसगर+ट भी7ट का;। का�फ; पा�ता+ हुए मं>न+ लिसगर+ट ल+ ल�, हिकान्ता0 जै6 का0 छे भी� मं+र� आ ख+ �+ख र�� था�, उस पार मं0झु+ हिवीश्व�स न�A �6 र�� था�।

उन्�:न+ मं+र� ओर मं0स्कार�ता+ हुए �+ख� और अपान� लिसगर+ट का� एका लम्बा� काश खAचकार ताथा� का�फ; का; एका च0स्का; ल+कार उन्�:न+ का��, "अवीश्य �� ता0मं-मंदि�र�, का�फ; और लिसगर+ट य�� पा�कार स6च मं7 पा\ गय+ �6 और मं+र+ ख�न-पा�न ताथा� ऐश आर�मं पार उन्�A ल6ग: मं7 स+ एका �6, जै6 इन बा�ता: मं7 हिवीश्च�स कारता+ �>। हिका ल6ग: स+ दूर र�न+ पार मंन0ष्य जै�वीन स+ भी� दूर �6 जै�ता� �। और ऐस+ मंन0ष्य का6 उस जै�वीन का+ सभी� स0ख: स+ वी लिचता र�न� च�हि�ए।"

,मं>न+ ता0रन्ता स्वी�का�र कार लिलय�, "�� ! ज्ञ�हिनय: का� य�� का�न� � हिका जै6 का+ वील ईश्वर का; प्र�था�न� कारन+ का+ लिलए स स�र का6 त्य�ग �+ता� �, वी� जै�वीन का+ समंस्ता स0ख और आनन्� का6 अपान+ पा�छे+ छे6\ आता� �, का+ वील ईश्वर द्वा�र� हिनर्मिमं.ता वीस्ता0ओं पार सन्ता6ष कारता� � और पा�न� और पाaध: पार �� जै�हिवीता र�ता� �।"

जैर� रुकाकार ग�न हिवीच�र: मं7 हिनमंग्न वी+ बा6ल+, "मं> ईश्वर का; भीलिक्त ता6 उसका+ जै�वी: का+ बा�च र�कार भी� कार सकाता� था�, Zय:हिका उस+ ता6 मं> �मं+श� स+ अपान+ मं�ता�-हिपाता� का+ घर पार भी� �+खता� आय� हूं । मं>न+ मंन0ष्य: का� त्य�ग का+ वील इसलिलए हिकाय� हिका उनका� और मं+र� स्वीभी�वी मिमंलता� न था� और उनका; काल्पान� मं+र� काल्पान�ओं स+ मं+ल न�A ख�ता� थाA। मं>न+ आ�मं� का6 इस�लिलए छे6\� Zय:हिका मं>न+ �+ख� हिका मं+र� आत्मं� का+ पाहि�य: स+ जै6र स+ टकार� र�+ �> और दूसर� दि�श� मं7 घ(मंता+ हुए दूसर� आत्मं�ओ का+ पाहि�य: स+ जै6र स+ टकार� र�+ �। मं>न+ मं�नवी –सभ्यता� का6 छे6हि\ दि�य�, Zय6हिका मं>न+ �+ख� हिका वी� एका ऐस� पा+\ �>, जै6 अत्यन्ता पा0र�न� और भ्रष्ट �6 च0का�

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�, हिकान्ता0 � शलिक्तश�ल� ताथा� भीय�नका। उसका; जै\7 पा�थ्वी� का+ अ धका�र मं7 बान्� �> और उसका; श�ख� ए बा��ल: मं7 ख6 गई �>। हिकान्ता0 उसका+ फ( ल ल6भी, अधमं� और पा�पा स+ बान+ �> और फल दु:ख स ता6ष और भीय स+। ध�र्मिमं.का मंन0ष्य: न+ य� बा�\� उठ�य� �>। उसका+ स्वी�भी�वी का6 बा�ल �+ग7,हिकान्ता0 वी+ सफल न�A �6 पा�य+ �>। वी+ हिनर�श ताथा� दुख� �6कार मं�त्य0 का6 प्र�प्ता हुए।"

य(स0फ स��बा अ ग�ठs का; ओर था6\�-स� झु0का+ , मं�न: अपान+ शब्�: का; प्रहिताहिक्रोय� जै�नन+ का; प्रता�क्ष� मं7 �:। मं>न+ स6च� हिका श्र6ता� �� बान+ र�न� सवी±त्तेमं �। वी+ का�न+ लग+, "न�A, मं>न+ एका�न्तावी�स इसलिलए न�A अपान�य� हिका मं> एका स न्य�स� का; भी� हिता जै�वीन व्यता�ता कारू , Zय:हिका प्र�था�न�, जै6 हृ�य का� ग�ता �, च��+ स�स्त्री: का; च�ख-पा0का�र का; अवी�जै स+ भी� मिघर� �6, ईश्वर का+ का�न: ताका अवीश्य पाहु च जै�य+ग�।

"एका बार�ग� का� जै�वीन हिबाता�न� ता6 शर�र और आत्मं� का6 काष्ट �+न� � ताथा� इच्छा�ओं का� गल� घ:टन� �। य� एका ऐस� अश्किस्तात्वी �, जिजैसका+ मं> हिनता�न्ता हिवीरुद्ध हूं ; Zय:हिका ईश्वर न+ आत्मं�ओं का+ मं दि�र का+ रूपा मं7 �� शर�र का� हिनमं�णा� हिकाय� �। और �मं�र� य� काता�व्य � हिका उस+ हिवीश्व�स का6, जै6 पारमं�त्मं� न+ �मं7 प्र��न हिकाय� �>, य6ग्यतापा(वी�का बान�य+ रख7।

"न�A, मं+र+ भी�ई, मं>न+ पारमं�था� का+ लिलए एका�न्तावी�स न�A अपान�य�, अपान�य� ता6 का+ वील इसलिलए हिका आ�मं� और उसका+ हिवीध�न स+, उसका+ हिवीच�र: ताथा� उसका; लिशका�यता: स+ उसका+ दु:ख और हिवील�पा: स+ दूर रहूं ।

"मं>न+ एका�न्तावी�स इसलिलए अपान�य� हिका उन मंन0ष्य: का+ च+�र+ न �+ख सका( , जै6 अपान� हिवीक्रोय कारता+ �> और उस� मं(ल्य स+ ऐस� वीस्ता0 ए खर��ता+ �, जै6 आध्य�म्बित्मंका ताथा� भीaहिताका �6न: �� रुपा उनस+ भी� घदिटय� �>।

"मं>न+ एका�न्तावी�स इसलिलए ग्र�णा हिकाय� हिका का�A उन म्बिस्त्रीय: स+ मं+र� भी+ट न �6 जै�ए,जै6 अपान+ ओठ: पार अन+काहिवीध मं0स्का�न फ ल�य+ गवी� स+ घ(मंता� र�ता� �>- जैबाहिका उनका+ स�स्त्री: हृ�य: का; ग�र�इय: मं7 बास एका �� उद्दे+श्य हिवीद्यमं�न �।

"मं>न+ एका�न्तावी�स इसलिलए ग्र�णा हिकाय� हिका मं> उन आत्मं-सन्ता0ष्ठु व्यलिक्तय: स+ बाच सका( , जै6 अपान+ सपान: मं7 �� ज्ञ�न का; झुलका पा�कार य� हिवीश्च�स कार ल+ता+ �> हिका उन्�:न+ अपान� लक्ष्य पा� लिलय�।

"मं> समं�जै स+ इसलिलए भी�ग� हिका उनस+ दूर र� सका( जै6 अपान� जै�ग�हिता का+ समंय मं7 सत्य का� आभी�स-मं�त्री का� पा�कार स स�र भीर मं+ लिचल्ल�ता+ हिफरता+ �> हिका उन्�:न+ सत्य का6 पा(णा�ता: प्र�प्ता कार लिलय� �।

"मं>न+ स स�र का� त्य�ग हिकाय� और एका�नपातावी�स का6 अपान�य�, Zय:हिका मं> ऐस+ ल6ग: का+ स�था भीद्रता� बारताता+ थाका गय� था�, जै6 नम्रता� का6 एका का�र का; कामंजै6र�, �य� का6 एका प्रका�र सका; का�रयता� ताथा� क्रो( रता� का6 एका प्रका�र का; शलिक्त समंझुता+ �>।

"मं>न+ एका�न्तावीस अपान�य�, Zय:हिका मं+र� आत्मं� उन ल6ग: का+ समं�गमं स+ थाका च0का; था�, जै6 वी�स्तावी मं7 इस बा�ता पार हिवीश्व�स कारता+ �> हिका स(य� च� � और ता�र+ उनका+ खजै�न: स+ �� उ�य �6ता+ �> और उनका+ बाग�च: का+ अहितारिरक्त का�A अस्ता न�A �6ता+। "मं> उन पा�ल6ल0पा: का+ पा�स स+ भी�ग�, जै6 ल6ग: का; आ ख: मं7 स0न�र� ध(ल झु:काकार और उनका+ का�न: का; अथा� हिवी��न आवी�जै: स+ भीरकार उनका+ स� स�रिरका जै�वीन का; लिछेन्नू- भिभीन्नू कार �+ता+ �>।

"मं>न+ एका�न्तावी�स ग्र�णा हिकाय�; Zय:हिका मं0झु+ ताबाताका काभी� हिकास� स+ �य� न मिमंल�, जैबाताका मं>न+ जै�-जै�न स उसका� पा(र�-पा(र� मं(ल्य न च0का� दि�य�।

"मं> उन धमं�-ग0रुओं स+ अगल हुआ, जै6 धमं±पा�+श: का+ अन0का( ल स्वीय जै�वीन न�A हिबाता�ता+, हिकान्ता0 अन्य ल6ग: स+ ऐस+ आचरणा का; मं�ग कारता+ �>, जिजैस+ वी+ स्वीय अपान�ता+ न�A।

"मं>न+ एका�न्तावी�स अपान�य�; Zय:हिका उस मं��न और हिवीकाट स स्थ� स+ �� मं> हिवीमं0ख था�, जिजैस+ ल6ग सभ्यता� का�ता+ �> और जै6 मंन0ष्य जै�हिता का; अहिवीज्विच्छान्नू दुग�हिता पार एका स0रुपा ��नवीता� का+ रुपा मं7 छे�ई हुई �।

"मं> एका�न्तावी�स� इसलिलए बान� हिका इस� मं7 आत्मं� का+ लिलए, हृ�य का+ लिलए ताथा� शर�र का+ लिलए पा(णा� जै�वीन �। अपान+ इस एका�न्तावी�स मं7 मं>न+ वी� मंन6�र �+श ढा( ढा हिनका�ल� �, जै�� स(य� का� प्रका�श हिवीश्र�मं कारता� �: जै�� पा0ष्पा अपान� स0गन्ध का6 अपान+ मं0क्त श्व�स: द्वा�र� श(न्य मं7 हिबाख+रता+, �>, और जै�� सरिरता�ए ग�ता� हुई स�गर का6 जै�ता� �>। मं>न+ ऐस+ पा��\: का6 ख6जै हिनका�ल� �, जै�� मं> स्वीच्छा वीसन्ता का6 जै�गता+ हुए �+खता� हूं । और ग्र�ष्मं का; र ग�न अभिभील�ष�ओं, शर� का+ वीभीवीपा(णा� ग�ता: और श�ता का+ स0न्�र र�स्य: का6

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पा�ता� हूं । ईश्वर का+ र�Qय का+ इस दूर का6न+ मं7 मं> इसलिलए आय� हूं । Zय:हिका हिवीश्च का+ र�स्य: का6 जै�नन+ और प्रभी0 का+ शिंस.��सन का+ हिनकाट पाहु चन+ का+ लिलए भी� ता6 मं> भी(ख� हूं ।"

य(स0फ स��बा न+ ताबा एका लम्बा� स� स ल�, मं�न: हिकास� भी�र� बा6झु स+ अबा मं0लिक्त पा� गय+ �:। उनका+ न+त्री अन6ख� ताथा� जै�दूभीर� हिकारणा: स+ सता+जै �6 उठ+ और उनका+ उज्जवील च+�र+ पार गवी�, स काल्पा स ता6ष झुलकान+ लग�।

का0 छे मिमंनट ऐस+ �� ग0जैर गय+। मं> उन्�7 गaर स+ �+खता� र�� और जै6 मं+र+ लिलए अभी� ताका अज्ञ�ता था� उस पार स+ आवीतारणा �टता� ताबा मं>न+ उनस+ का��, "हिनस्स �+� आपान+ जै6 का0 छे का��, उसमं7 अमिधका� श स�� �; किंका.ता0 लक्षणा6 का6 �+खकार स�मं�जिजैका र6ग: का� स�� अन0मं�न लग�न+ स+ य� प्रमं�भिणाता �6 गय� � हिका आपा एका अच्छा+ लिचहिकात्सका �> मं> समंझुता� हूं हिका र6ग� समं�जै का6 आजै ऐस+ लिचहिकात्सका का; अहिता आवीश्यकाता� �, जै6 उस+ र6ग स+ मं0क्त कार+ अथावी� मं�त्य0 प्र��न कार+। य� पा�हि\ता स स�र सबास+ �य� का; भी�ख च��ता� �। Zय� य� �य�पा(णा� ताथा� न्य�य6लिचता �6ग� हिका आपा एका पा�हि\ता र6ग� का6 छे6\ जै�य और उस+ अपान+ उपाका�र स+ वी लिचता र�न+ �7?"

वी+ का0 छे स6चता+ हुए मं+र� ओर एकाटका �+खन+ लग+ और हिफर हिनर�श स्वीर मं7 बा6ल+, "लिचहिकात्सका स�मिष्ट का+ आरम्भी स+ �� मं�नवी का6 उनका; अव्यवीस्थ�ओं स+ मं0क्त कार�न+ का; च+ष्ट�ए कारता+ आ र�+ �>। का0 छे लिचहिकात्सका: न+ च�रफ�\ का� प्रय6ग हिकाय� और का0 छे न+ औषमिधय: का�: हिकान्ता0 मं��मं�र� बा0र� तार� फ लता� गई। मं+र� ता6 य�� हिवीच�र � हिका र6ग� अगर अपान� मंल�-का0 चल� शय� पार �� पा\+ र�न+ मं7 स ता0ष्ट र�ता� और अपान� लिचरका�ल�न व्य�मिध पार मंनन-मं�त्री कारता� ता6 अच्छा� �6ता�! ल+हिकान इसका+ बा�ल+ �6ता� Zय� �? जै6 व्यलिक्त भी� र6ग� मं�नवी स+ मिमंलन+ आता� �, अपान+ ऊपा र� लबा��+ का+ न�च+ स+ ��था हिनका�लकार वी� र6ग� उस� आ�मं� का6 ग��न स+ पाका\कार ऐस� धर �बा�ता� � हिका वी� �मं ता6\ �+ता� �। ��य य� का स� अभी�ग्य �! दुष्ट र6ग� अपान+ लिचहिकात्सका का6 �� मं�र ड�लता� �- और हिफर अपान+ न+त्री बान्� कारका+ मंन-��-मंन का�ता� �, ‘वी� एका बा\� लिचहिकात्सका था�।’ न, भी�ई न, स स�र मं7 का6ई भी� इस मंन0ष्यता� का6 ल�भी न�A पाहु च� सकाता�। बा�च बा6न+वी�ल� हिकातान� भी� प्रवी�णा ताथा� बा0जिद्धमं�न� Zय: न �6 श�ताका�ल मं7 का0 छे भी� न�A उग� सकाता� !’’

हिकान्ता0 मं>न+ य0लिक्त �= "मंन0ष्य: का� श�ता काभी� ता6 समं�प्ता �6ग� ��, हिफर स0न्�र वीसन्ता आय+ग� और ताबा अवीश्य �� ख+ता: मं7 फ( ल खिखल7ग+ और हिफर स+ घ�दिटय: मं7 झुरन+ वी� हिनकाल+ग7।"

उनका; भीकाट= तान गई और का\वी+ स्वीर मं7 उन्�:न+ का��, "का�श! ईश्वर न+ मंन0ष्य का� जै�वीन जै6 उसका; पारिरपा(णा� वी�हिता �>, वीष� का; भी� हिता ऋता0ओं मं7 बा� ट दि�य� �6ता�! Zय� मंन0ष्य: का� का6ई भी� हिगर6� जै6, ईश्चवीर का+ सत्य और उसका; आत्मं� पार हिवीश्व�स रखकार जै�हिवीता �, इस भी(खण्ड पार हिफर स+ जैन्मं ल+न� च��+ग�? Zय� काभी� ऐस� समंय आय+ग� जैबा मंन0ष्य ज्विस्थर �6कार दि�व्य च+तान� का; दिटका सका+ ग�, जै�� दि�न का+ उजै�ल+ का; उज्जवीलता� ताथा� र�हित्री का; श�न्ता हिनस्ताब्ध्ता� मं7 वी� ख0श र� सका+ ? Zय� मं+र� य� सपान� काभी� सत्य �6 पा�य+ग�? अथावी� Zय� य� सपान� ताभी� सच्चों� �6ग� जैबा य� धरता� मंन0ष्य का+ मं� स स+ ढ़का च0का; �6ग� और उका+ रक्त स+ भी�ग च0का; �6ग�?"

य(स0फ स��बा ताबा ख\+ �6 गय+ और उन्�6न+ आका�श का; ओर ऐस+ ��था उठ�य�, मं�न: हिकास� दूसर+ स स�र का; ओर इश�र� कार र�+ �: और बा6ल+, "न�� �6 सकाता�।इस स स�र का+ लिलए य� का+ वील एका सपान� �। किंका.ता0 मं> अपान+ लिलए इसका; ख6जै कार र�� हूं । और जै6 मं> ख6जै र�� हूं । वी�� मं+र+ हृ�य का+ का6न+-का6न+ मं7, इन घ�दिटय: मं7 और इन पा��\6 मं7 व्य�प्का �।" उन्�:न+ अपान+ उत्ते+जिजैता स्वीर का6 और भी� ऊ च� कारका+ का��, "वी�स्ताका मं7 मं> जै�नता� हूं । वी� ता6 मं+र+ अन्ता: कारणा का; च�त्का�र �। मं> य�� र� र�� हूं , हिकाता0 मं+र+ अश्किस्तात्वी का; ग�र�इय: मं7 भी(ख और प्य�स भीर� हुई �, और अपान+ ��था: द्वा�र� बान�य+ ताथा� सजै�य+ पा�त्री: मं7 �� जै�वीन का; मंदि�र� ताथा� र6ट= ल+कार ख�न+ मं7 मं0झु+ आन � मिमंलता� ताथा� इस�लिलए मं> मंन0ष्य: का+ हिनवी�स स्थ�न का6 छे6\कार य�� आय� हूं और अ ता ताका य�A रहूं ग�।",

वी+ उस कामंर+ मं7 व्य�का0 लता� स+ आग+ पा�छे+ घ(मंता+ र�+ और मं> उनका+ काथान पार हिवीच�र कारता� र�� ताथा� समं�जै का+ ग�र+ घ�वी: का; व्य�ख्य� का� अध्ययन कारता� र��।

ताबा मं>न+ य� का�कार ढा ग स+ एका और च6ट का;, "मं> आपाका+ हिवीच�र: ताथा� आपाका; इच्छा�ओं का� पा(णा�ता: आ�र कारता� हूं और आपाका+ एका�न्तावी�स पार मं> श्रद्ध� भी� कारता� हूं । और ईष्य�� भी�। हिकान्ता0 आपाका+ अपान+ स+

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अलग कारका+ अभी�ग+ र�ष्ट्र न+ का�फ; न0कास�न उठ�य� �; उस+ एका ऐस+ समंझुकार स0ध�कार का; आवीश्यकाता� �, जै6 कादिठन�इय: मं7 उसका; स��यता� कार सका+ और स0प्ता च+तान� का6 जैग� सका+ ।"

उन्�:न+ ध�मं+-स+ अपान� लिसर हि�ल�कार का��, "य� र�ष्ट्र भी� दूसर+ र�ष्ट्र: का; तार� �� �, और य�� का+ ल6ग भी� उन्�A तात्वी: स+ बान+ �>, जिजैनस7 श+ष मं�नवी। अ तार � ता6 मं�त्री बा�ह्य आका� हिताय: का�, स6 का6ई अथा� �� न�A रखता�। �मं�र+ पा(वी�य र�ष्ट: का; वी+�न� सम्प(णा� स स�र का; वी+�न� �। और जिजैस+ ता0मं पा�श्च�त्य सभ्यता� का�ता+ �6 वी� और का0 छे न�A,उन अन+का दुख�न्ता भ्र�मंका आभी�स: का� एका और रूपा �।

"पा�खण्ड ता6 स�वी �� पा�खण्ड र�+ग�, च��+ उसका; उ गलिलय: का6 र ग दि�य� जै�य ताथा� चमंका��र बान� दि�य� जै�य। बाचन� काभी� न बा�ल+ग� च��+ उसका� स्पश� हिकातान� भी� का6मंल ताथा� मंध0र Zय: न �6 जै�य! असत्यता� काभी� भी� सत्यता� मं7 पारिरणाता न�A का; जै� सकाता�, च��+ ता0मं उस+ र+शमं� कापा\+ पा�नकार मं�ल: मं7 �� Zय: न हिबाठ� �6। और ल�लस� काभी� स ता6ष न�A बान सकाता� �। र�� अन ता ग0ल�मं�, च��+ वी� लिसद्ध�ता: का; �6, र�हिता-रिरवी�जै: का; �6 य� इहिता��स का; �6 स�वी ग0ल�मं� �� र�+ग�, हिकातान� �� वी� अपान+ च+�र+ का6 र ग ल+ और अपान� आवी�जै का6 बा�ल ल+। ग0ल�मं� अपान+ डर�वीन+ रुपा मं7 ग0ल�मं� �� र�+ग�, ता0मं च��7 उस+ आजै��= �� का�:।

"न�A मं+र+ भी�ई, पाभिश्चमं न ता6 पा(वी� स+ जैर� भी� ऊ च� � और न जैर� भी� न�च�। �6न: मं7 जै6 अ तार � वी� श+र और श+र-बाबार का+ अ तार स+ अमिधका न�A �। समं�जै का+ बा�ह्य रुपा का+ पार+ मं>न+ एका सवी±लिचता और सम्प(णा� हिवीध�न ख6जै हिनका�ल� �, जै6 स0ख-दुख ताथा� अज्ञ�न सभी� का6 एका समं�न बान� �+ता� �। वी� हिवीध�न न+ एका जै�हिता का� दूसर� स+ बाढ़कार मं�नता� � और न एका का6 उभी�रन+ का+ लिलए दूसर+ का6 हिगर�न+ का� प्रयत्न कारता� �।"

मं>न+ हिवीस्मंय स+ का��, "मंन0ष्यता� का� अभिभीमं�न झु(ठ� � और उसमं7 जै6 का0 छे भी� � वी� सभी� हिनस्स�र �।"

उन्�:न+ जैल्�= स+ का��, "�� , मंन0ष्यता� एका मिमंथ्य� अभिभीमं�न � और उसमं7 जै6 का0 छे भी� �, वी� सभी� मिमंथ्य� �। आहिवीष्का�र ताथा� ख6जै ता6 मंन0ष्य अपान+ उस समंय का+ मंन6र जैन और आर�मं का+ लिलए कारता� �, जैबा वी� पा(णा�ताय� थाकाकार ��र गय� �6। �+श�य दूर� का6 जै�तान� और समं0द्र: पार हिवीजैय पा�न� ऐस� नश्चर फल � जै6 न+ ता6 आत्मं� का6 स ता0ष्ट कार सकाता� �, न हृ�य का� पा6षणा ताथा� उसका� हिवीका�स ��; Zय:हिका वी� हिवीजैय हिनता�न्ता �� अप्र�का� हिताका �। जिजैन रचन�ओं और लिसद्ध� ता6 का6 मंन0ष्य काल� और ज्ञ�न का�कार पा0का�रता� �, वी+ बा धन का; उन काहि\य: और स0न�र� जै जै�र6 का+ अहितारिरक्त का0 छे भी� न�A �, जिजैन्�7 मंन0ष्य अपान+ स�था घस�टता� चलता� � और जिजैनका+ चमंचमं�ता+ प्रहिताहिबाम्बा: ताथा� झुनझुन��ट स+ वी� प्रसन्नू �6ता� र�ता� �। वी�स्तावी मं7 वी+ मंजैबा(ता किंपा.जैर+ मंन0ष्य न+ शता�खिब्�य: पा�ल+ बान�न� आर भी हिकाय� था� हिकाता0 ताबा वी� य� न+ जै�नता� था� हिका उन्�7 वी� अन्�र का; तारफ स+ बान� र�� और श�घ्र �� वी� स्वीय बा �= बान जै�य+ग�-�मं+श�-�मं+श� का+ लिलए। �� -�� , मंन0ष्य का+ कामं� हिनष्फल �> और उसका+ उद्दे+श्य हिनरथा�का �> और इस पा�थ्वी� पार सभी� का0 छे हिनस्स�र �।"

वी+ जैर� स+ रूका+ और हिफर ध�र+ –स+ बा6लता+ गय+, "और जै�वीन का; इन समंस्ता हिनस्स�रता�ओं मं7 का+ वील एका �� वीस्ता0 �, जिजैसस+ आत्मं प्र+मं कारता� �> जिजैस+ वी� च��ता� �। एका और अका+ ल� �+�=प्यमं�न वीस्ता0 !"

मं>न+ का हिपाता स्वीर मं7 पा(छे�, "वी� Zय� ?" क्षणा भीर उन्�:न+ मं0झु+ �+ख� और ताबा अपान� आ ख+ मं�च लA। अपान+ ��था छे�ता� पार रख+। उनका� च+�र� तामंतामं�न+ लग� और हिवीश्वसन�य ताथा� ग भी�र आवी�जै मं7 बा6ल+, "वी� � आत्मं� का; जै�ग�हिता, वी� � हृ�य का; आन्तारिरका ग�र�इय: का� उद्बो6धन। वी� सबा पार छे� जै�न+वी�ल� एका मं��प्रता�पा� शलिक्त �, जै6 मंन0ष्य-च+तान� मं7 काभी� भी� प्रबा0द्ध �6ता� � और उसका; आ ख+ ख6ल �+ता� �। ताबा उस मं��न� स ग�ता का; उQQवील ध�र� का+ बा�च, जिजैस+ अन ता प्रका�श घ+र+ र�ता� �, वी� जै�वीन दि�ख�ई पा\ता� �, जिजैसस+ लग� हुआ मंन0ष्य स0न्�रता� का+ स्ताम्भी का+ समं�न आका�श और पा�थ्वी� का+ बा�च ख\� र�ता� �।

"वी� एका ऐस� Qवी�ल� �, जै6 आत्मं� मं7 अच�नका स0लग उठता� � और हृ�य का6 तापा�कार पाहिवीत्री बान� �+ता� �, पा�थ्वी� पार उतार आता� � और हिवीस्ता�ता आका�श मं7 चलकार लग�न+ लगता� �।

"वी� एका �य� �, जै6 मंन0ष्य का+ हृ�य का6 आ घ+रता� �, ता�हिका उसका; प्र+रणा� स+ मंन0ष्य उन सबाका6 आवी�का� बान�कार अमं�न्य कार �+, जै6 उसका� हिवीर6ध कारता+ � और जै6 उसका+ मं��न� अथा� समंझुन+ मं7 असमंथा� र�ता+ �>, उनका+ हिवीरुद्ध वी� शलिक्त हिवीद्र6� पा�� कारता� �।

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"वी� एका र�स्यमंय ��था �स, जिजैसन+ मं+र+ न+त्री6 का+ आवीरणा का6 ताभी� �ट� दि�य�, जैबा मं> समं�जै का� स�स्य बान� हुआ अपान+ पारिरवी�र, मिमंत्री: ताथा� हि�ताहिषय: का+ बा�च र�� कारता� था�।

"काई बा�र मं> हिवीस्मंता हुआ और मंन-��-मंन का�ता� र��, -‘Zय� � य� स�मिष्ट और Zय: मं> उन ल6ग: स+ भिभीन्नू हूं , जै6 मं0झु+ �+खता+ �>? मं> उन्�7 का स+ जै�नता� हूं , उन्�7 मं> का�� मिमंल� और Zय: मं> उनका+ बा�च र� र�� हूं ? Zय� मं> उन ल6ग: मं7 एका अजैनबा� हूं । अथावी� वी+ �� इस प्रका�र अपारिरलिचता �-ऐस+ स स�र का+ लिलए जै6 दि�व्य च+तान� स+ हिनर्मिमं.ता � और जिजैसका� मं0झु+ पार पा(णा� हिवीश्च�स �?"

अच�नका वी+ च0पा �6 गय+, जैस+ का6ई भी(ल� बा�ता स्मंरणा कार र�7 �6, जिजैस+ वी� प्रकाट न�A कारन� च��ता+। ताबा उन्�:न+ अपान� बा� �7 फ ल� �� और फ0 सफ( स�य�, "आजै स+ च�र वीष� पा(वी�, जैबा मं>न+ स स�र का� त्य�ग हिकाय�, मं+र+ स�था य�� ता6 हुआ था�। इस हिनजै�न स्थ�न मं7 मं> इसलिलए आय� हिका जै�ग�ता च+तान� मं7 एका सका( और सम्मंनस्काता� और सaग्य न�रवीता� का+ आन� का6 भी6ग सका( ।"

ग�न अ धकार का; ओर घ(रता+ हुए वी+ द्वा�र का; ओर बाढ़+, मं�न: ता(फ�न स+ का0 छे का�न� च��ता+ �6, पार वी+ प्रकाम्बिम्ता स्वीर मं7 बा6ल+, "य� आत्मं� का+ भी�तार का; जै�ग�हिता �। जै6 इस+ जै�नता� �:, पार वी+ प्रकाम्बिम्पता स्वीर मं7 बा6ल+, "य� आत्मं� का+ भी�तार का; जै�ग�हिता �। जै6 इस+ जै�नता� �, वी� इस+ शब्�: मं7 व्यक्त न�A कार सकाता�, और जै6 न�A जै�नता�, वी� अज्विस्त्वी का+ हिवीवीश कारन+वी�ल+ किंका.ता0 स0 �र र�स्य: का+ बा�र+ मं7 काभी� न+ स6च सका+ ग�।"

एका घ ट� बा�ता गय�, य(स0फ –अल फ�ख़र� कामंर+ मं7 एका का6न+ स+ दूसर+ का6न+ ताका लम्बा+ डग भीरता+ घ(मं र�+ था+। वी+ काभी�-काभी� रुकाकार ता0फ�न का+ का�रणा अत्यमिधका भी(र+ आका�श का6 ता�कान+ लगता+ था+। मं> ख�मं6श �� बान� र�� और उनका+ एका� तावी�स� जै�वीन का; दु:ख-स0ख का; मिमंल�-जै0ल� ता�न पार स6चता� र��।

का0 छे �+र बा�� र�हित्री �6न+ पार वी+ मं+र+ पा�स आय+ और �+र ताका मं+र+ च+�र+ का6 घ(रता+ र�+, मं�न: उस मंन0ष्य का+ लिचत्री का6 अपान+ मं�नस-पाट पार अ हिकाट कार ल+न� स6च �6, जिजैसका7 सम्मं0ख उन्�:न+ अपान+ जै�वीन का+ ग(ढा र�स्य: का� उद्धटन कार दि�य� �6। हिवीच�र6 का; व्य�का0 लता� स+ मं+र� मंन भी�र� �6 गय� था�। और ता(फ�न का; ध0न्ध का+ का�रणा मं+र� आ ख बा6जिझुल �6 चल� थाA।

ताबा उन्�:न+ श� हितापा(वी�का का��, "मं> अबा र�ता भीर ता0फ�न मं7 घ(मंन+ जै� र�� हूं ,। ता�हिका प्रका� ता का+ भी�वी�भिभीव्य जैन का; समं�पाता� भी� पा सका( । य� मं+र� अभ्य�स �, जिजैसका� आन � मं> अमिधकातार शर� ताथा� श�ता मं7 ल+ता� हूं । ल6, य� था6\� मंदि�र� � और य� ताम्बा�का( । का� पा� कार आजै र�ता भीर का+ लिलए मं+र� घर अपान� �� समंझु6।"

उन्�:न+ अपान+ आपाका6 एका का�ल+ लबा��+ स+ ढा का लिलय� और मं0स्कार�कार बा6ल+, "मं> ता0मंस+ प्र�था�न� कारता� हूं हिका स0बा� जैबा ता0मं जै�ओं ता6 हिबान� आज्ञ� का+ प्रवी+श कारन+वी�ल: का+ लिलए मं+र+ द्वा�र बान्� कारता+ जै�न�: Zय:हिका मं+र� का�य�क्रोमं � हिका मं> स�र� दि�न पाहिवीत्री �+वी��र6 का+ बान मं7 घ(मंता+ हिबाता�ऊ ग�।" ताबा वी+ द्वा�र का; ओर बाढ़+ और एका लम्बा� छे\� स�था ल+कार बा6ल+, "यदि� ता(फ�न हिफर काभी� ता0म्�7 अच�नका इस जैग� का+ आपापा�स घ(मंता+ हुए आ घ+र+, ता6 इस आश्रमं मं7 आश्रय ल+न+ मं7 स का6च न कारन�। मं0झु+ आश� � हिका अबा ता0मं ता(फ�न स+ प्र+मं कारन� स�ख6ग+, भीयभी�ता �6न� न��! सल�मं, मं+र+ भी�ई!"

उन्�:न+ द्वा�र ख6ल� और अन्धका�र मं7 अपान+ लिसर का6 ऊपार उठ�य+ बा��र हिनकाल गय+। य� �+खन+ का+ लिलए हिका वी+ काaन-स+ र�स्ता+ स+ गय+ �>, मं> ड्यो6ढ़= पार �� ख\� र��, हिकाता0 श�घ्र �� वी+ मं+र� आ ख: स+ ओझुल �6 गय+। का0 छे मिमंनट: ताका मं> घ�ट= का+ का का\ –पात्थर6 पार उनका; पा�च�पा स0नता� र��।

ग�न हिवीच�र6 का; उमं र�हित्री का+ पाश्च�ता जैबा स0बा� हुई ताबा ता(फ�न च0का� था� और आसमं�न हिनमं�ल �6 गय� था�। स(य� का; गमं� हिकारणा: स+ मं��न और घ�दिटय� तामंतामं� र�� थाA। नगर का6 लaटता+ समंय मं> उस आम्बित्मंका जै�ग�हिता का+ सम्बान्ध मं7 स6चता� जै�ता� था�, जिजैसका+ लिलए य(स0फ-अल-फ�ख़र� न+ इतान� का0 छे का�� था�। वी� जै�ग�हिता मं+र+ अ ग-अ ग मं7 व्य�पा र�� था�। मं>न+ स6च� हिका मं+र� य� स्फरणा अवीश्य �� प्रकाट �6न� च�हि�ए। जैबा मं> का0 छे श�न्ता हुआ ता6 मं>न+ �+ख� हिका मं+र+ च�र: ओर पा(णा�ता� ताथा� स0न्�रता� बास� हुई �।

जैस+ �� मं> उन च�खता+-पा0का�रता+ नगर का+ ल6ग: का+ पा�स पाहु च� मं>न+ उनका; आवी�जै: का6 स0न� और उनका+ का�य± का6 �+ख�, ता6 मं> रूका गय� और अपान+ अन्ता:कारणा स+ बा6ल�, "�� आत्मंबा6ध मंन0ष्य का+ जै�वीन मं7 अहिता आवीश्यका � और य�� मं�नवी-जै�वीन का� एकामं�त्री उद्दे+श्य �।Zय� स्वीय सभ्यता� समंस्ता दु:खपा(णा� बाहि�र ग मं7 आम्बित्मंका जै�ग�हिता का+ लिलए एका मं��न ध्य+य न�A �? ताबा �मं हिकास प्रका�र एका ऐस+ पा��था� का+

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अश्किस्तात्वी स+ इन्का�र कार सकाता+ �>, जिजैसका� अश्किस्तात्वी �� अभी�श्किप्सता य6ग्यता� का; समं�नता� का� पाZका� प्रमं�णा �? वीता�मं�न सभ्यता� च��+ न�शका�र� प्रय6जैन �� रखता� �6, हिकाता0 ईश्वर�य हिवीध�न न+ उस प्रय6जैन का+ लिलए एका ऐस� स�ढ़= प्र��न का; �, जै6 स्वीतान्त्री अश्किस्तात्वी का; ओर ल+ जै�ता� �।"

मं>न+ हिफर काभी� य(स0फ-अल फ�ख़र� का6 न�A �+ख�, Zय:हिका मं+र+ अपान+ प्रयत्न: का+ का�रणा, जिजैनका+ द्वा�र� मं> सभ्यता� का; बा0र�इय: का6 दूर कारन� च��ता� था�,उस� शर� ऋता0 का+ अन्ता मं7 मं0झु+ उत्तेर� ल+बान�न स+ �+ख हिनका�ल� �+ दि�य� गय� और मं0झु+ एका ऐस+ दूर �+श मं7 प्रवी�स� का� जै�वीन हिबाता�न� पा\� �, जै�� का+ ता(फ�न बाहुता कामंजै6र �> और उस �+श मं7 एका आश्रमंवी�स� का�-स� जै�वीन हिबाता�न� एका अच्छा�-ख�स� पा�गलपान �>, Zय:हिका य�� का� समं�जै भी� बा�मं�र �।●

-अनु ० नुरा�न्द्र चौJधीरा�

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धीरात� कों� ममत�□

स्टा<फानु ज्विL�गां

सन 1918 का; गर्मिमं.य: का; एका र�ता का6 एका मंछे0 वी+ न+ श्किस्वीट�जैरलण्ड का+ छे6ट+–स+ हिवील+न्व्य( कास्बा+ का+ पा�स जिजैन+वी� झु�ल मं7 अपान� न�वी पार स+ पा�न� का; सता� पार का0 छे अजै�बा-स� च�जै �+ख�। जैबा वी� उसका+ नजै�=का पाहु च� ता6 उस+ पाता� चल� हिका वी� श�ता�र: का6 उल्ट�-स�ध� बा� धकार बान�य� हुआ बा+\� �, जिजैस+ एका न ग� आ�मं� एका ताख्ता+ का; मं�� स+ जैस+-तास+ चल�न+ का; का6लिशश कार र�� �। वी� आ�मं� जै�\+ स+ अका\ र�� था� और थाका�न स+ च(र-च(र �6 र�� था�। चहिकाता मंछे0 वी+ का+ दि�ल मं7 �य� उपाजै�। उसन+ दिठठ0रता+ आ�मं� का6 अपान� न�वी पार ल+ लिलय�। उस+ पा�स जै�ल: का6 छे6\ और का0 छे न�A था�। इसलिलए का0 छे जै�ल: स+ �� उसका+ बा�न का6 ढाका दि�य� और उसस+ बा�ताच�ता कारन+ का; च+ष्ट� कारन+ लग�, ल+हिकान न�वी का; ता+ल� मं7 लिसका0 ड+ बाठ+ उस अजैनबा� न+ ऐस� जैबा�न मं7 जैवी�बा दि�य� हिका उसका� एका अक्षर भी� मंछे0 वी� न�A समंझु पा�य�। ��रकार उसन+ अपान� का6लिशश छे6\ �= , जै�ल समं+ट� और हिकान�र+ का; ओर चल दि�य�।

जैबा सबा+र+ का+ उजै�ल+ मं7 दि�ख�ई �+न+ लग� ता6 वी� न ग� आ�मं� पा�ल+ का; हिनस्ताबा का0 छे Qय��� ख0श मं�ल(मं हुआ। उसका+ मं0 � पार, जै6 आध� बा+तारता�बा उग� घन� मं( छे: और ��ढ़= मं7 लिछेपा� था�, मं0स्कार��ट ख+लन+ लग�। वी� हिकान�र+ का; ओर इश�र� कारका+ का0 छे जिजैज्ञ�स� और का0 छे ख0श� स+ बा�र-बा�र एका शब्� बा6लन+ लग� जै6 स0नन+ मं7 ‘र6लिशय�’ जैस� लगता� था�।न�वी Qय:-Qय: जैमं�न का+ हिनकाट आता� गई उसका; आवी�जै मं7 हिवीश्व�स और उल्ल�स बाढ़न+ लग�। आखिखरका�र न�वी हिकान�र+ पार आकार लग गई। मंछे0 ओं का; औरता7 र�ता का6 पाका\� गई च�जै: का6 उता�रन+ का+ लिलए आई ल+हिकान च�काकार च�ख उठd।

मंछे0 वी+ का6 झु�ल मं7 जै6 मिमंल� था�, उसका; अजै�बा6 गर�बा खबार7 फ लता+ �� ग� वी का+ दूसर+ ल6ग वी�� जैमं� �6 गय+। उनमं7 उस छे6ट=–स� जैग� का� मं��पाaर भी� था�। उस+ भील+ आ�मं� न+, जै� अपान+ का6 न जै�न+ Zय� समंझुता� था� और पा� का; जिजैसमं7 �मंका था�, उन स�र+ का�न(न-का�य�: का6 य�� हिकाय�, जै6 ल\�ई हिका च�र स�ल: का+ �रमिमंय�न स�र मं0का�मं स+ जै�र� हिकाय+ गए था+। य� मं�नकार हिका नवी�गन्ता0का झु�ल का+ फ्रां� स�स� हिकान�र+ स+ भी�गकार आय� �6ग�, उसन+ फaरन जै�ब्ता+ का; जै� च कारन+ का; का6लिशश का;, ल+हिकान तात्का�ल एका ऐस� रुका�वीट समं�न+ आ गई, जिजैसस+ वी� �र�न �6 गय�। वी+ एका-दूसर+ का6 समंझु न�A सकाता+ था7। जै6 भी� सवी�ल उस अजैनबा� स+ (जिजैस+ हिकास� ग� वीवी�ल+ न+ ल�कार पा0र�न� का6ट और पाताल(न पा�न� दि�य� था�) हिकाय+ जै�ता+ था+, उनका� वी� �यन�य ताथा� हिबाखर� आवी�जै मं7 लिसवी� अपान+ सवी�ल ‘र6लिश?’, ‘र6लिशय�?’ का+ और का6ई जैवी�बा न�A �+ता� था�। अपान� असफलता� स+ का0 छे खिखन्नू �6कार, उस शरणाथा� का6 पा�छे+ आन+ का� इश�र� कारका+ , मं��पाaर काच�र� का; ओर चल�। य0वीका: का+ , जै6 वी�� इकाट्ठी+ �6 गय+ था+, का6ल��ल का+ बा�च हिकास� दूसर+ का+ ढा=ल+-ढा�ल+ �वी� मं7 फ\फ\�ता+ कापाड+ पा�न+ वी� आ�मं� न ग+ पार उसका+ पा�छे+ चल दि�य�। वी+ ल6ग अ��लता पाहु च+ और वी�� उस+ स0रक्ष� अमिधका�र� का6 स�पा दि�य� गय�। अजैनबा� न+ आन�का�न� न�A का; और न मं0 � स+ एका शब्� �� हिनका�ल�, ल+हिकान उसका+ च+�र+ पार दु:ख का; र+ख�ए उभीर आई। बा\+ डर स+ वी� झु0का�, मं�न: उस+ लग र�� �6 हिका अबा उसका; ठ0का�ई �6गA।

आसपा�स का+ �6टल: मं7 भी� मंछे0 वी+ का; इस हिवीश+ष उपालश्किब्ध का; खबार आनन-फ�नन मं7 फ लगई। इस बा�ता स+ ख0श �6कार हिका उन्�7 का0 छे ऐस� जै�नका�र� मिमंल+ग�, जिजैसस+ उनका� एका घ ट� मंजै+ मं7 काट जै�यग�, पास+ वी�ल+ ल6ग उस जै गल� आ�मं� का; जै� च पा\ता�ल का+ लिलए आय+। एका स्त्री� न+ उस+ का0 छे मिमंठ�इय� ��। ल+हिकान बान्�र का; भी� हिता स �+� स+ उसन+ उन्�7 छे( न+ ताका स+ इन्का�र कार दि�य�। एका आ�मं� का मंर� ल+कार आय� और उसका; एका तास्वी�र खAच ल�। उस हिवीलिचत्री आ�मं� का6 घ+र कार ल6ग बा\+ आनन्� स+ बा�ता7 कारन+ लग+। अ ता मं7 वी�� पा�स का+ एका बाहुता बा\+ �6टल का� मंन+जैर आय�। वी� बाहुता-स+ �+श: मं7 र� च0का� था� और काई भी�ष� ए अच्छा= तार� जै�नता� था�। उसन+ जैमं�न, इता�लवी�, अ ग्र+जै� और आखिखर मं7 रुस�, इस तार� एका का+ बा�� एका बा6ल� मं7 उस अजैनबा� स+, जै6 अबा हिवीश्किस्मंता और आ ताहिकाता �6 उठ� था�, बा�ता कारन+ का� प्रयत्न हिकाय�। रुस� भी�ष� का� पा�ल� शब्� स0नता+ �� उस बा+च�र+ मं7 हि�म्मंता आ गई उसका� च+�र� मं0स्कार��ट स+ चमंका उठ�। बा\+

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हिवीश्च�स का+ स�था उसन+ फaरन अपान� इहिता��स स0न�न� आरम्भी कार दि�य�। वी� इहिता��स� लम्बा� था� और उलझु� हुआ था�। पा(र� तार� समंझु मं7 न�A आता� था�। हिफर भी� का0 ल मिमंल�कार का��न� इस प्रका�र था�:

उसन+ रुस मं7 ल\�ई ल\�। एका दि�न दूसर+ �जै�र आ�मिमंय: का+ स�था उस+ र+ल का+ हिडब्बा+ मं7 ठ( स दि�य� गय� और उसका: ट्रे+न स+ बा\� लम्बा� ताय कारन� पा\�। इसका+ बा�� उस+ एका जै��जै पार चढ़�य� गय� और पा�ल+ स+ और भी� लम्बा� सफर कार�य� गय�।य� सफर ऐस+ समं0द्र मं7 हुआ हिका मं�र+ गमं� का+ उस+ छेठs का� दूध य�� आ गय�। अ ता मं7 वी+ ल6ग जैमं�न पार उतार+ और हिफर र+ल स+ चल+। जैस+ �� वी+ र+ल स+ उतार+ हिका उन्�7 एका पा��\� का6 उ\�न+ का+ लिलए भी+जै� गय�। इस ल\�ई का+ बा�र+ मं7 वी� आग+ का0 छे न�A बाता� सका�, Zय:हिका श0रु मं7 �� वी� ट� ग मं7 ग6ल� लगन+ का+ का�रणा हिगर गय� था�।

उसन+ जै6 का0 छे का��, उसस+ इतान� स्पष्ट �6 गय� हिका वी� शरणा�था� उस रुस� �स्ता+ का� था�, जै6 स�इबा+रिरय� भी+जै� गय� था�। और जिजैस+ ब्ल�ड�वी6स्ट6का स+ फ्रां� स का+ लिलए जै��जै द्वा�र� रवी�न� हिकाय� गय� था�।

�र आ�मं� का0 ता(�ल और द्रहिवीता भी�वी स+ जै�नन� च��ता� था� हिका वी� आ�मं� उस सफर का+ लिलए का स+ प्र+रिरता हुआ, जै6 उस+ उस झु�ल मं7 ल+कार आय�।

मं0क्त भी�वी स+ मं0स्कार�ता+, हिफर भी� चता0र�ई दि�ख�ता+ उस रुस� न+ बाता�य� हिका अपान+ घ�वी का+ का�रणा जैबा वी� अस्पता�ल मं7 था�, उसन+ पा(छे� हिका रुस हिकाधर �? और उस+ उसका+ घर का; आमं दि�श� बा�ता �= गई। जैस+ �� वी� चलन+ ल�यका हुआ,वी� वी�� स+ हिनकाल पा\� और स(रजै ताथा� लिसता�र: स+ दि�श� का� अ ��जै कारता� घर का; ओर बाढ़�। वी� र�ता का6 चल� दि�न का6 चल� और गश्ता कारन+वी�ल: का6 चकामं� �+न+ का+ लिलए घ�स का+ ढा+र मं7 लिछेपाता� र��। ख�न+ का+ लिलए उसन+ का0 छे फल इकाट्ठी+ कार लिलय+। य�� -वी�� स+ र6ट= भी� मं� ग ल+ता� था�। आखिखर उस र�ता7 चलन+ का+ बा�� वी� इस झु�ल पार पाहु च�।

अबा आग+ का; का��न� हिफर उलझु गई। वी� स�इबा+रिरय� का� हिकास�न था�। उसका� घर बा+का�ल झु�ल का+ पा�स था�। वी� जै+न+वी� झु�ल का+ दूसर+ हिकान�र+ का; काल्पान� कार सकाता� था�। और उसन+ स6च�, वी� जैरुर रुस �6ग�। उसन+ एका झु:पा\� स+ �6 श�ता�र च0र�य+ और उनका+ ऊपार झु�ल पा�र का; और वी�� आय�, जै�� मंछे0 वी+ न+ उस+ उत्स0काता� स+ य� पा0छेता+ हुए अपान� का��न� समं�प्ता का;, "Zय� मं> काल घर पाहु च सकाता� हूं ?"

इस सवी�ल का+ ताजै0�मं7 स+ वी+ ल6ग बा\+ जै6र स+ � स पा\+, जिजैन्�:न+ पा�ल+ स6च� हिका वी� हिनर� बा0द्धº �, ल+हिकान बा�� मं7 स6चन+ पार वी+ �मं��� स+ भीर उठ+ और सबान+ था6\�-था6\� पास� उस डरपा6का और रुआ स+ भीग6\+ का+ लिलए इकाट्ठी� कार दि�य�।

ल+हिकान अबा पा0लिलस का� एका ऊ च� अफसर जिजैस+ फ6न कारका+ मं:त्री( स+ बा0ल�य� गय� था�, वी�� आय� और बा\� कादिठन�ई स+ उसन+ रिरपा6ट� ताय�र का;। छे�नबा�न का+ �aर�न न+ लिसफ� वी� दुभी�हिषय� प्र�य:�र�न �6 उठ�, बाश्किल्का उस स�इबा+रिरय�वी�स� का+ लिशष्ट�च�र का+ ताaर तार�का+ न जै�नन+ स+ उसका+ दि�मं�ग और पाभिश्चमं� �+श: का+ ल6ग: का+ बा�च ख�ई पा�� �6 गई। उस+ अपान+ बा�र+ मं7 अमिधका जै�नका�र� न�A था�। लिसवी� इसका+ हिका उसका� न�मं बा6रिरस था�। वी� अपान� पात्न� और ता�न बाच्चों: का+ स�था उस हिवीश�ल झु�ल स+ का0 छे �� फ�सल+ पार र�ता� था�। वी+ ल6ग किंप्र.स मंचस्का; का+ ग0ल�मं था+। वी� ‘ग0ल�मं’ शब्� का� �� प्रय6ग कार र�� था�, ��ल� हिका पाच�स वीष� पा�ल+ रूस मं7 ग0ल�मं� का� ख�त्मं� �6 च0का� था�।

अबा उसका+ भी�ग्य का6 ल+कार बा�स-मं0बा�हि�स� �6न+ लग�। बा+च�र� आ�मं� अपान+ का ध+ झु0का�य+ और बा0झु+ च+�र+ स+ उन बा�स कारन+ वी�ल: का+ बा�च ख\� था�। का0 छे न+ स6च� हिका उस+ बान� का+ रुस� दूता�वी�स मं7 भी+जै �+न� च�हि�ए,ल+हिकान दूसर: न+ इस पार आपाभित्ते कारता+ हुए का�� हिका इसका� नता�जै� य� �6ग� हिका उसका6 हिफर फ्रां� स भी+जै दि�य� जै�यग�। पा0लिलस का+ अफसर न+ बाता�य� हिका य� फ सल� कारन� हिकातान� मं0लिशकाल �6ग� हिका आय� उसका6 एका भीग6\� मं�न� जै�य य� हिबान� पारिरचय-पात्री: का+ एका पार�+श� समंझु� जै�य। जिजैल+ का+ र��ता अमिधका�र� न+ का�� हिका उस य�य�वीर का� स्थ�न�य जैमं�ता का+ खच� पार ख�न+ और र�न+ का� �का न�A�6 सकाता�। एका फ्रां� स�स� न+ उत्ते+जिजैता �6कार �खल �+ता+ हुए का�� हिका उस बा�हिकास्मंता भीग6\+ का� मं�मंल� बाहु ता स�फ �। का�मं पार लग�ओं य� स�मं� का+ बा��र भी+जै �6। �6 मंहि�ल�ओं न+ प्रहितावी�� हिकाय� हिका उस बा+च�र+ का� उसका+ दुभी��ग्य का+ लिलए �6ष न�A दि�य� जै� सकाता�। ल6ग: का6 उनका+ घर: स+ दूर कारन� और दूसर+ �+श मं7 भी+जै �+न� अपार�ध �। जैबा एका बा0जै0ग� ड+नमं�का� -हिनवी�स� न+ अच�नका का�� हिका आग�मं� पा(र+ सप्ता�� का+ लिलए वी� उस अजैनबा� का� खच�� �+ �+ग� और इस बा�च नगर हिनगमं रुस� दूता�वी�स स+ बा�ता कार ल+ ता6 ऐस� �=ख पा\� मं�न6 र�जैनहिताका झुग\� उठ ख\� �6ग�। इस अप्रत्य�लिशता समं�ध�न स+ सरका�र� पार+श�न� दूर �6 गई और बा�स कारन+वी�ल: का+ मंताभी+� भी0ल� दि�य+ गए।

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जिजैस समंय बा�स7 जै6र: स+ चल र�� थाA, उस भीग6\+ का; डरपा6का आ ख7 �6टल का+ मंन+जैर का+ �6ठ: पार जैमं� थाA। उस भी�\ मं7 वी�A एका आ�मं� था�, जै6 उसका; हिकास्मंता का� हिनबाट�र� कार सकाता� था�। भीग6\+ का+ वी�� आन+ स+ जै6 जैदिटल�ता�ए पा�� �6 गई थाA, उन्�7 वी� कामं �� समंझु पा�ता� जै�न पा\ता� था�। जैबा का6ल��ल थामं गय� ता6 उसन+ अपान+ जै0\+ हुए ��था मंन+जैर का+ च+�र+ का; ओर य�चन� का+ रूपा मं7 उठ�य+ जैस+ का6ई स्त्री� हिकास� �+वीता� का; अभ्यथा�न� कार र�� �6। उसका+ इस स काता+ स+ सबाका+ दि�ल भीर आय+। मंन+जैर न+ आत्मं�यता� स+ उस+ भीर6स� दि�ल�य� हिका वी� अपान+ मंन पार स+ सबा तार� का+ बा6झु का6 उता�र �+। उस+ का0 छे दि�न य�� र�न+ दि�य� जै�यग�। उसका6 का6ई भी� ��हिन न�A पाहु च� सका+ ग� और उसका; जैरुरता7 उस ग� वी का+ �6टल स+ पा(र� कार �= जै�य+ग�। रुस� न+ मंन+जैर का� ��था च(मंन� च��� ल+हिकान मंन+जैर न+ आभी�र का+ इस अपारिरलिचता रूपा का6 स्वी�का�र न�A हिकाय�। वी� शरणा�था� का6 सर�य मं7 ल+ गय� जै�� उसका+ ख�न+-पा�न+ और र�न+ का; व्यवीस्थ� �6न� था�। उसन+ एका बा�र हिफर उस+ आश्वस्ता हिकाय� हिका सबाका0 छे ठsका �6ग� और हिवी��ई का+ रुपा मं7 आखिखर� बा�र लिसर झु0का�कार �6टल का6 वी�पास चल� गय�।

भीग6\� मंन+जैर का6 जै�ता+ हुए �+खता� र��। उसका� च+�र� एका बा�र हिफर उस आ�मं� का+ चल+ जै�न+ स+ दुख� �6 उठ�, जै6 उसका; बा�ता समंझु सकाता� था�। उन ल6ग: का; लिचन्ता� का+ हिकाय+ हिबान� जै6 उसका+ हिवीलिचत्री व्यवी��र पार मंन6र जैन कार र�+ था+,। वी� अपान+ मिमंत्री का; ताबाताका �+खता� र��, जैबाताका हिका वी� का0 छे ऊ च� पा��\� पार बान+ �6टल मं7 उसका; आ ख: स+ ओझुल न �6 गय�।

अबा एका �श�का न+ उस रूस� का+ का ध+ पार �य�-भी�वी स+ ��था रZख� और सर�य का+ �रवी�जै+ का; ओर इश�र� हिकाय�। लिसर झु0का�य+ वी� उस+ अस्थ�य� आवी�स मं7 घ0स�। उस+ एका कामंर� दि�ख� दि�य� गय� और मं+जै पार हिबाठ� दि�य� गय�। उस+ एका हिगल�स ब्रा� ड� �= गई। य�� उसन+ बा\� बा+चन� मं7 सबा+र+ का� बा�का; समंय ग0जै�र�। ग� वी का+ बाच्चों+ बार�बार खिख\का; स+ उसका; ओर झु� का र�+ था+। वी+ � सता+ था+ और काभी�-काभी� उसका: जै6र स+ पा0का�रता+ था+। ल+हिकान उसन+ पारवी� न�A का;। ग्र��का उत्स0काता� स+ उसका; ओर �+खता+ था+; ल+हिकान वी� स�र+ समंय शमं� और स का6च स+ मं+जै पार हिनग�� जैग�य+ बाठ� र��। जैबा र�ता का� ख�न� पार6स� गय�, ता6 कामंर� � स�-ख0श� स+ बा�ता7 कारता+ ल6ग: स+ भीर गय�। ल+हिकान वी� रूस� उनका; बा�ताच�ता का� एका शब्� भी� न�A समंझु सका�। इस अन0भी(हिता स+ वी� दुख� था�। हिका वी� उन अजैनहिबाय: मं7 एका अजैनबा� �। वी� उन आ�मिमंय: का+ बा�च ग( ग+-बा�र+ का; तार� था�, जै6 मंजै+ मं7 अपान� बा�ता7 कार सकाता+ था+। उसका+ ��था इतान+ का� पा र�+ था+ हिका वी� अपान� श6रबा� भी� न�A पा� सकाता� था�। एका आ स( उसका+ ग�ल पार �6कार मं+जै पार हिगर पा\�। उसन+ का�तार भी�वी स+ अपान+ च�र: ओर �+ख�। मं+�मं�न: न+ उसका; वी+�न� का6 समंझु�। स�र+ समं�जै पार ख�मं6श� छे� गई। मं�र+ शमं� का+ उसका� लिसर इतान� झु0का गय� हिका का�ल� लका\� का; मं+जै स+ सट गय�।

श�मं ताका वी� कामंर+ मं7 र��। ल6ग आय+ और चल+ गय+, ल+हिकान न उस+ उनका� पाता�, चल� और न उन्�7 इसका�। वी� स्ट6वी का; छे�य� मं7 बाठ� र��। उसका+ ��था मं+जै पार दिटका+ र�+। उसका; मंaजै(�ग� का6 �र का6ई भी(ल गय�। अच�नका वी� उठ� और बा��र चल� गय� ताबा भी� हिकास� का� ध्य�न उसका; ओर न�A गय�। मं(का पाश0 का; भी� हिता वी� भी�र� मंन स+ पा��\� का+ �6टल मं7 गय� और बा\� हिवीनम्रता� स+, ट6पा� ��था मं7 लिलय+, स�र �रवी�जै+ का+ बा��र ख\� �6 गय�। पा(र+ एका घ ट+ वी� वी�� ख\� र��, पार हिकास� न+ उस+ �+ख� ताका न�A। अ ता मं7 र6शन� मं7 चमंकाता+ �6टल का+ �रवी�जै+ पार पा+\ का+ तान+ का; तार� ख\+ उस अजैनबा� आ�मं� पार एका बा6झु� का; हिनग�� गई और वी� मंन+जैर का6 बा0ल�न+ चल� गय�। उस स�इबा+रिरय�वी�स� का+ च+�र+ पार आ न� का; ल�र �a\ गई, जैबा मंन+जैर न+ आकार प्य�र स+ का��:

"का�6, बा6रिरस, ता0म्�7 Zय� च�हि�ए?" "क्षमं�... कारिरय+" रूका-रूकाका कार भीग6\+ न+ का��, "मं> बास इतान� जै�नन� च��ता� हूं । हिका... आय� मं>

घर जै� सकाता� हूं ?" "काल?" मंन+जैर ग भी�र �6 उठ�। य� शब्� उसन+ इतान� �यन�यता� मं+ स�था का�� था� हिका मंन+जै का; � स� का�फ( र �6

गई। "न�A बा6रिरस, अभी� न�A... जैबाताका य0द्ध समं�प्ता न �6 जै�य ताबाताका न�A।" "काबाताका? य0द्ध काबा समं�प्ता �6ग�?" "भीगवी�न जै�न+! का6ई भी� आ�मं� य� न�A बा�ता सकाता�।" "Zय� मं0झु+ इतान+ दि�न रुकान� �� �6ग�? Zय� मं> जैल्�= न�A जै� सकाता�?"

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"न�A, बा6रिरस ।", "Zय� मं+र� घर बाहुता दूर � ?" "�� ।" "काई दि�न का� सफर �?" "�� , बाहुता, बाहुता दि�न: का� ।" "ल+हिकान मं वी�� पा�ल जै� सकाता� हूं । मं> बाहुता मंजैबा(ता हूं । थाका( ग� न�A।" "ता0मं ऐस� न�A कार सकाता+, बा6रिरस !आग+ एका सर�� और �, जिजैस+ घर पाहु च स+ पा�ल+ ता0म्�7 पा�र

कारन� �6ग�।" "एका सर�� ?" उसन+ �र�न �6कार उसका; ओर �+ख�। य� शब्� उसका; समंझुन+ स+ पार+ था�। इसका+ बा�� बा\+ �� आग्र� स+ उसन+ आग+ का��, "मं> तार कार वी�� जै� सकाता� हूं ।" मंन+जैर मं0श्किश्काल स+ � स� र6का पा�य�, ल+हिकान वी� उसका; ��लता स+ दूख� �6 गय�। उसन+ ध�र+-स+ का��, "न�A, बा6रिरस, ता0मं ऐस� न�A कार पा�ओग+ सर�� का� मंतालबा �6ता� � दूसर� �+श।

वी�� का+ ल6ग ता0म्�7 उस �+श स+ न�A ग0जैरन+ �+ग7।" "ल+हिकान मं> उन्�7 का6ई न0कास�न न�A पाहु च�ऊ ग�। मं>न+ अपान� बा दूका फ7 का �= �। वी+ Zय: मं0झु+ अपान� स्त्री�

का+ पा�स जै�न+ का; इजै�जैता �+न+ स+ इन्का�र कार �+ग7, जैबाहिका मं> ईस का+ न�मं पार ग0जैरन+ का; प्र�था�न� कारु ग�?"मंन+जैर का� च+�र� और भी� ग भी�र �6 गय�। उसका; आत्मं� बा+चन �6 गई। "न�A", उसन+ का��, "वी+ ता0म्�7 न�A जै�न+ �7ग7, बा6रिरग, ईस� का+ न�मं पार भी� न�A आ�मं� अबा ईस� का+

शब्� न�A स0नता+।""ल+हिकान मं> अबा Zय� कारु ? मं> य�� न�A र� सकाता�। मं> Zय� का�ता� हूं । का6ई न�A समंझुता�, न मं> ल6ग:

का; बा�ता समंझुता� हूं ।" "ता0मं का0 छे �� दि�न: उनका; बा�ता समंझुन� स�ख ल6ग+।" "न�A," उसन+ लिसर हि�ल�य�, "मं> काभी� न�A स�ख पा�ऊ ग�। मं> धरता� जै6ता सकाता� हूं और का0 छे न�A कार

सकाता� । य�� मं Zय� कारु ग�? मं> घर जै�न� च��ता� हूं । मंझु+ का6ई र�स्ता� बाता� �6।" "का6ई र�स्ता� न�A �>, बा6रिरस।" "ल+हिकान वी+ ल6ग मं0झु+ अपान� स्त्री�-बाच्चों+ का+ पा�स वी�पास जै�न+ स+ न�A र6का सकाता+ अबा मं> सहिनका न�A हूं ।" "ठsका �>, बा6रिरस, पार वी+ र6का सकाता+ �।" "ल+हिकान जै�र? वी� जैरुर �� मं+र� मं�� कार+ग�।" य� हिवीच�र अच�नका उसका+ मंन मं7 आय� था�। आश�

स+ वी� थारथार का� पान+ लग� और जै�र का� न�मं उसन+ बा\+ आ�र स+ लिलय�। " बा6रिरस, अबा जै�र न�A र��। उस+ गद्दे= स+ उता�र दि�य� गय�।" "अबा जै�र न�A �?" उसन+ श(न्य आ ख: स+ मंन+जैर का; ओर �+ख�। आश� का; आखिखर� हिकारणा भी� ल0प्ता

�6 गई था�। उसका; आ ख स+ भी� चमंका जै�ता� र��। उसन+ पास्ता �6कार का��, "अच्छा� , ता6 मं> घर न�A जै� सकाता� ?"

"अभी� न�A, बा6रिरस ता0म्�7 रुकान� �6ग�।" "Zय� बाहुता दि�न ताका?"

"मं> न�A जै�नता�। अध का�र मं7 वी� च+�र� और भी� हिनर�श� �6 गय�। "मं> इतान+ दि�न रुका� र�� हूं । अबा मं> और अमिधका का स+ रुका सकाता� हूं ? मं0झु+ र�स्ता� बाता� �6। मं> का6लिशश

कारु ग�।" "बा6रिरस , र�स्ता� का6ई भी� न�A �। वी+ ता0म्�7 सर�� पार हिगरफ्ता�र कार ल+ग7 ता0मं य�A र�6। �मं ता0म्��र+ लिलए

का0 छे का�मं ख6जै �7ग+।" "य�� ल6ग मं+र� बा�ता न�A समंझुता+, मं> उनका; बा�ता न�A समंझु सकाता�।" उसन+ ट(ट+ शब्�: मं7 का��, " मं>

य�� न�A र� सकाता�। मं+र� मं�� का;जिजैय+।""मं> का0 छे न�A कार सकाता�, बा6रिरस।"

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"ईस� का+ न�मं पार मं+र� मं�� का;जिजैय+, न�A ता6 मं+र+ लिलए का6ई उम्मं�� न�A �।" "मं> ता0म्��र� मं�� न�A कार सकाता�, अबा आ�मं� एका-दूसर का; मं�� न�A कार सकाता�।" वी+ �6न6 एका-दूसर+ का; ओर ता�काता+ ख\+ र�+। बा6रिरस अपान� उ गलिलय: का+ बा�च ट6पा� का6 मंर6\ता� र��। "वी+ मं0झु+ घर स+ Zय: ल+ गय+ था+? उन्�:न+ का�� था� हिका मं0झु+ रुस का+ लिलए और का� उन्�:न+ Zय� हिकाय� �?""उन्�:न+ उस+ गद्दे= स+ उता�र दि�य� �।""गद्दे= स+ उता�र दि�य� �?" उसन+ रुख�ई स+ इन शब्�: का6 �6�र�य�, "ल+हिकान मं> अबा Zय� कारु ? मं0झु+

जैरुर घर जै�न� �। मं+र+ बाच्चों+ मं+र+ लिलए हिबालख र�+ �:ग+। मं> य�� न�A र� सकाता� का� पा� कारका+ मं+र� मं�� का;जिजैय+।"

"मं> का0 छे न�A कार सकाता�, बा6रिरस।" "का6ई भी� मं+र� मं�� न�A कार सकाता�। "न�A।" रुस� न+ और भी� दुख� �6कार अपान� लिसर झु0का� लिलय�। अच�नका उसन+ मं � स्वीर मं7 का��: "धन्यवी�� !" इतान� का�कार वी� मं0\� और चल दि�य�।ध�र+-ध�र+ वी� पा��\� का+ न�च+ उतार�। मंन+जैर उस+ जै�ता+ �+खता� र��। उस+ य� �+खकार अचरजै हुआ हिका वी�

सर�य मं7 Zय: न�A गय�, झु�ल का6 जै�न+ वी�ल+ र�स्ता+ पार आग+ बाढ़ गय�। एका आ� भीरकार वी� बा+च�र� र�मंदि�ल दुभी�हिषय� मंजै+जैर �6टल मं7 अपान+ का�मं पार चल� गय�।

स य6ग स+ उस� मंछे0 वी+ का6, जिजैसन+ उस जिजैन्�� स�इबा+रिरय� का+ हिनवी�स� का6 बाच�य� था�, दूसर: का+ पा�न�य+ का6ट और पाताल(न का; ता� कारका+ ट6पा� का+ स�था हिकान�र+ पार रख दि�य+ था+ और पा�न� मं7 का( � पा\� था�, ठsका वीस+ �� हिनवी�स्त्री जैस+ हिका वी� पा�न� मं7 स+ हिनकाल� था�।

च( हिका उस पार�+श� का� न�मं का6ई न�A जै�नता� था�। इसलिलए उसका� स्मं�रका ता6 बान न�A सकाता� था�। उसका; समं�मिध पार बास हिबाल� न�मं का� लका\� का� एका सल�बा लग�य�जै� सकाता� था�।●

-अनु ० योशपा�� ज;नु

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कों��Dश�□

म;ज्विMसेम गां�कोंN

काहिब्रास्ता�न का+ मं0फलिलस: का+ घ+र+ मं7 पाभित्तेय: स+ ढाका; और बा�रिरश ताथा� �वी� मं7 ढा+र बान� समं�मिधय: का+ बा�च एका स(ता� पा6श�का पा�न+ और लिसर पार का�ल� दुश�ल� ड�ल+,�6 स(ख+ भी(जै� वी�क्ष: का; छे�य� मं7 एका स्त्री� बाठs �। उसका+ लिसर का+ सफ+ � बा�ल: का; एका लट उसका+ का0 म्�ल�य+ ग�ल पार पा\� �। उसका+ मंजैबा(ता� स+ बा � �6ठ: का+ लिसर+ का0 छे फ( ल+ हुए-स+ �>, जिजैसस+ मं0� का+ �6न: ओर श6का-सहूंचका र+ख�ए उभीर आई �। आ ख: का; उसका; पालका+ स(जै� हुई �>, जैस+ वी� ख(बा र6ई �6 और काई लम्बा� र�ता7 उसका; जै�गता+ बा�ता� �:।

मं> उसस+ का0 छे �� फ�सल+ पार ख\� �+ख र�� था�, पार वी� ग0मंस0मं बाठs र�� और जैबा मं> उसका+ नजै�=का पाहु च गय� ताबा भी� उसमं7 का6ई �लचल पा�� न�A हुईं। मं�जै अपान� बा0झु� हुई आ ख: का6 उठ�कार उसन+ मं+र� ओर �+ख� और मं+र+ पा�स पाहु च जै�न+ स+ जिजैस उत्स0काता�, जिझुझुका अथावी� भी�वी�वी+ग का; आश� का; जै�ता� थाA, उस+ ताहिनका भी� दि�ख�य+ हिबान� वी� न�च+ का; ओर ता�काता� र��।

मं>न+ उस+ नमंस्का�र हिकाय�। पा(छे�,"Zय: बा�न, य� स�मंमिध हिकासका; �?""मं+र+ ल\का+ का;।" उसन+ बा�ता �� बा+रुख� स+ जैवी�बा दि�य�।"Zय� वी� बाहुता बा\� था�?""न�A, बा�र� स�ल का� था�।""उसका; मंaता काबा हुई?""च�र स�ल पा�ल+।" स्त्री� न+ �=घ� हिनश्व�स छे6\� और अपान+ बा�ल: का; लट का6 दुश�ल+ का+ न�च+ कार लिलय�। उस दि�न बा\� गमं�

था�। मं0�± का; उस नगर� पार स(रजै बा\� बा+र�मं� स+ चमंका र�� था�। काब्रा6 पार जै6 था6\� बाहुता घ�स उग आई था�। वी� मं�र+ गमं� और ध(ल का+ पा�ल� पा\ गई था� और सल�बा: का+ बा�च यत्री-तात्री ध(ल स+ भीर+ पा+\ ऐस+ च0पाच�पा ख\+ था+, मं�न: मंaता न+ उन्�7 भी� अपान+ स� य+ मं7 ल+ लिलय� �6।

ल\का+ का; स�मंमिध का; ओर लिसर स+ इश�र� कारता+ हुए मंन+ पा(छे�,"उसका; मंaता का स+ हुई?" "घ6\6 का; ट�पा: स+ का0 चलन+ स+।" उसन+ हिगन+-च0न+ शब्�: मं7 उत्तेर दि�य� और समं�मिध का6 जैस+ स�ल�न+ का+

लिलए झु0र्रिर.य: स+ भीर� अपान� ��था उस ओर बाढ़� दि�य�। "ऐस� का स+ हुआ?" जै�नता� था� हिका मं> अभीद्रता� दि�ख� र�� था�, ल+हिकान उस स्त्री� का6 इतान� ग0मंस0मं �+खकार मं+र� मंन का0 छे

उत्ते+जिजैता और का0 � ख�जै स+ भीर उठ� था�। मं+र+ अन्�र सनका पा�� हुई हिका उसका; आ ख: मं7 आ स( �+ख( । उसका; उ��स�नता� मं7 अस्वी�भी�हिवीकाता� था� पार मं0झु+ लग� हिका वी� उस ओर स+ बा+स0ध था�।

मं+र+ सवी�ल पार उसन+ अपान� आ ख7 ऊपार उठ�ई और मं+र� ओर �+ख�। हिफर लिसर स+ पार ताका मं0झु+ पार हिनग�� ड�लकार उसन+ ध�र+-स+ आ� भीर� और बा\+ मं � स्वीर मं7 अपान� का��न� का�न� श0रू का;:

"घटन� इस तार� घट=। इसका+ हिपाता� गबान का+ मं�मंल+ मं7 ड+ढ़ स�ल का+ लिलए जै+ल चल+ गय+ था+। �मं�र+ पा�स जै6 जैमं� पा( जै� थाA वी� इस बा�च खच� �6 गई। बाचता का; कामं�ई Qय��� ता6 था� न�A। जिजैस समंय ताका मं+र� आ�मं� जै+ल स+ छे( ट� �मं ल6ग घ�स जैल�कार ख�न� पाका�ता+ था+। एका मं�ल� ग�\� भीर वी� बा+का�र घ�स मं0झु+ �+ गय� था�।उस+ मं>न+ स0ख� लिलय� था� और जैल�ता+ समंय उसमं7 था6\� बा0र��� मिमंल� ल+ता� था�। उसमं7 बा\� �� बा0र� ध0आ हिनकालता� था� और ख�न+ का+ स्वी�� का6 खर�बा कार �+ता� था�। का6ल(श� स्का( ल चल� जै�ता� था�। वी� बा\� ता+जै ल\का� था� और बाहुता �� हिकाफ�यताश�र था�। स्का( ल स+ घर लaटता+ समंय र�स्ता+ मं7 जै6 भी� लट्ठी+- लका\� मिमंल जै�ता+ था+, ल+ आता� था�। वी सता का+ दि�न था+। बाफ� हिपाघल र�� था�। और का6ल(श� का+ पा�स पा�नन+ का6 लिसफ� हिकारमिमंच का+ जै(ता+ था+। जैबा वी� उन्�7 उता�रता� था� ता6 उसका+ पार मं�र+ स�� का+ ल�ल-स0ख� �6 जै�ता+ था+।

"उन्�A दि�न: उन ल6ग: न+ ल\का+ का+ हिपाता� का6 जै+ल स+ रिर�� कार दि�य� और ग�\� मं7 घर ल�य+। जै+ल मं7 उस+ दि�ल का� �aर� पा\ गय� था�। वी� हिबास्तार पार पा\� मं+र� ओर ता�का र�� था�। उसका+ च+�र+ पार का0 दिटल मं0स्कार��ट था�। मं>न+ उस पार हिनग�� ड�ल� और मंन-�� मंन स6च�, ‘ता0मंन+ मं+र� य� ��लता कार �= �! और अबा मं> ता0म्��र� पा+ट का स+ भीरू ग�? ता0म्�7 का;च\ मं7 पाटका दू । �� ,मं> ऐस� �� कारन� च�हूं ग�।

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‘‘ ल+हिकान का6ल(श� न+ उस+ �+ख� ता6 हिबालख उठ�। उसका� च+�र� जै�� �6 गय� और बा\+ बा\+ आ स( उसका+ ग�ल: पार बा�न+ लग+। मं¼, इनका; ऐस� ��लता Zय: �?’ उसन+ पा(छे�। मं>न+ का��, य� अपान� जै�न� जै� च0का+ �>’

‘‘उस दि�न का+ बा�� स+ �मं�र� ��लता बा�तार �6ता� गई। मं> र�ता दि�न मं+�नता कारता�, ल+हिकान अपान� ख(न स0ख� कारका+ भी� बा�स का�पा+का स+ Qय��� न जै0ट पा�ता� और वी� भी� र6जै न�A, ख0शहिकास्मंता दि�न: मं7। य� ��लता मंaता स+ भी� गई-बा�ता� था� और मं> अZसर अपान� जिजैन्�ग� का� ख�त्मं� कार �+न� च��ता�।

"का6ल(श� य� �+खता� और बाहुता पार+श�न �6कार इधर-स+-उधर भीटकाता�। एका बा�र जैबा मं0झु+ लग� हिका य� सबा मं+र� बा���श्ता स+ बा��र � ता6 मं>न+ का��, ‘आग लग+ मं+र� इस जिंजै.�ग� का6! मं> मंर Zय: न�A जै�ता�! ता0मं ल6ग: मं7 स+ भी� हिकास� का; जै�न Zय: न�A हिनकाल जै�ता�?’मं+र� इश�र� का6ल(श� और और उसका+ हिपाता� का; ओर था।

"उसका+ हिपाता� न+ लिसर हि�ल�कार बास इतान� का��, मं> जैल्�= �� चल� जै�ऊ ग�। मं0झु+ जैल� काट= मंता का�6। था6\� ध�रजै रZख6।’

"ल+हिकान का6ल(श� �+र ताका मं+र� ओर ता�काता� र��, हिफर मं0\� और घर स+ बा��र चल� गय�।"वी� जैस+ �� बा��र गय�, मं0झु+ अपान+ शब्�: पार अफस6स �6न+ लग�, पार अबा �6 Zय� सकाता� था�! ता�र

छे( ट च0का� था�।"एका घ ट� भी� न�A बा�ता� �6ग� हिका घ6\+ पार सवी�र एका लिसपा��� आय�। ‘Zय� आपा गaसपा6जै� लिशश�न�न�

�>?’ उसन+ पा(छे�। मं+र� दि�ल बाठन+ लग�। उसन+ आग+ का��, ‘ता0म्�7 अस्पता�ल मं7 बा0ल�य� �। सa��गर ण्न6खिखन का+ घ6\: न+ ता0म्��र+ बा+ट+ का6 का0 चल ड�ल� �।’

"मं> फaरन ग�\� मं7 अस्पता�ल का+ लिलए रवी�न� �6 गई। मं0झु+ लग र�� था�, मं�न6 हिकास� न+ ग�\� का; स�ट पार जैलता+ का6यल+ हिबाछे� दि�य+ �>" मं अपान+ का6 का6स र�� था�—अर� काम्बाख्ता, ता0न+ य� Zय� कार ड�ल�!’

"आखिखर �मं अस्पता�ल पाहु च+। का6ल(श� हिबास्तार पार पा\� था�। उसका+ स�र+ बा�न पार पादिट्टीय� बा ध� थाA। वी� मं+र� तारफ �+खकार मं0स्कार�य�! उसका+ ग�ल: पार आ स( बा�न+ लग+! ध�मं� आवी�जै मं7 उसन+ का��, ‘मं� , मं0झु+ मं�फ कार6। पा0लिलस का+ आ�मं� पास+ ल+ लिलय+ �>।’

"ता0मं हिकान पास: का; बा�ता कार र�+ �6, का6ल(श�?" मं>न+ पा(छे�।"वी� बा6ल�, अर+, वी+ पास+, जै6 ल6ग: न+ और एन6खिखन न+ मं0झु+ दि�य+ था+।’"मंन+ पा(छे�, ‘उन्�:न+ ता0म्�7 पास+ Zय: दि�य+?’"उसन+ का��, ‘इसलिलए...’"उसन+ मिधर+ स+ आ� भीर�। उसका; आ ख7 ताश्तार� जैस� बा\� �6 र�� थाA।‘का6ल(श�!’ मं>न+ का��, ‘य� Zय� हुआ हिका ता0मंन+ घ6\+ आता+ हुए न�A �+ख+!’"उसन+ स�फ आवी�जै मं7 �का�, ‘मं� मं>न+ घ6\+ आता+ �+ख+ था+, ल+हिकान मं+र+ ऊपार स+ हिनकाल जै�य ग+ ता6 ल6ग

मं0झु+ जैय��� पास+ �7ग+, और उन्�:न+ दि�य+ भी�।’"य+ उसका+ शब्� था+। मं> सबाका0 छे समंझु गई, सबाका0 छे समंझु गई हिका उस फरिरश्ता+ ल�ल न+ ऐस� Zय: हिकाय�;

ल+हिकान अबा ता6 का0 छे भी� न�A हिकाय� जै� सकाता� था�।"अगल+ दि�न सबा+र+ �� वी� मंर गय�। आखिखर� स� स ल+न+ ताका उसका; च+तान� बान� र�� और वी� बा�र-बा�र

का�ता� र�� ‘डड� का+ लिलए य� खर� ल+न�, वी� खर� ल+न� और मं� अपान+ लिलए भी�,’जैस+हिका उसका+ स�मंन+ पास�-�� पास� �6। वी�स्तावी मं7 स�ता�लिलस रूबाल था+।

"मं> एन6खिखन का+ पा�स गई; ल+हिकान मं0झु+ का0 ल जैमं� पा� च रूबाल दि�य+ और वी+ भी� ग\बा\� कार उसन+ का��, ‘ल\का+ न+ अपान+ का6 घ6\+ का+ बा�च झु:का दि�य�। बाहुता-स+ ल6ग: न+ �+ख�। इसलिलए ता0मं हिकास बा�ता का; भी�ख मं� गन+ आई �6? मं> हिफर काभी� घर वी�पास न�A गई। भीय�, य� � स�र� ��स्ता�न!’

काहिब्रास्ता�न मं7 ख�मं6श� और सन्नूट� छे�य� था�। सल�बा, र6ग�-जैस+ पा+\, मिमंट्टी= का+ ढा+र और काब्रा पार इतान+ दुख� भी�वी स+ ग0मंस0मं बाठs वी� स्त्री�—इस सबास+ मं> मं�त्य0 और इन्स�न� दुख का+ बा�र+ मं7 स6चन+ लग�।

ल+हिकान आसमं�न स�फ था� और धरता� पार ढालता� गमं� का; वीष�� कार र�� था�। मं>न+ अपान� जै+बा स+ का0 छे लिसZका+ हिनका�ल+ और उस स्त्री� का6 ओर बाढ़� दि�य+, जिजैस+ ताका�=र न+ मं�र ड�ल�

था�, हिफर भी� वी� जिजैय+ जै� र�� था�।

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उसन+ लिसर हि�लय� और बाहुता �� रुकाता+-रुकाता+ का��, "भी�ई, ता0मं अपान+ का6 Zय: �र�न कारता+ �6! आजै का+ लिलए मं+र+ पा�स बाहुता �>। अबा मं0झु+ Qय��� का; जैरूरता भी� न�A �। मं> अका+ ल� हूं -दुहिनय� मं7 हिबालका0 ल अका+ ल�।"

उसन+ एका लम्बा� स� स ल� और हिफर मं0 � पार वी+�न� स+ उभीर� र+ख�ओं का+ बा�च अपान+ पाताल+ �:ठ बान्� कार लिलय+।●

-अनु ० आदशO कों म�रा� ज;नु

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एकों थे;�� से�म/टा□

यो�शिशकों� हा�योम�

य6लिशजै6 स�मं7ट का+ थाल+ ख�ल� कार र�� था�। अपान+ शर�र का+ अमिधकातार अ ग: का6 वी� हिकास� तार� स�मं7ट का; ध(ल स+ बाच�य+ हुए था�, ल+हिकान उसका+ का+ श: और मं(छे: पार एका मं6ट= पापा\� जैमं गय� था�। वी� अपान� न�का स�फ कारका+ लिसमं7ट का; उस पापा\� का6 हिनका�लन+ का+ लिलए अका0 ल र�� था�, जिजैसका+ का�रणा न�स�पा0ट: का+ भी�तार बा�ल सल�ख-स+ का\+ �6 गय6 था+; ल+हिकान स�मं7ट घ6लन+ का� यन्त्री �र मिमंनट मं7 �स ख+पा ताय�र कारका+ फ7 का र�� था� और उस+ भीरता+ र�न+ मं7 ढ़=ल का; का6ई ग0 जै�इश न�A था�।

य6लिशजै6 का� का�मं का� दि�न ११ घ ट+ का� था�। इसका+ �aर�न उस+ एका बा�र भी� ढा ग स+ न�मं स�फ कारन+ का� अवीसर न मिमंलता�। जैबा था6\� �+र का; �6पा�र का; छे0 ट्टी= मं7 उस+ भी(ख लग� �6ता� ता6 वी� जैल्�=-जैल्�= हिकास� तार� काaर हिनगलता� र�ता�। उस+ आश� था� हिका ता�सर+ पा�र का+ का0 छे �+र का+ हिवीश्र�मं मं7 उस+ अवीसर मिमंल+ग�, ल+हिकान जैबा उसका� समंय आय� ता6 उसन+ पा�य� हिका उस बा�च स�मं7ट घ6लन+ का+ यन्त्री का6 ख6लन� �। ता�सर+ पा�र ताका उस+ लगन+ लग� था� हिका उसका; समं(च� न�का स�मं7ट घ6लन+ का+ यन्त्री का6 ख6लन� �। ता�सर+ पा�र ताका उस+ लगन+ लग� था� हिका उसका; समं(च� न�का स�मं7ट बान गई �। दि�न हिकास� तार� पा(र� �6 र�� था�। थाका�न स+ उसका; बा��7 लिशलिथाल �6 च0का� थाA और थाल+ ढा6न+ का+ लिलए उस+ पा(र� जै6र लग�न� पा\ र�� था�। एका�एका थाल� उठ�ता+ समंय उसन+ �+ख�, स�मं7ट मं7 एका छे6ट�-स� लका\� का� हिडब्बा� �।

"Zय� �6 सकाता� � य�?" उस+ का0 ता(�ल हुआ, ल+हिकान का0 ता(�ल श�न्ता कारन+ का+ लिलए का�मं का; गहिता ध�मं� न�A का; जै� सकाता� था�। �\बा\� कार उसन+ नपा�ई का+ चaखट+ मं7 स�मं7ट भीर� और उस+ मिमंल�न+ का+ ख� च+ मं7 ड�ल दि�य�। बा+ल्च� उठ�कार वी� हिफर स�मं7ट ढा6न+ लग�।

मंन-��-मंन हिडब्बा� उठ�य� और अपान+ लबा��+ का; जै+बा मं7 ड�ल लिलय�।"अर+ मं�र6 ग6ल�, वीजैन ता6 का0 छे न�A �। उसमं7 और जै6 �6 स6 �6, पास� ता6 Qय��� न�A �6ग�।"

इस ताहिनका-स� �+र स+ भी� वी� अपान+ का�मं मं7 हिपाछे\ गय� था� औश्र अबा उस+ दुग0न� ता+जै� स+ स�मं7ट ढा6कार मंश�न मं7 ड�लन� पा\�।

स्वीय च�लिलता यन्त्री का; तार� उसन+ एका और थाल� ख�ल� हिकाय� और नपा�ई का+ नय+ ख� च+ मं7 स�मं7ट भीरन+ लग�।

अ ता मं7 मंश�न का; रफ्ता�र का0 छे ध�मं� हुई और हिफर वी� रुका गय�। य6लिशजै6 का+ उस दि�न का; छे0 ट्टी= का� समंय आ गय�। यन्त्री स+ लग� हुई रबार का; नल� का6 उसन+ उठ�य� और मं0 �-��था ध6न+ का� �ल्का�-स� उपाक्रोमं हिकाय�। हिफर उसन+ अपान+ न�श्ता+ का� हिडब्बा� गल+ मं7 ट� ग लिलय� और अपान� का6ठ�र� का; ओर चल पा\�। एका �� हिवीच�र उसका+ मंन पार छे�य� हुआ था�: पा+ट मं7 का0 छे भी6जैन पा\न� च�हि�ए और उसस+ भी� जैरूर� य� हिका ता+जै स�का+ शर�बा का� हिगल�स मिमंल जै�न� च�हि�ए।,

वी� हिबाजैल�घर का; इमं�रता का+ स�मंन+ स+ ग0जैर�। उसका� हिनमं��णा-का�य� लगभीग पा(र� �6 गय� था� और अबा जैल्�= �� उन्�7 हिबाजैल� मिमंलन+ लग+ग�। स0दूर भिक्षहिताजै पार स� झु का+ ध0 धलका+ मं7 का र� पावी�ता-लिशखर का; बाफ� चमंका उठs था�। य6लिशजै6 का+ � पास�न+ स+ लथापाथा शर�र मं7 स�स� एका का पाका पा� �a\ गय� था� और वी� ठ ड स+ लिस�र उठ�। जिजैस र�स्ता+ वी� चल र�� था�, उसका+ हिकान�र+-हिकान�र+ हिकास� न�= बा� र�� था�। दूमिधय� झु�ग का+ न�च+ स+ एका घरघर��ट उसका; ता+जै गहिता का� स का+ ता �+ र�� था�।"ऐस� का; तास�?" य6लिशजै6 न+ स6च�, "�� �, बास �� �! उस औरता का+ हिफर बाच्चों� �6न+ वी�ल� �!"

उसका� ध्य�न का6ठर� मं7 का0 लबा0ल�ता+ छे: बाच्चों: का; ओर जै�\6 का� अ ता �6ता+-न �6ता+काता जैन्मं ल+न+ वी�ल+ स�तावी7 बाच्चों+ का; ओर अपान� घरवी�ल� का; ओर गय�, जै6 ध\�ध\ एका का+ बा�� एका बाच्चों� जैनता� चल� जै� र�� �—एका ग�र� उ��स� उस पार छे� गय�।

"अबा स6च6",वी� मंन-��-मंन बा0�बा0��य�, "र�जै का; १ य+न ९० स+न मंजैदूर� मिमंलता� �, जिजैसमं7 स+ फ; पा\� ५० स+न का+ हि�स�बा स+ �6पा\� च�वील ल+न+ �6ता+ �>। हिफर र�न+-स�न+ का� खच� र6जै का� ९० स+न �6 जै�ता� �। १.९० ता6 इस� मं7 गय�-अबा शर�बा का+ लिलए का0 छे का�� स+ बाच र�+ग�!"

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एका�एका उस+ जै+बा मं7 पा\+ हिडब्बा+ का; य�� आय�। हिडब्बा� हिनका�लकार उसन+ अपान� पाताल(न का; हिपाछे�\� पार रग\कार उसका� स�मं7ट स�फ हिकाय�। हिडब्बा+ पार का0 छे लिलख� न�A था�, ल+हिकान वी� स�वीध�न� स+ मं0�रबान� हिकाय� गय� था�।

"भील� ऐस+ हिडब्बा+ का6 का6ई मं0�रबान्� Zय: कारन� च��+ग�? वी� जै6 भी� �6, बा0झुaवील का� शaका;न जै�न पा\ता� �।"

स\का का+ हिकान�र+ का+ पात्थर पार पाटकान+ पार भी� हिडब्बा+ का� ढाZकान न�A ख0ल�। ग0स्स+ मं7 य6लिशजै6 न+ उस+ स\का पार ड�ल कार एहि\य: स+ का0 चलन� श0रू हिकाय�। अन्ता मं7 हिडब्बा� ट(ट गय�। कापा\+ का+ लिचथा\+ मं7 लिलपाट� हुआ एका का�गजै �+खकार य6लिशजै6 न+ उठ� लिलय� और पाढ़न+ लग�।

"मं न(मं0र� स�मं7ट काम्पन� मं7 मंजैदूर� कारता� हूं । मं+र� का�मं स�मं7ट का+ थाल+ स�न� �। जिजैस नaजैवी�न स+ मं+र� सग�ई हुई था�, वी� भी� उस� काम्पन� मं7 का�मं कारता� था�। उसका� का�मं था� हिपास�ई का; मंश�न मं7 पात्थर झु:कान�। ७ अक्त( बार का; स0बा� जैबा वी� एका बा\� ढा6का� मंश�न मं7 ड�लन+ का; का6लिशश कार र�� था�, उसका� पार का;च\ मं7 हिफसल� और पात्थर का+ स�था �� वी� मंश�न मं7 हिगर गय�।

"उसका+ स�लिथाय: न+ उस+ खिंख.चकार हिनका�लन+ का; का6लिशश का;, ल+हिकान का6ई नता�जै� न हिनकाल�। ड(बाता+ आ�मं� का; तार� वी� पात्थर का+ स�था �� ध सता� चल� गय�। पात्थर: का+ स�था �� उसका� शर�र भी� मंश�न मं7 हिपास गय� और दूसर� तारफ च(र� बा��र फ7 कान+ का+ लिलए पा�इपा मं7 स+ ग0ल�बा� च(र� बानकार हिनकाल�—य� च(र� भी� ढा0ल�ईवी�ल� पा+ट= का+ स��र+ मं��न पा�सन+वी�ल� चZका; मं7 पाहु च गय� और उसका+ इस्प�ता का+ पा�ट: का+ न�च+ चल� गय�। मं0झु+ लग�, हिपास�ई का+ �aर�न भी� वी+ मं�न6 का6ई मंन्तार पाढ़ र�7 �:। वी�� स+ च(र� भीट्टी= मं7 पाहु च� और पाका कार स�मं7ट का+ रूपा मं7 ताय�र �6कार हिनकाल आय�।" उसका; �हि¾य� , उसका� मं� स-मंज्ज�, उसका� मंन-सबा हिपासकार च(र� �6 गय+ था+। �� , मं+र� पाहिता था6\�-स� स�मं7ट-भीर बानकार र� गय� था�। बाच� था� लिसफ� उसका; पा6श�का का� एका लिचथा\�।आजै दि�न-भीर मं> वी+ थाल+ स�ता� र�� हूं , जिजैनमं+ उस ख+पा का� स�मं7ट भीर� जै�य+ग�।

"उसका+ स�मं7ट बानन+ का+ दूसर+ �� दि�न मं> य� लिचट्ठी= लिलख र�A हूं । इस+ पा(र� कारका+ मं> इस ख+पा का+ एका थाल+ मं7 ड�ल दू ग�।

"Zय� ता0मं जै6 भी� इस �+ख6ग7, मंजैदूर �6? अगर ता6 मं+�रबा�न� कारका� मं0झु+ जैवी�बा �+न�। इस थाल+ का� स�मं7ट का�� का�मं आ र�� �? मं> जै�नन� च��ता� हूं ।

"का0 ल हिकातान� स�मं7ट उसस+ बान� और सबा-का�-सबा एका �� जैग� का�मं आय� य� अलग-अलग? Zय� ता0मं पालस्तार कारन+वी�ल+ �6 य� र�जै-मिमंस्त्री�?

"मं न�A च��ता� हिका वी� हिकास� लिथाय+टर का+ गलिलय�र+ य� हिकास� बा\+ भीवीन का; �=वी�र का� हि�स्स� बान जै�य+। ल+हिकान ऐस� �6न� र6कान+ का+ लिलए मं> कार Zय� सकाता� हूं ! अगर ता0मं मंजैदूर �6 ता6 य� स�मं7ट हिकास� ऐस� जैग� मं7 मंता लग�न�।

"ल+हिकान हिफर स6चता� हूं इसस+ Zय� फका� पा\+ग�! जै�� च��:, य� स�मं7ट लग� �+न�। जै�� भी� वी� लगय� जै�य+ग�, लगन स+ अपान� का�मं पा(र� कार+ग�। वी� था� �� न+का और इमं�न��र और जै�� भी� उसका� भी�ग्य उस+ ल+ जै�य+ग�, वी�� अपान� का�मं पा(र+ मंन स+ कार+ग�।

"उसका� दि�ल बाहुता नरमं था�, ल+हिकान स�था �� वी� ताग\� और स��स� भी� था�। अभी� हिबालका0 ल जैवी�न था�—२५वी� स�ल लग� �� था�। मं0झु+ य� भी� जै�नन+ का� अवीसर न�A मिमंल� हिका वी� मं0झुस+ हिकातान� प्र+मं कारता� � और अबा मं> उसका+ लिलए काफन स� र�� हूं —काफन Zय�, स�मं7ट का� थाल� स� र�� हूं । ���घर का; जैग� वी� भीट्ठी= मं7 झु:का� जै�य+ग�, ल+हिकान उसस+ हिवी�� ल+न+ का+ लिलए मं> उसका; काब्रा ताका का स+ पाहु च( ग�, Zय:हिका मं> का स+ जै�न सकाता� हूं हिका ता0मं उस+ का�� �फन�य� जै�य+ग�—पा(रबा य� पाज्विश्छेमं,दूर य� पा�स का�A....इसलिलए मं> च��ता� हूं हिका ता0मं इस लिचट्ठी= का� जैबा�बा जैरूर �+न�। ता0मं अगर मंजैदूर �6 ता6 जैवी�बा ता6 �6ग+ न? और उसका+ बा�ल+ मं7 मं> उसका; पा6श�का का+ कापा\+ का� एका ट0का\� ता0म्�7 �+ता� हूं —�� य�� ट0का\� �, जिजैसमं7 लिचट्ठी= लपा+ट= गय� �। उसका+ पात्थर का� च(र�, उसका+ शर�र का� पास�न�—सबा इस� कापा\+ मं7 �। जै6 पा6श�का पा�नकार वी� मं0झु+ स�न+ स+ लग�ता� था�—ओ� हिकातान� का\� �6ता� था� उसका; काaल�!—उसका� का0 ल य� ट0का\� �� बाच� �?

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"मं+र+ लिलए इतान� ता6 कार �6ग+ न+? मं> जै�नता� हूं हिका मं> ता0म्��र+ ऊ पार बाहुता बा6झु ड�ल र�� हूं , ल+हिकान मं+र� हिवीनता� � हिका मं0झु+ य� जैरूर बाता� �+न� हिका य� स�मं7ट हिकास दि�न का�मं आय�, का स� जैग� लग�य� गय� और उसका� ठsका पाता� Zय� �। और अपान� न�मं-पाता� भी� लिलख �+न�। और ता0मं भी� स�वीध�न� स+ र�न�—अपान� खय�ल रखन�—रख6ग+ न? नमंस्का�र।"

बाच्चों: का� हु\� ग एका बा�र हिफर य6लिशजै6 का+ आस-पा�स मिघर आय� था�। एका बा�र हिफर उसन+ लिचट्ठी= का+ अनता मं7 दि�य� हुआ न�मं और पाता� पाढ़� और हिफर एका �� घ( ट मं7 च�य का� वी� प्य�ल� ख�ल� कार गय�, जिजैसमं7 उसन+ अभी�-अभी� स�का+ शर�बा भीर� था�।

"मं> नश+ मं7 ध0त्ते �6 आऊ ग�!" उसका; घरवी�ल� न+ का��, "ता6 आपाका+ पा�स नश� कारन+ का; सहूंलिलयता �? और बाच्चों: का� Zय� �6ग�?"

य6लिशजै6 न+ घरवी�ल� का+ बाढ़+ हुए पा+ट का; तारफ �+ख� और उस+ स�तावी7 बाच्चों+ का; बा�ता य�� �6 आय�।●--अनु ०

से० हा�० ��०

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किगांराकिगांटा□

अन्त�नु चौ�ख�

पा0लिलस का� ��र6ग� ओच0मं+ल6वी नय� ओवीरका6ट पा�न+, बागल मं7 एका बाण्डल �बा�य+ बा�जै�र का+ चaका स+ ग0जैर र�� था�। उसका+ पा�छे+-पा�छे+ ल�ल बा�ल:वी�ल� पा0लिलस का� एका लिसपा��� ��था मं7 एका ट6कार� लिलय+ लपाका� चल� आ र�� था�। ट6कार� जैब्ता का; गई झु\गरिरय: स+ ऊपार ताका भीर� हुई था�। च�र: ओर ख�मं6श�।...चaका मं7 एका भी� आ�मं� न�A। ....भी(ख+ ल6ग: का; तार� दुका�न: और शर�बाख�न: का+ ख0ल+ हुए �रवी�जै+ ईश्वर का; स�मिष्ट का6 उ��स� भीर� हिनग��: स+ ता�का र�+ था+, य�� ताका हिका का6ई भिभीख�र� भी� आसपा�स दि�ख�य� न�A �+ता� था�।

"अच्छा�! ता6 ता( का�ट+ग�? शता�न का�A का�!" ओच0मं+ल6वी का+ का�न: मं7 स�स� य� आवी�जै आय�, "पाका\ ता6 ल6, छे6का\6! जै�न+ न पा�य+! अबा ता6 का�टन� मंन� �6 गय� �! पाका\ ल6! आ...आ�!"

का0 त्ते+ का; पा>-पा> का; आवी�जै स0न�य� �=। आच0मं+ल6वी न+ मं0\कार �+ख� हिका व्य�पा�र� हिपाच(हिगन का; लका\� का; ट�ल मं7 स+ एका का0 त्ते� ता�न ट� ग: स+ भी�गता� हुआ चल� आ र�� �। कालफ��र छेपा� हुई कामं�जै पा�न+, वी�स्काट का+ बाटन ख6ल+ एका आ�मं� उसका� पा�छे� कार र�� �। वी� का0 त्ते+ का+ पा�छे+ लपाका� और उस+ पाका\न+ का; का�लिशश मं7 हिगरता+-हिगरता+ भी� का0 त्ते+ का; हिपाछेल� ट� ग पाका\ ल�। का0 त्ते+ का; पा>-पा> और वी�A च�ख, "जै�न+ न पा�य+!" �6बा�र� स0न�ई �=। ऊ खता+ हुए ल6ग दुका�न: स+ बा��र गर�न7 हिनका�लकार �+खन+ लग+, और �+खता+-�+खता+ एका भी�\ ट�ल का+ पा�स जैमं� �6 गय�, मं�न6 जैमं�न फ�\कार हिनकाल आय� �6।

"हुजै(र! मं�ल(मं पा\ता� � हिका का0 छे झुग\�-फस�� �6 र�� �!" लिसपा��� बा6ल�। आच0मं+ल6वी बा�ईं ओर मं0\� और भी�\ का; तारफ चल दि�य�। उसन+ �+ख� हिका ट�ल का+ फ�टका पार वी��

आ�मं� ख\� �। उसका; वी�स्काट का+ बाटन ख0ल+ हुए था+। वी� अपान� ��हि�न� ��था ऊपार उठ�य+, भी�\ का6 अपान� लहूंल0��न उ गल� दि�ख� र�� था�। लगता� था� हिका उसका+ नश�ल+ च+�र+ पार स�फ लिलख� हुआ �6 "अर+ बा�मं�श!" और उसका; उ गल� जै�ता का� झु ड� �। आच0मं+ल6वी न+ इस व्यलिक्त का6 पा�च�न लिलय�। य� स0न�र ख(हिकान था�। भी�\ का+ बा�च:बा�च अगल� ट� ग+ फ ल�य+ अपार�ध�, सफ+ � ग्र+ ��उ ड का� हिपाल्ल�, लिछेपा� पा\�, ऊपार स+ न�च+ ताका का� पा र�� था�। उसका� मं0 � न0हिकाल� था� और पा�ठ पार पा�ल� ��ग था�। उसका; आ स(-भीर� आ ख: मं7 मं0स�बाता और डर का; छे�पा था�।

"य� Zय� � ग�मं� मंच� रख� � य�� ?" आच0मंल6वी न+ का ध: स+ भी�\ का6 च�रता+ हुए सवी�ल हिकाय�। "य� उ गल� Zय: ऊपार उठ�य+ �6? का न लिचल्ल� र�� था�?"

"हुजै(र! मं> च0पाच�पा अपान� र�� जै� र�� था�, हिबाल्का0 ल ग�य का; तार�," ख(हिकान न+ अपान+ मं0 � पार ��था रखकार, ख� सता+ हुए का�न� श0रू हिकाय�, "मिमंस्त्री� मिमंहित्रीच स+ मं0झु+ लका\� का+ बा�र+ मं7 का0 छे का�मं था�। एकाएका, न जै�न+ Zय:, इस बा�मं�श न+ मंर� उ गल� मं7 का�ट लिलय�।..हुजै(र मं�फ कार7, पार मं> का�मंका�जै� आ�मं� ठ�र�,... और हिफर �मं�र� का�मं भी� बा\� पा+लिच�� �। एका �फ्ता+ ताका श�य� मं+र� उ ग0ल� का�मं का+ ल�यका न �6 पा�य+ग�।का मं0झु+ �रजै�न� दि�लवी� �=जिजैए। और हुरूर, का�न(न मं7 भी� का�A न�A लिलख� � हिका �मं जै�नवीर: का6 च0पाच�पा बार��श्ता कारता+ र�7।..अगर सभी� ऐस+ �� का�टन+ लग7, ताबा ता6 जै�न� दूभीर �6 जै�य+ग�।"

"हु �..अच्छा�.." ओच0मं+ल�वी न+ गल� स�फ कारका+ , त्य6रिरय� चढ़�ता+ हुए का��, "ठsका �।...अच्छा�, य� का0 त्ते� � हिकासका�? मं> इस मं�मंल+ का6 य�A न�A छे6ड( ग�! का0 त्ते: का6 ख0ल� छे6\ रखन+ का+ लिलए मं> इन ल6ग: का6 मंजै� चख�उ ग�! जै6 ल6ग का�न(न का+ अन0स�र न�A चलता+, उनका+ स�था अबा सख्ता� स+ पा+श आन� पा\+ग�! ऐस� जै0रमं�न� ठ6का( ग� हिका छेठs का� दूध य�� आ जै�य+ग�।बा�मं�श का�A का+ ! मं> अच्छा= तार� लिसख� दू ग� हिका का0 त्ते: और �र तार� का+ ढा6र-डग�र का6 ऐस+ छे0 ट्टी� छे6\ �+न+ का� Zय� मंतालबा �! मं> उसका; अकाल दुरुस्ता कार दू ग�, य+ल्�=रिरन!"

लिसपा��� का6 स बा6मिधता कार �र6ग� लिचल्ल�य�, "पाता� लग�ओ हिका य� का0 त्ते� � हिकासका�, और रिरपा6ट� ताय�र कार6! का0 त्ते+ का6 फaरन मंर�वी� �6! य� श�य� पा�गल �6ग�।.....मं> पा(छेता� हूं , य� का0 त्ते� हिकासका� �?"

"श�य� जैनरल जिजैग�ल6वी का� �6!" भी�\ मं7 स+ हिकास� न+ का��।

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"जैनरल जिजैग�ल6वी का�? हु �...य+ल्�=रिरन, जैर� मं+र� का6ट ता6 उता�रन�। ओफ, बा\� गरमं� �।...मं�ल(मं पा\ता� � हिका बा�रिरश �6ग�। अच्छा�, एका बा�ता मं+र� समंझु मं7 न�� आता�" हिका इसन+ ता0म्�7 का�ट� का स+?" ओच0मं+ल6वी ख(हिकान का; ओर मं0\�, "य� ता0म्��र� उगल� ताका पाहु च� का स+? ठ�र� छे6ट�-स� और ता0मं �6 पा(र+ लम्बा+-चa\+। हिकास� का;ल-वी�ल स+ उ गल� छे= ल� �6ग� और स6च� �6ग� हिका का0 त्ते+ का+ लिसर मंढ़कार �रजै�न� वीस(ल कार ल6। मं> ख(बा ससमंझुता� हूं ! ता0म्��र+ जैस+ बा�मं�श: का; ता6 मं> नस-नस पा�च�नता� हूं !"

"इसन+ उसका+ मं0 � पार जैलता� लिसगर+ट लका� �= था�, हुजै(र! य( �� मंजै�का मं7 और य� का0 त्ते� बा+वीका( फ ता6 � न�A, उसन+ का�ट लिलय�। य� शख्स बा\� हिफरता� �, हुजै(र!"

"अबा! झु(ठ Zय: बा6लता� �? जैबा ता(न+ �+ख� न�A, ता6 गप्पा Zय: मं�रता� �? और सरका�र ता6 ख0� समंझु��र �>। वी� जै�नता+ �> हिका काaन झु(ठ� � और काaन सच्चों�। अगर �>, ख0� मं+र� भी�ई पा0लिलस मं7 �।..बाता�य+ �+ता� हूं ....�� ...."

"बा � कार6 य� बाकावी�स!""न�A, य� जैनरल स��बा का� का0 त्ते� न�A �," लिसपा��� न+ ग भी�रता� पा(वी�का का��, "उनका+ पा�स ऐस� का6ई का0 त्ते� � �� न�A, उनका+ ता6 सभी� का0 त्ते+ लिशका�र� पाaण्डर �>।"

"ता0म्�7 ठsका मं�ल(मं �?""जै� सरका�र।""मं> भी� जैनता� हूं । जैनरल स��बा का सबा का0 त्ते+ अच्छा= नस्ल का+ �>, एका-स+-एका का;मंता� का0 त्ते� � उनका+

पा�स। और य�! ता6 हिबाल्का0 ल ऐस�-वीस� �� �, �+ख6 न! हिबाल्का0 ल मंरिरयल �। काaन रख+ग� ऐस� का0 त्ते�? ता0मं ल6ग: का� दि�मं�ग ता6 खर�बा न�A हुआ? अगर ऐस� का0 त्ते� मं�स्का� य� पा�टस�बाग� मं7 दि�ख�ई �+ ता6 जै�नता+ �6 Zय� �6? का�न(न का; पारवी� हिकाय+ हिबान�, एका मिमंनट मं7 उसस+ छे0 ट्टी= पा�ल� जै�य+! ख(हिकान! ता0म्�7 च6ट लग� �। ता0मं इस मं�मंल+ का6 य: �� मंता ट�ल6।...इन ल6ग: का6 मंजै� चख�न� च�हि�ए! ऐस+ का�मं न�A चल+ग�।"

"ल+हिकान मं0मंहिकान �, य� जैनरल स��बा का� �� �6," लिसपा��� बा\बा\�य�, "इसका+ मं�था+ पार ता6 लिलख� न�A �। जैनरल स��बा का+ अ��ता+ मं7 मं>न+ काल हिबाल्का0 ल ऐस� �� का0 त्ते� �+ख� था�।"

"�� -�� , जैनरल स��बा का� ता6 � ��!" भी�\ मं7 स+ हिकास� का; आवी�जै आय�। "हूं �।...य+ल्�=रिरन, जैर� मं0झु+ का6ट ता6 पा�न� �6। अभी� �वी� का� एका झु:का� आय� था�, मं0झु+ सर�= लग र�� �। का0 त्ते+ का6 जैनरल स��बा का+ य�� जै�ओ और वी�� मं�ल(मं कार6। का� �+न� हिका मंन+ इस स\का पार �+ख� था� और वी�पास भिभीजैवी�य� �। और �¼, �+ख6, य� का� �+न� हिका इस+ स\का पार न हिनकालन+ दि�य� कार7। मं�ल(मं न�A, हिकातान� का;मंता� का0 त्ते� �6 और अगर �र बा�मं�श इसका+ मं0 � मं7 लिसगर+ट घ0स+\ता� र�� ता6 का0 त्ते� बाहुता जैल्�= ताबा�� �6 जै�य+ग�। का0 त्ते� बाहुता न�जै0का जै�नवीर �6ता� �। और ता( ��था न�च� कार, गध� का�A का�! अपान� गन्�= उ गल� Zय: दि�ख� र�� �? स�र� का0 स(र ता+र� �� �।"

"य� जैनरल स��बा का� बा�वीच� आ र�� �, उसस+ पा(छे लिलय� जै�य+।...ऐ प्र6ख6र! जैर� इधर ता6 आन�, भी�ई! इस का0 त्ते+ का6 �+खन�,ता0म्��र+ य�� का� ता6 न�A �?"

"वी��! �मं�र+ य�� काभी� भी� ऐस� का0 त्ते� न�A था�!""इसमं7 पा(छेन+ का; Zय� बा�ता था�? बा+का�र वीक्त खर�बा कारन� �," ओच0मं+नल6वी न+ का��, "आवी�र�

का0 त्ते� य�� ख\+-ख\+ इसका+ बा�र+ मं7 बा�ता कारन� समंय बारबा�� कारन� �। ता0मंस+ का�� गय� � हिका आवी�र� � ता6 आवी�र� �� समंझु6। मं�र ड�ल6 और छे0 ट्टी= पा�ओ?

"�मं�र� ता6 न�A �,"प्र6ख6र न+ हिफर आग+ का��, "य� जैनरल स��बा का+ भी�ई का� का0 त्ते� �। �मं�र+ जैनरल स��बा का6 ग्र ��उ।ड का+ का0 त्ते: मं7 का6ई दि�लचस्प� न�A �, पार उनका+ भी�ई स��बा का6 य� नस्ल पासन्� �।"

"Zय�? जैनरल स��बा का+ भी�ई आय+ �>? ब्ल��=मिमंर इवी�हिनच?" अचम्भी+ स+ ओच0मं+ल6वी बा6ल उठ�, उसका� च+�र� आह्वा�� स+ चमंका उठ�। "जैर स6च6 ता6! मं0झु+ मं�ल(मं भी� न�A! अभी� ठ�र ग+ Zय�?"

"�� ।""वी�� जै� वी��! वी� अपान+ भी�ई स+ मिमंलन+ आय+ और मं0झु+ मं�ल(मं भी� न�A हिका वी� आय+ �>! ता6 य� उनका�

का0 त्ते� �? बाहुता ख0श� का; बा�ता �। इस+ ल+ जै�ओ। का स� प्य�र� नन्��-स� मं0न्नू�-स� का0 त्ते� �। इसका; उ गल� पार झुपाट� था�! बास-बास, अबा का� पा6 मंता। ग0र�...ग0र�...शता�न ग0स्स+ मं7 �... हिकातान� बादिढ़य� हिपाल्ल� �!

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प्र6ख6र न+ का0 त्ते+ का6 बा0ल�य� और उस+ अपान+ स�था ल+कार ट�ल स+ चल दि�य�। भी�\ ख(हिकान पार � सन+ लग�।"मं> ता0झु+ ठsका कार दू ग�।" ओच0मं+ल6वी न+ उस+ धमंका�य� और अपान� लबा�� लपा+टता� हुआ बा�जै�र का+ चaका

का+ बा�च अपान+ र�स्ता+ चल� गय�।●--अनु ० कोंQ ष्ण कों म�रा

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�हा अभा�गां�□

�D से नु

च�न का+ दूसर+ भी�ग: का; भी� हिता ल्य(च+न मं7 शर�बा का; दुका�न: न�A �>। उन सबा पार स\का का; ओर मं0 � हिकाय+ का�उण्टर �>। वी�� पार शर�बा का6 गमं� कारन+ का+ लिलए गमं� पा�न� का; व्यवीस्थ� र�ता� �। �6पा�र य� श�मं का6 ल6ग अपान+ का�मं स+ छे0 ट्टी= पा�कार वी�� आता+ �> और एका प्य�ल� शर�बा खर�� ल+ता+ �>। बा�स स�ल पा�ल+ उसका+ लिलए च�र का श 1 लगता+ था7, अबा �स �+न+ पा\ता+ �>। का�उण्टर का+ स��र+ ख\+ �6कार वी+ गरमं�गरमं शर�बा पा�ता+ �> और अपान� थाका�न दूर कारता+ �>। का0 छे का श �+कार ख�न+ का; च�जै: भी� ल� जै� सकाता� �>। इन ग्र��का: मं7 अमिधकातार ऊ च+ का6टवी�ल+ गर�बा ताबाका+ का+ ल6ग �6ता+ �>। उनमं7 स+ श�य� �� हिकास� का+ पा�स Qय��� पास+ �6ता+ �:। लिसफ� लम्बा+ च:ग+ पा�न+ धन� �� बार�बार का+ कामंर+ मं7 जै�ता+ �> और वी�� बाठकार आर�मं स+ ख�ता+-पा�ता+ �>।बा��र स�ल का; उम्र मं7 मं>न+ श�र का+ हिकान�र+ वी�ल+ लिसय+न �>ग शर�बाघर मं7 बार+ का+ रूपा मं7 का�मं कारन� श0रू हिकाय� था�। शर�बाघर का+ मं�लिलका न+ का�� हिका लम्बा+ च:ग+ वी�ल+ ख0श��ल ग्र��का6 का6 खिखल�न+-हिपाल�न+ का+ ख्य�ल स+ मं> बा\� बा0द्धº दि�ख�ई �+ता� हूं , इसलिलए मं0झु+ बा��र का+ कामंर+ मं7 का0 छे का�मं सaपा� गय�। ��ल� हिका छे6ट+ का6टवी�ल+का गर�बा ग्र��का लम्बा+ च:ग+ वी�ल+ अमं�र: का; हिनस्बाता Qय��� आस�न� स+ ख0श �6 जै�ता+ था+,ल+हिकान उनमं7 का0 छे बाहुता �� झुग\�ल( हिकास्मं का+ भी� �6ता+ था+। वी+ ख0� अपान� आ ख: स+ पा�पा+ मं7 स+ ढालता� शर�बा �+खन+ का� आग्र� रखता+ था+, जिजैसस+ उन्�7 पाता� चल जै�य हिका शर�बा का+ बात्ते�न का; ताल� मं7 पा�न� ता6 न�A � और उस+ गमं� पा�न� मं7 ठsका स+ रख� गय� य� न�A। जैबा इतान� बा�र�का; स+ जै� च का; जै�ता� था� ता6 शर�बा मं7 पा�न� मिमंल�न� ग\� मं0श्किश्काल था�। इसलिलए का0 छे �� दि�न बा�� मं+र+ मं�लिलका न+ ताय हिकाय� हिका मं> इस का�मं का+ ल�यका न�A हूं । ख0शहिकास्मंता� स+ मं+र� लिसफ�रिरश हिकास� प्रभी�वीश�ल� आ�मं� न+ का; था�, इसस+ वी� मं0झु+ बारख�स्ता ता6 न�A कार सकाता� था�। मं+र� बा�ल� शर�बा का6 गमं� कारन+ न�रस का�मं पार कार �= गई।

ताबा स+ दि�न भीर मं> का�उणा�अर का+ पा�छे+ ख\� र�ता� और पा(र� तार� अपान+ का�मं का6 अ जै�मं �+ता� र�ता�।��ल� हिका मं+र+ इस का�मं स+ मं�लिलका का6 स ता6ष मं�ल(मं �6ता� था�, ल+हिकान वी� का�मं मं0झु+ हिफका� और फ�लता( मं�ल(मं �6ता� था�।�मं�र� मं�लिलका �+खन+ मं7 बा\� ख( ख�र लगता� था� और ग्र��का रूख+ �6ता+ था+, स6 वी�� ख0श र�न� अस भीवी था�। बास का0 ग-च� का+ शर�बाघर मं7 आन+ पार मं+र� � स� स0न�ई �+ता� था�। य�� वीजै� � हिका वी� मं0झु+ अबा ताका य�� आता� �।

का0 ग-च� लम्बा+ लबा��+ वी�ल� एका ग्र��का था�,जै6 ख\+ �6कार शर�बा पा�ता� था�। वी� लम्बा+ का� का� आ�मं� था�। उसका+ च+�र+ का� का0 छे अजै�बा-स� र ग था� और उसका+ मं0 � का; झु0र्रिर.य: का+ बा�च घ�वी का+ हिनश�न दि�ख�ई �+ता+ था+। उसका+ लम्बा� ��ढ़= था�, जिजैसका+ बा�ल बा+तारता�बा� स+ हिबाखर+ र�ता+ था+। यद्यहिपा वी� ल म्बा� च:ग� पा�नता� था�, ल+हिकान वी� च:ग� ग �� और फट� हुआ था�।लगता� था�, मं�न6 �स स�ल स+ न ता6 ध0ल� �, न उसका; मंरम्ता हुई �। अपान� बा�ताच�ता मं7 वी� इतान+ Qय��� पा0र�न+ मं0��वीर+ बा6लता� था� हिका जै6 का0 छे वी� का�ता� था�, उसका� आध� भी� समंझु पा�न� अस भीवी था�। वी� जैबा भी� दुका�न मं7 आता� था�, �र आ�मं� उसका; ओर �+खता� था� और मं0स्कार� उठता� था�। का6इ-का6ई का�ता� था�, "का0 ग, ता0म्��र+ च+�र+ पार का0 छे ता�जै+ हिनश�न दि�ख�ई �+ र�+ �>।"

हिबान� उस ओर ध्य�न दि�य+ वी� का�उण्टर पार आकार का�ता�, "�6 प्य�ल+ गमं� शर�बा ल�ओ और एका प्ल+ट मंस�ल+��र फलिलय� ।" उसका� पास� च0का� �+ता�। इस� बा�च जै�नबा(झुकार ऊ च� आवी�जै मं7 का6ई बा6ल पा\ता�, ‘‘ता0मं हिफर च6र� कारन+ लग+ �6ग+।’’

आ ख7 फ�\कार वी� का�ता�, "हिकास� भील+ आ�मं� का+ आ�मं� का+ न�मं पार हिबान� बा�ता Zय: बाट्टी� लग�ता+ �6?"

"भील+ आ�मं� का+ न�मं पार! अर+, पारस: �� ता6 मं>न+ ता0म्�7 �6-पारिरवी�र स+ हिकाता�बा7 च0र�न+ पार ठ0काता+ �+ख� था�।"

इस पार का0 ग ल�ल-पा�ल� �6 उठता�। उसका+ मं�था+ का; नस7 उभीर आताA और वी� हिबाग\कार का�ता�, "हिकाता�बा ल+न+ का6 च6र� न�A मं�न� जै� सकाता�।....हिकाता�बा ल+न, य� ता6 हिवीद्वा�न का� का�मं �। न��, उस+ च6र� न�A का�� जै� सकाता�।"

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हिफर वी� पा0र�न+ ग्र था: का+ �वी�ल+ �+ता�, जैस+ "पा(णा� व्यलिक्त गर�बा� स ता0श्ट र�ता� �," और ऐस+ पा0र�तान उद्धरणा वी� ताबा ताका �+ता� र�ता�, जैबाताका हिका �र आ�मं� � स� स+ ल6टपा6ट न �6 जै�ता� और स�र+ शर�बाघर मं7 आन � का; ल�र न �a\न+ लगता�।

ल6ग: का; गपाशपा स+ पाता� चल� हिका का0 ग न+ प्र�च�न स�हि�त्य का� अध्ययन अवीश्य हिकाय� था�,ल+हिकान का6ई सरका�र� पार�क्ष� उसन+ उत्ते�णा� न�A का; था�। उसका+ पा�स का6ई कामं�ई का� का6ई स�धन भी� न�A था�। वी� दि�न-बा-दि�न गर�बा �6ता� गय� और अ ता मं7 भी�ख मं� गन+ का; ��लता मं7 आ ग�य�। भी�ग्य स+ उसका; लिलख�वीट अच्�= था� और अपान� ग0जैर-बासर कारन+ का+ लिलए नकाल कारन+ का� उस+ का�फ; का�मं मिमंल जै�ता� था�। दुभी��ग्य स+ उसमं7 कामिमंय� थाA। उस+ शर�बा पा�न� अच्छा� लगता� था� और वी� का�हि�ल भी� था�। इसलिलए का0 छे दि�न का+ बा�� जैरूर� ताaर पार वी� ग�यबा �6 जै�ता� था� और अपान+ स�था हिकाता�बा7, का�गजै, ब्रा0श और स्य��� ल+ जै�ता� था�। जैबा ऐस� काई बा�र �6 च0का� ता6 नकाल कारन+ का+ लिलए का6ई भी� उस+ का�मं पार लग�न+ का6 र�जै� न�A हुआ। अबा उसका+ स�मंन+ लिसवी� च6र� कारन+ का+ का6ई च�र� न था�। हिफर भी� �मं�र+ शर�बाघर मं7 उसका� व्यवी��र आ�श� था�। अपान+ काजै� का� भी0गता�न कारन+ मं7 वी� काभी� न�A च(का�। काभी�-काभी� उसका+ ��था मं7 पास� न�A �6ता� था�, ताबा उसका� न�मं काजै���र: का; स(च� मं7 बा6ड� पार लग� दि�य� जै�ता� था�। पार मं��न+ भीर स+ कामं मं7 �� हि�स�बा स�फ कार �+ता� था� और उसका� न�मं बा6ड� पार स+ �ट� दि�य� जै�ता� था�

आध� प्य�ल� शर�बा पा� ल+न+ का+ बा�� का0 ग का� दि�मं�ग ठsका �6 जै�ता� था�। ल+हिकान ताभी� का6ई पा(छे बाठता� था�, "का0 ग, Zय� ता0मं सचमं0च पाढ़न�-लिलखन� जै�नता+ �6?" ताबा का0 ग इस प्रका�र �+खता� था�, मं�न6 इस प्रका�र का� सवी�ल उसका� हितारस्का�र कारन+ का+ लिलए पा(छे� गय� �6। वी+ आग+ का�ता+ था+, "य� Zय� बा�ता � हिका ता0मंन+ सबास+ मं�मं(ल� सरका�र� इम्ता��न भी� पा�स न�A हिकाय�?"

इस प्रश्न का6 स0नकार का0 ग बा+चन �6 उठता�। उसका� च+�र� जै�� पा\ जै�ता� और उसका+ �:ठ का� पान+ लगता+, ल+हिकान उसका+ मं0 � स+ समंझु मं7 न आन+ य6ग्य पा0र�न+ काथान �� हिनकालता+। ल6ग खिखलखिखल�कार � सन+ लगता+ और स�र� शर�बाघर आन दि�ता �6 जै�ता�।

ऐस+ समंय मं7 मं> भी� उस� � स� मं7 श�मिमंल �6 जै�ता�, Zय:हिका ऐस� कारन+ का+ लिलए मं+र� मं�लिलका मं0झु+ फटका�रता� न�A था�। �रअसल वी� स्वीय का0 ग स+ ऐस+ सवी�ल कारता�, जिजैसस+ � स� फ( ट पा\+।

य� जै�नता+ हुए हिका बाच्चों: स+ बा�ता कारन+ स+ का6ई फय�� न�A �, का0 ग �मंस+ बा�ता7 कारता�। एका बा�र उसन+ मं0झुस+ पा(छे�, "ताम्�7 स्का( ल मं7 पाढ़न+ का� मंaका� मिमंल� �?" मं+र+ लिसर हि�ल�न+ पार उसन+ का��, "अच्छा�, मं> ता0म्��र� जै� च कारूग�। ता0मं ह्मूº-लिसय� ग �� ‘ह्मू’ अक्षर का स+ लिलख6ग+?"मंन7 स6च�, "मं> एका भिभीख�र� द्वा�र� अपान� इम्ता��न Zय: �6न+ दू ।" इसलिलए मं>न+ मं0 � फ+ र लिलय� और उसका; उपा+क्ष� कार �=। का0 छे �+र प्रता�क्ष� कारका+ उसन+ बा\+ प्य�र स+ का��, "Zय� ता0मं इस+ न�� लिलख सकाता+ �6? मं> ता0म्�7 बाता�ऊ ग� हिका का स+ लिलख सकाता+ �6? ता0मं इस य�� रखन�। जैबा ता0म्��र� अपान� दुका�न �6ग� ता6 ता0म्�7 उसका; जैरूरता पा\+ग�।"

मंझु+ बाहुता दि�न: ताका अपान� दुका�न �6न+ का; आश� न�A दि�ख�ई �+ता� था�। इसका+ अल�वी� �मं�र� मं�लिलका ह्मूº-लिसय� ग फलिलय: का6 काभी� र6का\ बा�� मं7 �जै� न�A कारता� था�। उसका; बा�ता स+ था6\� प्रसन्नू �6कार, हिफर भी� का0 छे ख�जैकार, मंन+ जैवी�बा दि�य�, "काaन च��ता� � हिका आपा बाढ़�वी7? Zय� ‘ह्मूº’ अक्षर भी�र� न�A �?"

का0 ग ख0श �6 गय�। उसन+ अपान+ ��था का+ �6 लम्बा+ न�ख(न: स+ का�उण्टर का� दिटकादिटका� कार का��, "ता0मं ठsका का�ता+ �6। ‘ह्मू’ लिलखन+ का+ लिसफ� च�र अलग-अलग तार�का+ �>। Zय� ता0मं उन्�7 जै�नता+ �6?"

मं+र� ध�रजै समं�प्ता �6 चल� था�। मंन+ त्य6र� चढ़�ई और वी�� स+ चल पा\न+ का6 हुआ। का0 ग न+ अपान� उ गल� शर�बा मं7 \बा6ई, जिजैसस+ का�उण्टर पार उन अक्षर6 का6 लिलख सका+ । हिकान्ता0 जैबा उसन+ मं+र� उ��स�नता� �+ख� ता6 एका आ� भीर�। उसका; आ ख: मं7 व्यथा� झुलका र�� था�।

काभी�-काभी� पा�स-पा\6स का+ बाच्चों+ � स� स0नकार उस मंन6र जैन मं7 भी�ग ल+न+ आ जै�ता+ और का0 ग का6 घ+र ल+ता+। ताबा वी� उनमं7 �रएका का6 मंस�ल+ भीर� एका-एका फल� �+ता�। उस+ ख�कार बाच्चों+ भी� उसका� पा�छे� न छे6\ता+।उनका; हिनग��7 ख�न+-पा�न+ का; च�जै: पार लग� र�ताA। का0 ग रका�हिबाय: का6 अपान+ ��था स+ ढाका+ लता� और आग+ झु+काकार का�ता�, "जै�ओ, अबा का0 छे न�A �।"

इस पार बाच्चों+ श6र मंच�ता+ और � स� का; फ0 ��र7 छे6\ता+ चल+ जै�ता+।इतान� मंजै+��र था� का0 ग।

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पाताझु\ का+ उत्सवी स+ का0 छे दि�न पा�ल+ एका दि�न शर�बाघर का� मं�लिलका अपान� हि�स�बा पा(र� कारन+ पार जै0ट� था�। अच�नका हिनग�� उठ�कार बा6ल�, "का0 ग बाहुता दि�न: स+ न�A आय�, उसका; ओर उन्नू�स का श हिनल+ र�+ �>। मंलिलका का; इस बा�ता स+ �मं7 पाता� लग� हिका का0 ग का6 हिकातान+ दि�न: स+ न�A �+ख� �।

"वी� आय+ग� का स+," एका ग्र��का न+ का��,"उस पार इतान� मं�र पा\� � हिका उसका; ट� ग+ ट(ट गई �>।""अच्छा�!""वी� च6र� कार र�� था�। उसन+ इस बा�र बा\� मं(ख�ता� का; हिका स(बा+ का+ हिवीद्वा�न मिमंटिंट.ग का+ य�� च6र�

कारन+ गय�, जैस+ वी� वी�� पाका\� �� न�A जै�यग�।""हिफर Zय� हुआ?""�6ता� Zय�, उसन+ लिलखकार अपान� अपार�ध काबा(ल हिकाय�, हिफर उसका; मंरम्मंता हुई। बा+च�र� स�र�

स�र� हिपाटता� र��, जैबा ताका हिका उसका; ट� ग7 ट(ट न गईं।""हिफर।""हिफर Zय�, ट� ग7 गईं!""स6 ता6 ठsका �, उसका+ बा�� Zय� हुआ?""उसका+ बा��?...काaन जै�न+, वी� चल बा�स� �6।"उस उत्सवी का+ बा�� Qय:-Qय: जै�\� आता� गय�, �वी� ठ ड� �6ता� गई। मं> अपान� समंय अ ग�ठs का+

स��र+ ग0जै�रता�। एका दि�न �6पा�र बा�ता जै�न+ पार दुका�न ख�ल� था� और मं> आ ख7 बान्� हिकाय+ बाठ� था� हिका आवी�जै आई, "एका प्य�ल� शर�बा गरमं कार6।"

य� स0नकार मं+र� मं�लिलका का�उण्टर पार आग+ झु0का� और बा6ल�, "ओ�6, का0 ग, ता0मं �6? ता0म्��र� तारफ �मं�र+ उन्नू�स का श हिनकाल र�+ �>।"

"उन्�7 मं हिफर च0का� दुग� ।" बा+चन� स+ �+खता+ हुए का0 ग बा6ल�, "य+ ल6 अभी� का+ पास+, एका प्य�ल� बादिढ़य� शर�बा �6।"

मं�लिलका बा\बा\�य� और बा6ल�, "का0 ग, ता0मं हिफर च6र� कारन+ लग+!"इस बा�ता का� जै6र स+ खण्डन कारन+ का+ बाजै�य का0 ग न+ का��, "आपान+ य� भी� ख(बा पा(छे�! अपान�

मंजै�का छे6\6।""मंजै�का! अगर ता0मंन+ च6र� न�A का; ता6 ता0म्��र� ट� ग7 का स+ ट(ट=?""मं> हिगर गय� था�।" का0 ग न+ ध�मं� आवी�जै मं7 का��, "हिगरन+ स+ मं+र� ट� ग: मं7 च6ट आ गई।" का0 ग का;

आ ख7 जैस+ मं�लिलका स+ का� र�� थाA हिका इस बा�ता का6 आग+ मंता बाढ़�ओ। अबाताका बाहुता स+ ल6ग इकाट्ठी+ �6 गय+ था+ और � सन+ लग+ था+। मं>न+ शर�बा गरमं का; और उस+ �+ �=। उसन+ अपान+ फट+ का6ट का; जै+बा स+ च�र का श हिनका�ल+ और मं+र+ ��था मं7 थामं� दि�य+। मं>न+ �+ख�, उसका+ ��था: मं7 ध(ल-मिमंट्टी= लग� था�। वी� श�य� ��था: का+ बाल चलकार आय� था�। उसन+ शर�बा का� प्य�ल� खत्मं हिकाय� और ल6ग: का+ � स�-मंजै�का का+ बा�च ��था: का+ स��र+ चल� गय�।

इसका+ बा�� हिफर बाहुता दि�न ग0जैर गय+। का0 ग दि�ख�ई न�A दि�य�। एका दि�न शर�बाघर का+ मं�लिलका न+ हि�स�बा �+ख� ता6 बा6ल�, "का0 ग का+ हि�स�बा मं7 अबा उन्नू�स का श पा\+ �>।"

अगल+ स�ल एका दूसर� उत्सवी आय� ता6 मं�लिलका न+ हिफर वी�� बा�ता �6�र�ई, ल+हिकान जैबा पाताझु\ का� उत्सवी आय� ता6 उसन+ उसका; बा�बाता का0 छे न�A का��।

नय+ स�ल का� आगमंन हुआ, पार का0 ग का6 हिफर काभी� �मंन+ न�A �+ख�। श�य� उसका; सचमं0च मं�त्य0 �6 गई।●

--अनु ० अनुज�नु

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प्र��से� लिचौकिड़ेयो�□

यो�गां - सेD ओ

वी��! आपा र�स्ता+ मं7 मिमंल गय+! मं> स्वीय आपाका+ पा�स पाहु चन+ वी�ल� था�। न�A, का6ई ख�स बा�ता न�A �। आपास+ गपाशपा कारन+ का� मंन था�। मं+र� हिनग�� का0 छे बा0झु�-स� �6 र�� �? न�A जै�, ऐस� का0 छे न�A �। आइय+, का�A शर�बा का� एका �aर �6 जै�य।

मं+र� स+�ता ठsका �। जै� �� , मंन का0 छे हिगर� हुआ-स� �। आपा का�ता+ �>, काभी�-काभी� घर का; य�� बा+चन कार �+ता� �। आपा जै6 च��7, का� सकाता+ �>। आइय+, चल7।

का�� ? उस� जैग�, जै�� आपाका6 य�� � न, �मं हिपाछेल� बा�र गय+ था+! मं+र� मंतालबा उस �6टल स+ �, जिजैस+ उत्तेर� का6रिरय� का+ का7 ग-ग� प्र�+श का; र�न+वी�ल� औरता चल�ता� �।

ता6 भी�ई, अगर आजै आपा मं+र� पाका\ मं7 न�A आय+ �6ता+ ता6 मं> स\का पार जै6 भी� मिमंलता�, उस� का6 पाका\ ल+ता�।

आपा स6चता+ �> हिका मं+र� य� स�� का; बा�मं�र� �। �� , य� बा\� बा0र� बा�मं�र� �, जै6 मं0झु+ हिपाछेल+ बा�स स�ल स+ घ+र+ हुए �। ल+हिकान मं> अका+ ल� �� इसस+ पा�हि\ता न�A हूं ।

श्र�मंहिता जै�, आपा भी� था6\� �+र+ का+ लिलए आ जै�इय+।आपा ता6 का7 ग-ग� प्र�+श का; र�न+वी�ल� �>? य�� का�रणा � हिका आपाका� र ग इतान� ग6र� �। आपा पा(छेता� �> हिका मं0झु+ का स+ पाता� चल� हिका आपा का7 ग-ग� का; �>? हिपाछेल� बा�र मं> जैबा य�� आय� था� ताबा आपान+ �� ता6 बाता�य� था�। अच्छा�, आपाका� जैन्मं वी�� हुआ था�; ल+हिकान जैबा य0द्ध लिछे\� ता6 आपा बा6नसन मं7 था� और वी�� स+ भी�गकार �भिक्षणा चल� गईं।

ओफ! �मंल6ग हिकातान+ अभी�ग+ �>! हिकातान+ छे6ट+ भी(खण्ड मं7 र�ता+ �>, और हिफर भी� �मं�र+ आध+ हिप्रयजैन अलग र�ता+ �>! आध� उत्तेर और आध� �भिक्षणा। अपान+ �� रक्त का+ स बा ध� �> और बा�स स�ल �6 गय+,हिकास� भी� पाक्ष का6 इस बा�ता का� पाता� न�A � हिका दूसर� पाक्ष स��-सल�मंता � य� न�A!

मंन+ बा�स स�ल पा�ल+ ३८वीA पार+लल (सर��) का6 पा�र हिकाय� था�। मं� मं+र� वी�A र�� गई थाA। उनका; उम्र स�ठ का+ आसपा�स �� र�� �6ग�। मं+र� स्त्री� और �6 बाच्चों+ भी� वी�A छे( ट गय+। बाच्चों: मं7 एका ता�न स�ल का� था�, दूसर� ��ल �� मं7 पा�� हुआ था�। मं>न+ स6च� था� हिका मं��न+ भीर का+ भी�तार लaट जै�ऊ ग�।

मं0झु+ आपास+ बा\� ईष्य�� �6ता� �। आपा पा(छेता+ �6, ईष्य� का; Zय� �? आपा य�� बाठकार फ सल� �+ सकाता+ �> हिका मं+र� घर का; य��

कारन� व्यथा� � य� आपा य� भी� का� सकाता+ �> हिका मं+र� ��लता पार आपाका6 दुख �। आपा इन बा�ता: का6 � स� मं7 भी� उ\� सकाता+ �>। आपास+ ईष्य� कारन+ का+ लिलए Zय� इतान� �� का�फ; न�A �?

आपाका+ लिलए य� और हिकास� का+ लिलए मं+र+ मंन मं7 दुभी��वी न�A �। आपाका� स�र� पारिरवी�र �भिक्षणा मं7 चल� गय� था� और आपाका+ �र�न �6न+ का+ लिलए का6ई बा�ता न�A �। आपा य�� बा�स स�ल स+ र� र�+ �। समं�जै मं7 आपाका; अपान� ठ6स जैमं�न बान गई �। आपाका; जै\+ ग�र� चल� गई �>।

बा�स स�ल का; अवीमिध बा\� लम्बा� �6ता� � और इस का�ल मं7 मं+र� हृ�य प्रहितादि�न छेटपाट�ता� र�� हिका ऐस� स य6ग �6 जै�य हिका मं> अपान+ का0 ट0म्बिम्बाय: का6 �+ख कास( य� कामं-स+-कामं उनका+ हिवीषय मं7 का0 छे समं�च�र पा� सका( ।बा�स वीष± मं7 एका दि�न भी� ऐस� न�A गय�, जैबाहिका मं+र� दि�ल ट(का-ट(का न हुआ �6।

मं+र� एका पा\6स� था�, जिजैसन+ ट:गड�मंन बा�जै�र मं7 का�मं कारका+ ख(बा कामं�ई कार ड�ल� था�। वी� उत्तेर� का6रिरय� का+ एन्ब्य6न प्र�+श का� था�। वी� का�� कारता� था�, "भीगवी�न का; हिकास� दि�न �मं पार �य� �6ग�। एका दि�न आयग� जैबाहिका �मं अपान+ नगर मं7 जै�य ग+ और अपान+ घरवी�ल: स+ मिमंल+ग+, न�A ता6 ऐस+ जै�न+ का� फ�य�� Zय� �!"

उसन+ बा�स स�ल ताका ब्राह्मूचय� का� पा�लन हिकाय�। उसका; स्त्री� उत्तेर� का�रिरय� मं7 �� र� गई था�। हिपाछेल+ स�ल वी� दुघ�टन� का� लिशका�र �6 गय�। मंरन+ स+ पा�ल+ उसन+ का�� था�, "मं प्रभी0 स+ का�मंन� कारता� हूं हिका दूसर� दुहिनय� मं7 ३८वीA पार+लल न �6" उसका� का6ई सम्बान्ध� य�� न�A था�। वी� अका+ ल� था�।

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क्षमं� कार7ख�, आजै काaनस� ऐस� बा�ता हुई हिका अच�नका मं0झु+ उसका; य�� आ गई? मं> आपाका6 बाता�ऊ ग� हिका आजै वी�स्तावी मं7 हुआ Zय�? मं+र� एका मिमंत्री �, जिजैसका� न�मं � प्य:ग-�6 वीन। आपान+ श�य� उसका� न�मं स0न� �6ग�। वी� पाक्ष�-हिवीद्य�-हिवीश+षज्ञ �। इस �+श मं7 वी� पाभिक्षय: का+ हिवीषय मं7 अमिधका�र� व्यलिक्त �। उसका� न�मं न�A स0न�? खर, �मं �6न: ��ई स्का( ल मं7 स�पा�ठs था+।

एका दि�न मं उसका� ��लच�ल जै�नन+ का+ लिलए उसका+ घर गय� Zय: हिका मं0झु+ बाहुता दि�न: स+ उसका� का6ई समं�च�र न�A मिमंल� था�। उसका; पात्न� न+ बाता�य� हिका उसका; ताबा�यता ठsका न�A �,वी� हिबास्तार मं7 पा\� �। मंन7 स6च� हिका ल�ओ, उसस+ मिमंलता� चल( ! उसका; बा�मं�र� ग भी�र न�A था�। य�� फ्ल्य( य� और का0 छे था�।उस पाक्ष�-हिवीश+षज्ञ मिमंत्री न+ का�� हिका स�ल: स+ उसका; दि�लचस्प� इस बा�ता मं7 र�� � हिका एका ख�स हिकास्मं

का+ प्रवी�स� पाक्ष� हिकास तार� अपान+ का6 बा� ट कार उ\ता+ �>, घर बान�ता+ �>, प्रवी�स का; उनका; दि�श� Zय� �6ता� � और उनका+ स्वीभी�वी का; हिवीश+षता�ए Zय� �>, इस श6ध का+ लिलए पाभिक्षय: का+ पार: मं7 ड�ल� जै� सका+ । आपा पा(छेता+ �> हिका जै�पा�न स+ Zय: बान�वी�य+? इसलिलए हिका वी+ इस �+श मं7 न�A बानता+ था+।

एका दि�न उसन+ छेल्ल� ड�लकार एका प्रवी�स� लिचहि\य� का6 उ\�य�!.... उसका� न�मं उसन+ बाता�य� था�, पार मं> भी(ल गय�। वी� घ0मं ता( लिचहि\य� था�। उसन+ का�� हिका जैबा काभी� छेल्ल+वी�ल� का6ई लिचहि\य� हिकास� �+श का+ पाक्ष�-हिवीश+षज्ञ द्वा�र� पाका\� जै�ता� था� ता6 हिवीद्वा�न का+ रूपा मं7 उस व्यलिक्त का� काताव्य� �6ता� था� हिका स�र� जैरूर� जै�नका�र� इZठ्ठीs कारका+ उस प्रय6ग का+ मं(ल प्र�र भीकात्ते�� का6 भी+जै �+।

आपाका6 य�� � हिका का0 छे स�ल पा�ल+ य�� इस �+श मं7 बात्तेख जैस� एका लिचहि\य� पाका\� गय� था�, जिजैस+ आन्तिस्टय� का+ एका व्यलिक्त न+ छे6\� था�। इस� तार� स+ य� मं�मंल� चलता� था�। जै6 �6, मं+र+ मिमंत्री न+ जै6 लिचहि\य� छे6\�, काल्पान� कार6, वी� का�� पाहु च�? आपा काल्पान� न�A कार सकाता+? वी� उत्तेर� का6रिरय� मं7 जै� पाहु च�। उसन+ ३८वीA पार+लल अपान+ नन्�7-स+ डन: स+ पा�र कार ल� और प्य:ग्य� ग मं7 जै�कार पाका\� गई।

हिफर हुआ Zय�? स0हिनय+।लिचहि\य� प्य:ग्य� ग मं7 पाक्ष�-हिवीद्य�-हिवीश�र� ड�० बान द्वा�र� पाका\� गई। इन ड�० बान न+ स�र� आवीश्यका स(चन�ए इZठ्ठीs का� और जै�पा�न मं7 स� का+ स स्थ�न का6 भी+जैता+ हुए बा�ल+ मं7 पा(छे� हिका उस प्रय6ग का� आर भी कारन+ वी�ल� काaन �? Zय� आपा स6च सकाता+ �> हिका य� ड�० बान काaन था+? वी� हिवीख्य�ता पाक्ष�-हिवीद्य�हिवी� ड�० �� ग-ग(वीन—मं+र+ मिमंत्री प्य:ग-�: बान का+ हिपाता�। का� सकाता+ �> हिका पा0त्री द्वा�र� छे6\� गई लिचहि\य� उ\कार हिपाता� का+ स�न+ स+ जै� लग�।

हिवीश्व�स न�A �6ता� ? जै�, य� घटन� सच �। स य6ग �6ग�? �6 सकाता� �; ल+हिकान आ�मं� य� भी� ता6 स6च सकाता� � हिका स�र� घटन�ओं मं7 स य6ग स+ अमिधका भी� का0 छे �6 सकाता� �।

इन अकाल्पान�य घटन� का� ��ल का0 छे �� दि�न पा�ल+ स� का+ -स स्थ�न का+ ड�इर+Zटर ड�० इन्य( न+ मं+र+ मिमंत्री का6 भी+जै�। इस तार� मं+र+ मिमंत्री का6 पाता� चल� हिका उसका+ हिपाता� जै�हिवीता था+। मं+र+ मिमंत्री न+ बाता�य� हिका ड�० इन्य( न+ लिचट्ठी= मं7 लिलख�, �मं इ स�न हिनमं�णा� कारता+ �> और इस प्रका�र का; त्री�सदि�य: का+ लिशका�र �6 जै�ता+ �>, Zय:हिका �मं इ स�न �>। उन्�:न+ ग�र� �मं��� दि�ख�ई और उस दि�न का; आश� व्यक्त का; जैबा �मं ऐस� मं(ख�ता�ओं का6 छे6\ �+ग7।....हिपाता� और पा0त्री का6रिरय� का+ य0द्ध का+ �aर�न हिबाछे0 \+ था+ और बा�स लम्बा+ वीषÄ का+ बा�� एका लिचहि\य� का+ मं�ध्यमं स+ �नका� एका प्रका�र स+ पा0नर्मिमं.लन हुआ। हिकातान� बा\� बा�ता � य�!

मं�फ का;जिजैय+, मं0झु+ स्वीय इस बा�र+ मं7 बा\� का0 ता(�ल था� और मं>न+ अपान+ �6स्ता स+ य�� सवी�ल हिकाय�। मं+र� अन0मं�न �, उससका+ हिपाता� का+ पा�स मं�स�ल�-भीर� एका दुल�भी हिकास्मं का; लिचहि\य� था�। जैबा उन्�7 प्य:ग्यग्र स+ य0द्ध –शरणा�था� �6कार भी�गन� पा\�, वी+ अपान+ स�था बार�बार उस लिचहि\य� का6 रखता+ र�+। अलग �6न+ का+ बा�� जैबा-जैबा मं+र+ मिमंत्री न+ अपान+ हिपाता� का� स्मंरणा हिकाय�, वी� मंस�ल�-भीर� लिचहि\य� �मं+श� पा�ष्ठुभी(मिमं मं7 र��। श�य� य�� का�रणा था� हिका वी� स्वीय एका पाक्ष�-हिवीद्य�हिवी�� बान गय�।

जैर� स6लिचए, एका �� आका�श का+ न�च+ र�न+वी�ल+ हिपाता� और पा0त्री का+ बा�च लिसवी� उस प्रवी�स� लिचहि\य� का; उ\�न का+ का6ई भी� सम्पका� -स(त्री न�A था�।

य� घ�टन� का0 छे �� समंय पा�ल+ घट= और आजै उस पाक्ष�-हिवीश+षज्ञ न+ मं0झु+ बाता�य� हिका उसका+ हिपाता� का; मं�त्य0 �6 गई। उत्तेर का6रिरय� स+ य� समं�च�र पा�ल+ रूस भी+जै� गय�, हिफर अमंर�का�, उसका+ बा�� न्य(जै�लण्ड और ताबा जै�पा�न और अ ता मं7 स� का+ स स्थ�न का+ ड�० इन्य( न+ य� खबार मं+र+ मिमंत्री का6 �=। इसमं7

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मं��न: लग गय+। वी+ �6न: एका-दूसर+ का+ बाहुता �� हिनकाट था+; ल+हिकान हिपाता� का+ हिनधन का� समं�च�र आध� दुहिनय� का� चZकार लग�कार पा0त्री का6 मिमंल�।

आजै �6पा�र बा�� य� हिकास्स� मं0झु+ स0न�न+ का+ बा�� मं+र+ पाक्ष�-हिवीद्य�-हिवीश�र� मिमंत्री न+ छेता का; ओर �+ख�, लम्बा� स� स ल� और का��, "प्रवी�स� लिचहि\य: का+ लिलए का6ई स�मं�-सर�� न�A �6ता�।"

जैबा उसन+ य� का�� ता6 मं+र+ लिलए य� दु:ख बा���श्ता स+ बा��र �6 गय�। आपा समंझु सकाता+ �> हिका अ �र भी�वीन�ओं का� Qवी�र आता� � ता6 आ�मं� का; Zय� ��लता �6 जै�ता� �! मं> अपान+ �6स्ता का6 खिंख.चकार य�� न�A ल� सका�।इसलिलए मं> अका7 ल� आपाका; ख6जै मं7 �a\�।●

--अनु ० महा�न्द्र कों �श्री�ष्ठ

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त�बDतसे�ज□

अ��Mसे�न्द्र पा श्किWकोंनुता�बा(तास�जै आदिद्रय�न प्र6ख6र6वी का+ घर+ल( स�मं�न का; आखिखर� च�जै7 भी� ग�\� पार ल� गयA मं+ जै0ता+ मंरिरयल

घ6\: का; जै6\� न+ चaथा� बा�र सस्मं�न्नू�य� गल� स+ हिनका;त्स्का�य� गल� ताका का� चZकार लग�य�, जै�� ता�बा(तास�जै अपान+ समं(च+ घरबा�र का+ स�था जै� बास� था�। दुका�न मं7 ता�ल� ड�लकार उसन+ �रवी�जै+ पार एका ताख्ता� लग� �= हिका य� घर हिबाक्रो; य� हिकार�य+ का+ लिलए ख�ल� � और अपान+ नय+ हिनवी�स-स्थ�न का; ओर पा�ल �� चल पा\�। ल+हिकान जैबा वी� उस नय+ पा�ल+ घर का+ हिनकाट पाहु च�, जिजैस+ खर��न+ का+ लिलए हिकातान� मं0द्देता स+ उसका+ मंन मं7 च�� था�, और जिजैस+ अबा वी� ख�स� रकामं �+कार खर�� पा�य� था�, ता6 वी� य� जै�नकार �र�न र� गय� हिका अबा उसका+ दि�ल मं7 का6ई उमं ग य� ख0श� न�A �। अनजै�न� ��ल�जै ल� घकार नय� जैग� मं7 पा� वी रखता+ समंय जै�� अभी� ताका सबाका0 छे अताव्यस्ता और उल्ट�-पालट� था�, उसका+ मं0 � स+ उस जैजै�र �रबा+ का+ लिलए एका आ� हिनकाल गय�, जिजैस+ छे6\कार वी� आय� था�। अठ�र� स�ल उसन+ वी�� हिबाता�य+ था+ और व्यवीस्थ� इतान� सख्ता था� हिका एका सAका भी� इधर-स+-उधर न�A �6 सकाता� था�। उसन+ अपान� �6न: ल\हिकाय: और घर का; नaकार�न� का6 स0स्ता का�कार ड�ट� और ख0� भी� उनका� ��था बा ट�न+ मं7 जै0ट गय�। जैल्� �� घर कार�न+ स+ सजै गय�—�+वीमं(र्तिता. का� स्थ�न, च�न� का+ बारतान: का; अलमं�र�, मं+जै, स6फ+ और पाल ग—य+ सबा हिपाछेल+ कामंर+ का+ हिवीभिभीन्नू का6न: मं7 अपान�-अपान� जैग� पार जैमं� दि�य+ गए। घर का+ मं�लिलका का� समं�न, �र र ग और मं�पा का+ ता�बा(ता, मं�तामं� लबा��:-ट6हिपाय: और मंश�ल: स+ भीर� अलमं�रिरय� , रस6ई और बाठका मं7 जै च� �= गईं।बा��र �रवी�जै+ का+ का+ ऊपार एका स�इन बा6ड� लटका� दि�य� गय�, जिजैस पार उल्ट= मंश�ल ��था मं7 लिलए हृष्ट-पा0ष्ट आमं(र 1 का; तास्बा�र बान� था� और उसका+ न�च+ लिलख� था�-"स��+ और र ग�न ता�बा(ता य�� बा+च+ और ताय�र हिकाय+ जै�ता+ �>, हिकार�य+ पार दि�य+ जै�ता+ �> और पा0र�न+ ता�बा(ता: का; मंरम्मंता भी� का; जै�ता� �।" उसका; ल\हिकाय� अपान+ कामंर+ मं7 आर�मं कारन+ चल� गयA और आदिद्रय�न न+ अपान� नय� जैग� का� मं0आयन� कारन+ का+ बा�� खिख\कार� का+ पा�स बाठता+ हुए समं6वी�र गमं� कारन+ का� आ�+श दि�य�।

ता�बा(ता स�जै का� स्भी�वी उसका+ ध ध+ का+ स�था पा(णा�ताय� मं+ल ख�ता� था�। आदिद्रय�न प्र6ख6र6वी ख�मं6श औ मं0�र�मं� स(रता वी�ल� आ�मं� था�। वी� हिबारल+ �� अपान� ख�मं6श� ता6\ता� था�, और स6 भी� उस समंय, जैबा वी� अपान� ल\हिकाय: का6 हिनठल्ल: का; भी� हिता खिख\कार स+ बा��र झु� काता+ और र�� चलता: पार नजैर ड�लता+ �+खता�, य� उस समंय जैबा वी� अपान+ ��था का; बान� च�जै: का+ लिलए उन अभी�ग: स+ (य� भी�ग्यश�लिलय: स+, मंaका+ का+ अन0स�र जैस� भी� �6) कासकार ��मं मं� गता� था�,जिजैन्�7 उन च�जै: का; जैरूरता आ पा\ता� था�। स6 आदिद्रय�न च�य का� स� तावी� खय�ल: मं7 ड(बा� हुआ था�।

यका�एका हिकास� न+ बा��र का+ �रवी�जै+ का6 ता�न बा�र खटखट�य�। ता�बा(तास�जै का+ हिवीच�र: का� ता� ता� ट(ट गय�। वी� च�काकार लिचल्ल�य�, "काaन �? ताभी� �रवी�जै� ख0ल� और एका आ�मं� शZल-स(रता� स+ जिजैस+ ता0रन्ता पा�च�न� जै� सकाता� था� हिका य� का6ई जैमं�न �स्ताका�र �, भी�तार कामंर+ मं+ चल� आय� और ता�बा(तास�जै का+ हिनकाट आकार प्रसन्नू मं0द्र� मं7 ख\� �6 गय�। "मं0झु+ मं�फ कारन�, पा\6स� मं�6�य," ट(ट=-फ( ट= रूस� भी�ष� मं7 उसन+ का0 छे इतान+ अटपाट+ अ ��जै स+ बा6लन� श0रू हिकाय� हिका उस पार आजै भी� �मं अपान� � स� न�A र6का पा�ता+ �>। "मं0झु+ मं�फ कारन�, अगर मं+र+ आन+ स+ आपाका6 का�मं मं7 का6ई बा�ध� हुई �6, ल+हिकान आपास+ जै�न-पा�च�न कारन+ का+ लिलए मं> बा\� उत्स0का हूं । मं> मं6च� हूं । ग�भित्तेलबा श(ल्त्स मं+र� न�मं �। स\का का+ उस पा�र ठsका स�मंन+ वी�ल+ उस छे6ट+-स+ घर मं7 र�ता� हूं , जिजैस+ आपा अपान� खिख\का; स+ �+ख सकाता+ �>। काल मं अपान+ हिवीवी�� का; रजैता जैय ता� मंन� र�� हूं और मं> आपाका6 ताथा� आपाका; ल\हिकाय: का6 आमं हित्रीता कारता� हूं हिका मं+र+ य�� आय7 और प्र�हिता-भी6जै मं7 श�मिमंल �:।"

ता�बा(तास�जै न+ लिसर झु0का� कार हिनमं त्रीणा स्वी�का�र कार लिलय� और मं6च� स+ बाठन+ ताथा� च�य पा�न+ का� अन0र6ध हिकाय�। मं6च� बाठ गय�। वी� का0 छे इतान+ ख0ल+ दि�ल का� था� हिका लिशघ्र �� �6न: अत्य ता घ0ल-मिमंलकार बा�ता7 कारन+ लग+।,

"काहि�य+, आपाका+ ध ध+ का� Zय� ��ल-च�ल �।" आदिद्रय�न न+ पा(छे�।

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श(ल्त्स न+ जैवी�बा दि�य�, काभी� अच्छा�, काभी� बा0र�, सबा चलता� �। य� बा�ता जैरूर � हिका मं+र� मं�ल आपास+ भिभीन्नू �। जै6 जै�हिवीता �>, वी+ हिबान� जै(ता: का+ भी� र� सकाता+ �>, ल+हिकान मंरन+ का+ बा�� ता6 ता�बा(ता का+ हिबान� का�मं चल न�A सकाता�!"

"हिबाल्का0 ल ठsका का�ता+ �6," आदिद्रय�न न+ स�मंहिता प्रकाट का;, "ल+हिकान एका बा�ता �। मं�न� हिका अगर जै�हिवीता आ�मं� का+ पा�स पास� न�A �, ता6 वी� हिबान� जै(ता: का+ र� जै�य+ और ता0म्�7 ट�ल जै�य+; ल+हिकान मं�ता भिभीख�र� का+ स�था ऐस� बा�ता न�A। हिबान� का0 छे खच� हिकाय+ �� वी� ता�बा(ता पा� जै�ता� �।"इस तार� बा�ताच�ता का� य� लिसललिसल� का0 � �+र और चलता� र��। आखिखर मं6च� उठ� और अपान+ हिनमं त्रीणा का6 एका बा�र हिफर �6�र�ता+ हुए उसन+ ता�बा(तास�जै स+ हिवी�� ल�।

अगल+ दि�न, ठsका �6पा�र का+ समंय, ता�बा(तास�जै और उसका; ल\हिकाय� नय+ खर��+ हुए घर का+ �रवी�जै+ स+ बा��र हिनकाल+ और अपान+ पा\6स� स+ मिमंलन+ चल दि�ए।

मं6च� का� छे6ट�-स� कामंर� अहितालिथाय: स+ भीर� था�।उनमं7 अमिधका�श जैमंन� �स्ताका�र, उनका; पाम्बित्नय� और ऐस+ य0वीका मंaजै(� था+, जै6 उनका; श�हिग�� कार र�+ था+। रूस� सरका�र� का�रिरन्�: मं7 स+ का+ वील एका �� वी�� मंaजै(� था�—पा0लिलस का� लिसपा��� य(का±। जै�हिता का� वी� च(ख6न था� और बा�वीजै(� इसका+ हिका उसका� पा� हिनम्न स्तार का� था�, मं+जैबा�न उसका; आवीभीगता मं7 ख�स ताaर स+ जै0ट� था�। पाच्चों�स स�ल स+ पा(र� फरमं�बार��र� का+ स�था वी� अपान� नaकार� बाजै� र�� था�।१८१२ का+ अखिग्नका�ण्ड न+ प्र�च�न र�जैध�न� का6 ध्वीस्ता कारन+ का+ स�था-स�था उसका; पा�ल� स तार�-चaका; का6 भी� ख�का मं7 मिमंल� दि�य� था�। लहिकान दुश्मंन का दुमं �बा�कार भी�गता+ �� उसका; जैग� पार एका नय� स तार�-चaका; का� उ�य �6 गय�—सल+ट= र ग का; और सफ+ � य(न�न� ढा ग का+ पा�य: स+ अल का� ता, और लिसर स+ पा� वी स+ लस य(का± उसका+ स�मंन+ अबा हिफर, पा�ल+ का; �� भी� हिता, इधर-स+-उधर गश्ता लग�न+ लग�। हिनका;त्स्का; �रवी�जै+ का+ इ��-हिग�� बास+ सभी� जैमं�न: स+ वी� पारिरलिचता था� और उनमं7 स+ का0 छे ता6 ऐस+ था+, जै6 इतावी�र का; र�ता उसका; स तार�-चaका; मं7 �� का�ट �+ता+ था+। आदिद्रय�न भी� उसस+ जै�न-पा�च�न कारन+ मं7 पा�छे+ न�A र�� और जैबा अहितालिथाय: न+ मं+जै पार बाठन� श0रू हिकाय�, ता6 य+ �6न: एका-दूसर+ का+ स�था बाठ+ । श(ल्त्स, उसका; पात्न� और उनका; सत्री�-वीष�य ल\का; ल6त्ख+न अपान+ अलिथाहिताय: का+ स�था भी6जैन मं7 श�मिमंल �6ता+ हुए भी� पार6सन और रका�हिबाय: मं7 च�जै7 रखन+ मं7 बा�वीच� का; मं�� �+ र�� थाA। बा�यर ख0लकार बा� र�� था�। य(का± अका+ ल+ �� च�र का+ बार�बार ख�-पा� र�� था�। आदिद्रय�न भी� हिकास� स+ पा�छे+ न�A था�। उसका; ल\हिकाय� बा\+ सल�का+ स+ बाठs थाA। बा�ताच�ता का� लिसललिसल�, जै6 जैमं�न भी�ष� मं7 चल� र�� था�, �र घ\� जै6र पाका\ र�� था�। स�स� मं+जैबा�न न+ सबाका� ध्य�न अपान� ओर खAच� और का6लता�र पा0ता� एका बा6ताल का� का�का� ख6लता+ हुए रूस� भी�ष� मं7 जै6र6 स+ लिचल्ल�कार का��, "न+कादि�ल ल(ईजै� का; स+�ता का� जै�मं?"का�ग का+ हिनकालता+ �� तारल शम्पन+ का� फ+ न उ\न+ लग�। मं+जैबा�न न+ अपान� अध+\ जै�वीन-स हिगन� का� ता�जै� र गता��र च+�र� च(मं� और अहितालिथाय: न+ �ल्ल+-ग0ल्ल+ का+ स�था न+का ल0ईजै� का+ स्वीसथ्य का; जै�मं हिपाय�। इसका+ बा�� एका दूसर� बा6ताल का� का�ग ख6लता+ हुए मं+जैबा�न लिचल्ल�य�, "प्य�र+ अहितालिथाय: का+ स्वी�स्थ्य का� जै�मं!" और अहितालिथाय: न+ बा�ल+ मं7 धन्यवी�� �+ता+ हुए हिफर हिगल�स ख�ल� कार दि�य+। इसका+ बा�� स्वी�स्थ्यका�मंन� का+ लिलए हिगल�स खनका�न+ और ख�ल� कारन+ का� जैस+ ता� ता� बा ध गय�। जिजैतान+ अहितालिथा था+, एका-एका कारका+ उन सबाका; स+�ता का+ जै�मं हिपाय+ गए, हिफर मं�स्का6 और कार�बा एका �जै�न छे6ट+-मं6ट+ जैमं�न नगर: का+ न�मं पार हिगल�स खनका+ , हिफर सबा ध ध: का+ न�मं पार एका स�था और उसका+ उसका+ बा�� अलग-अलग कारका+ , हिगल�स ख�ल� हुए और इन ध ध: मं7 का�मं कारन+ वी�ल: का�र�गर: ताथा� सभी� नय+ शहिग�± का+ स्वी�स्थ्य का+ न�मं बा6ताल: का+ का�ग ख0ल+। आदिद्रय�न न+ इतान� अमिधका पा� हिका उस पार भी� ऐस� र ग सवी�र हुआ हिका उसन+ सचमं0च एका अन(ठ+ स+ जै�मं का� प्रस्ता�वी हिकाय�। अच�नका एका �ट्टी+-काट्टी+ अहितातालिथा न+, जै6 डबालर6ट=-हिबास्का0 ट बान�न+ का� का�मं कारता� था�,अपान� हिगल�स उठ�ता+ हुए लिचल्ल�कार का��,"उन ल6ग: का+ स्वी�स्थ्य का+ लिलए, जिजैनका; ख�हितार �मं का�मं कारता+ �>।" इस का�मंन� का� भी� पा�ल+ का; भी� हिता सभी� न+ ख0श� स+ स्वी�गता हिकाय�। अहितालिथा एका-दूसर+ का+ स�मंन+ झु0का-झु0काकार हिगल�स ख�ल� कारन+ लग+—�जै� मं6च� का+ स�मंन+,मं6च� �जै� का+ स�मंन+, न�नबा�ई इन �6न: का+ स�मंन+, और सभी� अहितालिथा एका स�था मिमंलकार न�नबा�ई का+ स�मंन+। एका-दूसर+ का+ स�मंन+ झु0काकार पा�रस्परिरका अभिभीवी��न का� य� लिसललिसल� अभी� चल �� र�� था� हिका य(का± न+ ता�बा(तास�जै का; ओर मं0 � कारता+ हुए लिचल्ल�कार का��, "आइय+, पा\6स�, आका+ मं�ता आस�मिमंय: का+ स्वी�स्थ्य का� जै�मं हिपाय7।" इस पार सभी� � स पा\+, का+ वील ता�बा(तास�जै च0पा र��। उस+ य� बा0र� लग� और

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उसका; भी��7 चढ़ गय�। ल+हिकान इधर हिकास� का� ध्य�न न�A गय�, अहितालिथाय: का� �aर चलता� र�� और जैबा वी+ मं+जै स+ उठ+ ,ता6 उस समंय र�ता का; आखिखर� प्र�था�न� का+ लिलए हिगरजै+ का; घ दिटय� बाजै र�� थाA।

का�फ; र�ता ढाल जै�न+ पार अहितालिथा हिवी�� हुए। अमिधका� श नश+ मं7 ध0त्ते था+। �ट्टी�-काट्टी� न�नबा�ई और जिजैल्�स�जै, पा0लिलस का+ लिसपा��� का; �6न: बागल: मं7 अपान+ ��था ड�ल+, उस+ उसका; चaका; का; ओर ल+ चल+। ता�बा0तास�जै भी� अपान+ घर लaट आय� था�। वी� ग0स्स+ स+ भीर� था� और उसका� दि�मं�ग अस्ता व्यस्ता-स� �6 र�� था�।"आखिखर," उसन+ सस्वीर स6च�, "मं+र� ध ध� Zय� अन्य ध ध: स6 कामं सम्मं�नपा(णा� �? ता�बा(तास�जै और जैल्ल�� Zय� भी�ई-भी�ई �>? Zय� उन्�7 एका स�था रख� जै� सकाता� �? ता6 हिफर इन हिवी�+लिशय: का+ � सन+ मं7 Zय� ता0का थाA? वी+ Zय: � स+? Zय� वी+ ता�बा(तास�जै का6 र गहिबार ग+ कापा\: वी�ल� हिवीदूषका� समंझुता+ �>? हिफर मंजै� य� हिका मं> इन सबाका6 ग��-प्रवी+श का+ प्र�हिताभी6जै मं7 बा0ल�न+ जै� र�� था�। ओ� न�A, मं> ऐस� बा+वीका( फ; न�A कारू ग�। मं> उन्�7 �� बा0ल�ऊ ग�, जिजैनका+ लिलए मं> का�मं कारता� हूं —अपान+ ईस�ई मं�ताका: का6!"

"ओ�, मं�लिलका!" नaकार�न� न+, जै6 उस समंय ता�बा(तास�जै का+ पा� वी स+ जै(ता+ उता�र र�� था�, का��, "जैर� स6लिचय+ ता6 स�� हिका य� आपा Zय� कार र�+ �>! सल�बा का� लिचह्न बान�इय+,का�A मं�ताका: का6 भी� ग�� प्रवी+श का+ लिलए बा0ल�य� जै�ता� �? हिकातान� भीय�नका बा�ता � य�!"

"ईश्वर स�क्ष� �, य� मं> जैरूर कारू ग�," आदिद्रय�न न+ का�न� जै�र� रख�, "और काल ��।ऐ मं+र+ आस�मिमंय:, मं+र+ स0भीशिंच.ताका:, काकाल र�ता भी6जै मं7 श�मिमंल �6कार मं0झु+ सम्मं�हिनता कारन�। जै6 का0 छे रूख�-स(ख� मं+र+ पा�स �, सबा ता0म्��र� �� दि�य� हुआ ता6 �।"

इन शब्�: का+ स�था ता�बा(तास�जै न+ हिबास्ता�र न+ हिबास्तार का; शरणा ल� और का0 छे �� �+र बा�� खर��ट+ भीरन+ लग�।

स0बा� जैबा आदिद्रय�न का; आ ख7 ख0लA, ता6 उस समंय का�फ; अ ध+र� था�। सa��गर का; हिवीधवी� त्री(खिखन� र�ता मं7 �� मंर गय� था� और उसका+ का�रिरन्�+ द्वा�र� भी+जै+ गय+ एका आ�मं� न+ आकार इसका; खबार �= था�। वी� घ6\+ पार सवी�र ता+जै� स+ उस+ �a\ता� आय� था�। ता�बा(तास�जै न+ वी6�का� का+ लिलए �स का6पा+का उस+ इन�मं मं7 दि�य+, झुटपाट कापा\+ पा�न+, एका ग�\� पाका\� और उस पार सवी�र �6कार र�Qग0ल्य�ई पाहु च�। मं�ताका का+ घर का+ �रवी�जै+ पार पा0लिलस वी�ल+ पा�ल+ स+ तान�ता था+ और सa��गर इधर-स+-उधर इस तार� मं डर� र�+ था+, जैस+ स\� ल�श का; ग ध पा�कार काaवी+ मं डर�ता+ �>। शवी मं+जै पार रख� था�, च+�र� मं6मिमंय�ई मं�ल(मं �6ता� था�, ल+हिकान न�का-नक्श अभी� हिबाग\� न�A था�। सग+-स बा ध�, अ\6स�-पा\6स� और नaकार-च�कार उसका+ च�र: ओर ख\+ था+। खिख\हिकाय� सभी� ख0लA थाA, मं6मंबाभित्तेय� जैल र�� थाA और पा��र� मं�ताका स्त्री� का+ भीता�जै+ का+ पा�स पाहु च�। वी� य0वीका सa��गर था� और फ शन��र का6ट पा�न+ था�। आदिद्रय�न न+ उस+ स(चन� �= हिका ता�बा(ता, मं6मंबाभित्तेय� , ता�बा(ता ढा कान+ का� काफन और अन्य मं�तामं� स�जै-सम्मं�न बाहुता �� बादिढ़य� ��लता मं7 ता0रता जै0ट�य+ जै�य7ग+। य:��, ल�पारवी��� स+, मं�ताका का+ उत्तेर�मिधका�र� न+ उस+ धन्यवी�� दि�य� और का�� हिका ��मं: का+ सवी�ल पार वी� जिझुकाजिझुका न�A कार+ग� और सबाका0 छे ख0� ता�बा(तास�जै का+ इमं�न और न+कान�यता� पार पा(णा�यताय� छे6\ �+ग�। ता�बा(तास�जै न+ अपान� आ�ता का+ अन0स�र शपाथा ल+कार का�� हिका वी� एका पा�ई भी� Qय��� वीस(ल न�A कार+ग� और इसका+ बा�� का�रिरन्�+ न+ उसका; ओर और उसन+ का�रिरन्�+ का; भी+�-भीर� नजैर स+ �+ख�, और स�मं�न ताय�र कारन+ का+ लिलए ग�\� पार सवी�र �6कार घर लaट आय�। दि�न-भीर वी� इस� तार� र�Qयग0ल�ई और हिनका;त्स्का; �रवी�जै+ का+ बा�च भी�ग-�a\ कारता� र��। काभी� जै�ता�, काभी� वी�पास लaटता�। श�मं ताका उसन+ सभी� का0 छे ठsका-ठ�का कार दि�य� और ग�\� का6 हिवी�� कार पा�ल �� घर लaट�। च� �न� च�ता था�। स��-सल�मंता वी� हिनका;त्स्का; �रवी�जै+ पाहु च गय�। हिगरजै+ का+ पा�स स+ ग0जै�ता+ समंय �मं�र+ मिमंत्री य(का± न+ उस+ ललका�र�, ल+हिकान जैबा �+ख� हिका अपान� �� ता�बा(तास�जै �, ता6 उसका� अभिभीवी��न हिकाय�। �+र का�फ; �6 गय� था�। जैबा वी� अपान+ घर का+ पाहु च�, ता6 यका�यका उस+ ऐस� लग�, मं�न6 का6ई �रवी�जै+ का+ पा�स रुका गय� �, और �रवी�जै+ का6 ख6लकार अन्�र जै�कार ग�यबा �6 गय� �। "य� Zय� तामं�श� �?"आदिद्रय�न अचरजै स+ भीर उठ�, "इस समंय भील� काaन मं0झुस+ मिमंलन+ आ सकाता� �? का�A का6ई च6र ता6 न�A �? का�A ऐस� ता6 न�A हिका का6ई सल�न� य0वीका �, जै6 र�ता का6 मं+र� नन्�A हिनठल्ल� ल\हिकाय: स+ स�ठ -ग�ठ कारन+ आय� �6?" एका बा�र ता6 उसन+ य�� ताका स6च हिका अपान+ मिमंत्री य(का± का6 मं�� का+ लिलए बा0ल� ल�य+। ताभी� एका और व्यलिक्त �रवी�जै+ का+ पा�स पाहु च� और

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भी�तार पा� वी रख �� र�� था� हिका ता�बा(तास�जै का6 घर का; ओर ता+जै� स+ लपाकाता+ हुए �+खकार वी� हिनश्चल ख\� �6 गय� और अपान+ हितारछे+ ट6पा का6 उठ�कार अभिभीवी��न कारन+ लग�।

आदिद्रय�न का6 ऐस� लग�, जैस+ उसन+ य� शZल का�A �+ख� �, ल+हिकान जैल्�= मं7 उस+ ध्य�न स+ न�A �+ख सका�। �� फता+ हुए बा6ल�, ‘‘Zय� आपा मं0झुस+ मिमंलन+ आय+ �>? चलिलय+, भी�तार चलिलय+।’’

‘‘ताकाल्ल0फ का+ फ+ र मं7 न पा\7, मिमंत्री,’’ अनजै�न न+ था6था� आवी�जै मं7 का��, ‘‘आग+-आग+ आपा चलिलय+ और अपान+ �हितालिथाय: का� पाथा-पा�श�न का;जिजैय+!’’

आदिद्रय�न का6 ख0� इतान� उता�वील� था� हिका च��न+ पार भी� वी� ताकाल्ल0फ हिनभी� न पा�ता�। उसन+ �रवी�जै� ख6ल� और घर का; स�दिढ़य: पार पा� वी रख�। दूसर� भी� उसका+ पा�छे+-पा�छे+ चल�। आदिद्रय�न का6 ऐस� लग� हिका उसका+ कामंर: मं7 ल6ग ट�ल र�+ �>। ‘‘�+ भीगवी�न, य� सबा Zय� तामं�श� �!’’ उसन+ स6च�, और लपाका कार भी�तार पाहु च�। उसका+ पार पा\ख\� गय+। कामंर� प्र+ता: स+ भीर� था�। खिख\का; मं7 स+ च� �न� भी�तार पाहु च र�� था�, जिजैसमं7 उनका+ पा�ल+-न�ल+ च+�र+, लटका+ हुए मं0 �, ध0 धल� अधख0ल� आ ख7 और चपाट= न�का7 दि�ख�ई �+ र�� थाA। आदिद्रय�न न+ भीय स+ का� पाकार पा�च�न� हिका य+ सबा वी�� ल6ग �>, जिजैनका6 �फ़ान�न+ मं7 उसन+ य6ग दि�य� था�, और वी�, जै6 उसका+ स�था भी�तार आय� था�, वी�� हिब्राग+हिडयर था�, जिजैस+ मं(सल�ध�र वीष�� का+ बा�च �फन�य� गय� था�। वी+ सबा पा0रुष और म्बिस्त्रीय� भी�, ता�बा(तास�जै का+ च�र: ओर इकाट्ठी+ �6 गय+ और लिसर झु0का�-झु0का�कार अभिभीवी��न कारन+ लग+। भी�गय का� मं�र� का+ वील एका �� ऐस� था�, जै6 का0 छे दि�न पा�ल+ मं0फ्ता �फन�य� गय� था�, वी�A पा�स न�A आय�। बा+बास� का; मं0द्र� बान�य+ वी� सबास+ अलग कामंर+ का+ एका का6न+ मं7 ख\� था�, मं�न6 अपान+ फट+ हुए लिचथा\: का6 लिछेपा�न+ का� प्रयत्न कार र�� �6। उसका+ लिसवी� अन्य सभी� बादिढ़य� कापा\+ पा�न+ था+,म्बिस्त्रीय: का+ लिसर: पार फ;ता+��र ट6जिजैय� थाA, स्वीग�वी�स� अफसर वीर्दि�.य� ड�ट+ था+, ल+हिकान उनका; �जै�मंता7 बाढ़= थाA, सa��गर: न+ एका-स+-एका बादिढ़य� कापा\+ छे� ट कार पा�न+ था+। ‘‘�+ख6, प्र6ख6र6वी!’’ सबाका; ओर स+ बा6लता+ हुए हिब्राग+हिडयर न+ का��, ‘‘�मं सबा ता0म्��र+ हिनमं त्रीणा पार अपान�-अपान� काब्रा: स+ उठकार आय+ �>। का+ वील वी+, जै6 एका�मं असमंथा� �>, जै6 पा(र� तार� गल-स\ च0का+ �>, न�A आ सका+ । इसका+ अल�वी� उन्�7 भी� मंन मंस6स कार र� जै�न� पा\�, जै6 का+ वील �हि¾य: का� ढा+र भीर र� गय+ �> और जिजैनका� मं� स पा(र� तार� गल च0का� �। ल+हिकान इनमं7 स+ भी� एका अपान� आपाका6 न�A र6का सका�। ता0मंस+ मिमंलन+ का+ लिलए वी� इतान� बा+चन था� हिका का0 छे न पा(छे6।’’

उस� समंय एका छे6ट� का का�ल का6�हिनय: स+ सबाका6 धका+ लता� आग+ हिनकाल आय� और आदिद्रय�न का; ओर बाढ़न+ लग�। उसका� मं� स��न च+�र� आदिद्रय�न का; ओर बा\+ च�वी स+ �+ख र�� था�। ता+जै �र+ और ल�ल र ग का; धज्विज्जय� उसका ढा� च+ स+ जै�� -ता�� लटका; थाA जैस+ बा� स स+ लअका� �= जै�ता� �> और उसका+ घ0टन+ स+ न�च+ का; �हि¾य� घ0\सवी�र� का+ ऊ च+ जै(ता: का+ भी�तार इस तार� खटखट� र�� थाA, जैस+ खरल मं7 मं(सल� खटखट�ता� �।

‘‘मं0झु+ पा�च�न� न�A, प्र6ख6र6वी?’’ का का�ल न+ का��, ‘‘ग��� का+ भी(तापा(वी� स�जैÊट प्य6त्री पा+त्री6लिचवी मं0र�श्किल्कान का6 भी(ल गय+, जिजैसका+ ��था ता0मंन+ १७९९ मं7 अपान� पा�ल� ता�बा(ता बा+च� था�, वी�� जिजैस+ स0मंन+ बाल(ता का� बाता�य� था�, ल+हिकान हिनकाल� वी� च�\ का; खपाज्विच्चोंय: का�!’’

य� का�ता+ हुए आदिद्रय�न का� आशिंल.गन कारन+ का+ लिलए का का�ल� न+ अपान� बा� �7 फ ल� ��। अपान� समं(च� शलिक्त बाट6र कार आदिद्रय�न लिचल्ल�य� और का का�ल का6 उसन+ पा�छे+ धका+ ल दि�य�। प्य6त्री पा+त्री6हिवीच ल\ख\� कार फश� पार हिगर पा\�, हिबाखर� हुई �हि¾य: का� ढा+र मं�त्री। मं�ताका: मं7 हिवीक्ष6भी का; एका ल�र �a\ गय�। अपान+ स�था� का+ अपामं�न का� बा�ल� ल+न+ का+ लिलए वी+ आदिद्रय�न का; ओर लपाका+ -च�खता+-लिचल्ल�ता+, का6सता+ और धमंहिकाय� �+ता+।

अभी�ग+ मं+जैबा�न का+ �6श ग0मं था+। च�ख-लिचल्ल��ट न+ उसका+ का�न बा�र+ कार दि�य+ था+ और वी+ उस+ का0 चल �+न� च�ता+ था+। उसका; आ ख: का+ आग+ अ ध+र� छे� गय� और ल\ख\� कार अबा वी� भी� मं�ता स�जैÊट का; �हि¾य: का+ ढा+र पार हिगर पा\�। वी� बा+स0ध �6 गय� था�।

स(रजै का; हिकारणा7 उस हिबास्तार पार पा\ र�� थाA, जिजैस पार ता�बा(तास�जै स6 र�� था�। आखिखर उसन+ आ ख+ ख6लA और �+ख� हिका नaकार�न� समं6वी�र मं7 का6यल+ ��का�न+ का+ लिलए फ( का मं�र �� �। र�ता का; घटन�ओं का; य�� आता+ �� आदिद्रय�न का+ शर�र मं7 का पाका पा�-स� �a\ गय�। त्री(खिखन�, हिब्राग+हिडयर और स�जैÊट का0 र�श्किल्कान

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का+ ध0 धल+ च+�र+ उसका+ दि�मं�ग पार छे�य+ हुए था7 वी� च0पाच�पा प्रता�क्ष� कारता� र�� हिका नaकार�न� ख0� बा�ताच�ता श0रु कार+ग� और र�ता का; घटन�ओं का� बा�का; ��ल उस+ बाता�य+ग�।

‘‘मं�लिलका, आजै आपा हिकातान� �+र ताका स6य+,’’ स0बा� का+ समंय पा�नन+ का� च:ग� उस+ थामं�ता+ हुए आZस�न्य� न+ का��, ‘‘�मं�र� पा\6स� �जै� आपास+ मिमंलन+ आय� था� और पा0लिलस का� लिसपा��� भी� एका चZकार लग� गय� �। वी� य� का�न+ आय� था� हिका आजै पा0लिलस इन्स्प+Zटर का� जैन्मंदि�न �। ल+हिकान आपा स6 र�+ था+ और �मंन+ जैग�न� ठsका न�A समंझु�।’’

‘‘अच्छा�, स्वीग�वी�स� हिवीधवी� त्री(खिखन� का+ य�� स+ भी� का6ई आय� था�?’’

‘‘Zय:? Zय� त्री(खिखन� मंर गय�, मं�लिलका?’’‘‘ता0मं भी� बास य:�� �6! उसका� मं�तामं�-स�जै-स�मं�न ताय�र कारन+ मं7 काल ता0म्�A न+ ता6 मं+र� ��था

बा ट�य� था�?’’‘‘आपा पा�गल ता6 न�A �6 गय+, मं�लिलका?’’ आZस�न्य� न+ का��, ‘‘य� काल का� नश� अभी� ताका

दि�मं�ग पार छे�य� हुआ �? काल हिकास� का; मंयता का� स�मं�न ताय�र न�A हुआ। आपा दि�न-भीर जैमं�न का+ य�� ��वीता उ\�ता+ र�+। र�ता का6 नश+ मं7 ध0त्ते लaट+ और अपान+ इस� हिबासतार पार हिगर पा\+, जिजैस पार हिका आपा अभी� ताका स6य+ हुए था+। प्र�था�न� का+ लिलए हिगरजै+ का; घ ट= भी� बाजैता+-बाजैता आखिखर थाका कार च0पा �6 गय�।’’

‘‘सचमं0च?’’ता�बा(तास�जै न+ स ता6ष का; स� स ल+ता+ हुए का��। ‘‘और न�A ता6 Zय� झु(ठ?’’ नaकार�न� न+ जैवी�बा दि�य�। ‘‘ता6 हिफर जैल�= स+ च�य बान�ओ और ल\हिकाय: का6 य�A बा0ल� ल�ओ!’’ ●

-अनु ० नुरा�त्तम नु�गांरा

दु:ख कों� �हा ज�कि�त स्म�राकों

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��#शिशगांटानु इकि�गां

अपान+ ग्र�म्य हिनवी�स का+ दि�न: मं7 मं> पा0र�तान �+��ता� मं7 प्र�य: जै�य� कारता� था�। वी�� का+ सत्स ग मं7 एका बा(ढ़= जैजै�र स्त्री� मं�त्री ऐस� था�, जै6 सच्चों+ ईस�ई का; हिवीनम्र ताथा� प्रणाता धमं�-हिनष्ठु� का� पा(णा� अन0भीवी कारता� जै�न पा\ता था�। वी� आय0 और दुबा�लता�ओं का+ बा6झु स+ झु0का गई था�। उसमं7 हिनता� ता �=नता� स+ अमिधका अच्छा= हिकास� च�जै का; र+ख�ए भी� थाA। उसका; मं0ख�का� हिता पार गaरवी मं डर�ता� �=ख� र�� था�। यद्यहिपा उसका; पा6श�का हिबाल्का0 ल �� स��= था�, हिकान्ता0 वी� बाहुता स्वीच्छा था�। जिजैस+ का0 छे सम्मं�न भी� प्र��न हिकाय� गय� था�, Zय:हिका वी� ग� वी का+ �=न: का+ बा�च न बाठकार वी+दि�का� का; स�दिढ़य: पार अका+ ल� बाठs हुई था�। ऐस� जै�न पा\ता� था� हिका वी� समंस्ता प्र+मं, समंस्ता मंत्री� और समंस्ता समं�जै का6 स�न कार भी� जै�हिवीता � और अबा उसका+ लिलए स्वीग� का; आश� का+ अहितारिरक्त और का0 छे न�A बाच� �। जैबा मं>न+ दुबा�लता�पा(वी�का उस+ उइता+ और अपान� जैर�-ग्रस्ता का�य� का6 झु0का�ता+ �+ख�, ताबा �+ख� हिका वी� अभ्य�स-वीश अपान� प्र�था�न�-पा0स्ताका ख6ल र�� �, हिकान्ता0 उसका+ जै�णा� काम्बिम्पता ��था ताथा� दुबा�ल दृमिष्ट आ ख7 उस+ पाढ़न+ न�A �+ र�� �।, यद्यहिपा वी� उस+ का ठग्र �, ताबा मं>न+ अन0भीवी हिकाय� हिका उस अकिंका.चन मंहि�ल� का; भीग्नवी�णा�, Zलका� का; आवी�जै, बा�जै+ का; ध्वीहिन ताथा� भीजैन-मं डल� का+ ग�यन स+ पा�ल+ �� स्वीग� का+ हिनकाट पाहु च र�� �।

एका दि�न सवी+र+ मं> वी�� बाठ� हुआ �6 मंजैदूर: का6 �+ख र�� था�, जै6 काब्रा ख6�न+ मं7 लग+ हुए था7 इस का�मं का+ लिलए उन्�:न+ हिगरजै+ का+ अ��ता+ मं7 एका सबास+ दूरस्थ और उपा+भिक्षता का6न� च0न� था�। उसका+ आसपा�स हिकातान� �� अन�मं समं�मिधय� थाA, जिजैनस+ मं�ल(मं �6ता� था� हिका अकिंका.चन और बा ध0-बा� धवी-रहि�ता जैन वी�� पा�थ्वी� का+ गभी� मं7 ठ( स दि�य+ गए �>। मं0झु+ बाता�य� गय� हिका नवी-हिनर्मिमं.ता काब्रा एका �रिरद्र हिवीधवी� का+ एकामं�त्री पा0त्री का+ लिलए �।

जैबा मं> स� स�रिरका श्र+भिणाय: का+ हिवीभी+� पार जै6, इस प्रका�र भीस्मं�वीश+ष ताका फ ल� हुआ था�, लिचन्तान कार र�� था�, ताबा घ ट�-ध्वीहिन न+ स(लिचता हिकाय� हिका अथा� आ र�� �। वी� गर�बा: का; अ त्य+मिष्ट था�, जिजैसमं7 अ� का�र का� का6ई लिचन्� न�A �6ता�। अथा� बा\� �� स��= च�जै6 स+ बान� हुई था� और उसमं7 पा�z आदि� का� न�मं भी� न�A था�। उस+ चन्� ग्र�मंवी�स� उठ�य+ हुए था7। हिगरजै+ का� उत्खनका आग+-आग+ श0ष्का उ��स�नता� का; मं0द्र� मं7 चल र�� था�। प्र�र्शिश.ता व्यथा� का; भी(ष� मं7 का6ई का� हित्रीमं श6का-कात्ते�� वी�� न�A था+, हिकान्ता0 एका सच्चों� श6का-कात्ते�� वी�� अवीश्य था�। वी� एका बा0दिढ़य� था�, जै6 शवी का+ पा�छे+ दुबा�लता� का+ का�रणा ल\ख\�ता� चल र�� था�। य� मं�ता�त्मं� का; बा�द्ध� मं� था�, वी�A गर�बा बा0दिढ़य�, जिजैस+ मंन+ वी+दि�का� का; स�दिढ़य: पार बाठ+ �+ख� था�। एका गर�बा स्त्री� उस+ स��र� और स� त्वीन� �+ता� चल र�� था�। पा�स-पा\6स का+ का0 छे गर�बा आ�मं� स�था मं7 था+। जैबा शवी-य�त्री� का� जै0ल(स काब्रा का+ पा�स पाहु च गय� ताबा हिगरजै� का+ द्वा�र मं डपा स+ पा��र� बा��र हिनकाल�—लम्बा� च:ग� पा�न+ ताथा� प्र�था�न�-पा0स्ताका ��था मं7 लिलय+ हुए एका Zलका� उसका स�था था�। अन्तिन्तामं धमं�-हिक्रोय� ��नख�ता+ जैस� था�। मं�ताका अकिंका.चन था� और उसका+ घर जै6 बाच गई था�—मं� , वी� काa\�-काa\� का6 मं6�ता�जै था�। इस�लिलए र�हिता का� पा�लन ता6 हुआ, पारन्ता0 भी�वीन�-रहि�ता और श0ष्का ढा ग पार।

मं> काब्रा का+ पा�स गय�। ता�बा(ता जैमं�न पार रख� था�। उस पार मं�ताका का� न�मं और आय0 अ हिकाता था�—जै�जै� स�मंस� उम्र २६ वीष�। अभी�ग� मं� का; जै�णा� ��था जै0\+ हुए था+, जैस+ वी� प्र�था�न� मं7 बाठs �6, पारन्ता0 उसका+ शर�र का+ क्ष�णा काम्पन और ओठ: का; ऐंठता� गहिता स+ मं> समंझु सका� हिका वी� मं� का+ हृ�य का; व्य�का0 लता� का+ स�था अपान+ पा0त्री का� अ हितामं अवीश+ष �+ख र�� था�।

धरता� का+ अन्�र ता�बा(ता का6 उता�रन+ का; ताय�रिरय� �6न+ लगA। वी� �a\-ध(पा और �लचल मंच गई, ता6 व्यथा� और अन0र�ग का; भी�वीन�ओं का6 बा\� काठ6रता� स+ झुकाझु6र �+ता� �। जैबा आ�मं� रस्स� ल+कार ता�बा(ता का6 न�च+ उता�रन+ आय+ ता6 मं� न+ अपान+ ��था मंर6\ लिलय+ और व्यथा� का; य त्रीणा� स+ फ( ट पा\�। Qय:�� ल�श उन्�:न+ न�च+ उता�र�, रज्विस्सय: का; रग\ का+ शब्� स0नकार मं� कार�� उठs, हिकान्ता0 जैबा हिकास� घटन� का+ का�रणा रुका�वीट आन+ स+ ता�बा(ता टकार� गय� ता6 मं� का; समंस्ता का6मंलता� फ( ट पा\� जै+स+ उस आ�मं� का6 क्षहिता पाहु च� �6, जै6 स� स�रिरका व्यथा� का; पाहु च स+ बा��र जै� च0का� �6।

अबा मं0झुस+ और न�A �+ख� गय�। मं+र� हृ�य मं�न6 गल+ मं7 आ गय�, मं+र� आ ख7 आ स0ओं स+ भीर गईं। मं0झु+ लग�, मं> वी�� ख\� र�न+ और मं� का; य त्रीणा का� दृश्य अलसभी�वी स+ �+खन+ मं7 का6ई बाबा�र अभिभीनय कार र�� �6ऊ । मं> हिगरजै+ का+ अ��ता+ का+ दूसर+ भी�ग मं7 चल� गय� और वी�� ताबाताका र�� जैबाताका हिका शवी-य�त्री� का; मं डल� हिबाखर न�A गई।

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जैबा मं>न+ �+ख� हिका मं� का+ लिलए इस धरता� पार जै6 का0 छे हिप्रय था�, उस+ अपान+ पा�छे+ छे6\कार वी� बा\� व्यथा� का+ स�था काब्रा स+ हिवी�� �6 र�� � और न�रवीता� ताथा� �रिरद्रता� का; ओर लaट र�� � ता6 मं+र� हृ�य र6 पाउ़�। मं> स6चन+ लग� हिका इनका+ आग्र धहिनका: का; हिवीपा�� Zय� �!उनका+ पा�स स� त्वीन� �+न+ वी�ल+ मिमंत्री �>, भी0ल�न+ वी�ल+ स0ख �>, उनका+ दुख: का6 मं6\न+ और बा ट�न+ वी�ल� दुहिनय� �। उसका+ स�मंन+ तारुणा: का+ श6का Zय� �>? उनका+ हिवीका�सश�ल मंश्किस्ताष्का श�घ्र �� घ�वी का6 भीर �+ता+ �>। हिकान्ता0 उन गर�बा: का� श6का, जिजैनका+ पा�स स� त्वीन� का+ बा��र� स�धन न�A, �; उन बा�द्ध: का� श6का, जिजैनका� जै�वीन अपान+ अच्छा+-स+-अच्छा+ रुपा मं7 भी� एका लिशलिशर का+ दि�वीस जैस� �; एका हिवीधवी� का� दुख, जै6 वी�द्ध �, अका+ ल� � अकिंका.चन �, जै6 अपान+ बा0ढ़�पा+ का; एकामं�त्री स� त्वीन� अपान+ पा0त्री का6 ख6कार र6 र�� �, य+ हिनश्चय �� ऐस+ श6का, ऐस+ दु:ख �>, जिजैनमं7 �मं स� त्वीन� का; अक्षमंता� का� अन0भीवी कारता+ �।

का0 छे �+र बा�� मं> हिगरजै+ का+ प्र� गणा स+ बा��र आय�। घर का; ओर लaटता+ समंय मं0झु+ वी� औरता मिमंल गई, जै6 बा0दिढ़य� का6 स� त्वीन� �+न+ का� का�मं कार र�� था�। वी� मं� का6 उसका+ हिनजै�न आवी�स पार पाहु च� कार आ र�� थाA उसन+ बाता�य� हिका मं�ता�त्मं� का+ मं� -बा�पा उस ग� वी मं7 बाचपान स+ र�ता+ आय+ था+। उनका; बाहुता �� स�फ-स0थार� का0 ट=र था� और वी+ बा\+ मं�न-सम्मं�न और आर�मं का+ स�था जै�वीन हिबाता� र�+ था+। उनका+ एका �� पा0त्री था�, जै6 बा\� �� स0�श�न, श�लवी�न, �य�ल0 और मं�ता�-हिपाता� हिका प्रहिता कात्ते�वीयश�ल था�।

दुभी��ग्य स+ दुष्का�ल और का� हिष-स काट का+ एका स�ल ल\का+ न+ प्रल6भीन मं7 आकार पा�स का; न�= मं7 चलन+वी�ल� नaका� पार नaकार� कार ल�। वी�� का�मं कारता+ अमिधका दि�न न�A हुए हिका जैल�स्य0ओं का� हिगर6� उस+ पाका\कार समं0द्र का; ओर ल+ गय�। मं�ता�-हिपाता� का6 इसका; स(चन�-मं�त्री मिमंल�, उसस+ अमिधका पाता� न�A चल�। उनका� मं0ख्य अवीलम्बा लिछेन गय�। हिपाता� पा�ल+ स+ �� दुबा�ल था+, उनका� दि�ल बाठ गय�, वी� उ��स र�न+ लग+ और एका दि�न मंaता का; ग6� मं7 स6 गय+। वी�द्ध�वीस्थ� और दुबा�लता� का+ बा�च हिवीधवी� अका+ ल� र� गई। वी� अपान� जै�हिवीका� न�A चल� पा�ई। स��वीता� पार र�न+ लग�।

एका दि�न वी� अपान+ ख�न+ का+ लिलए बाग�च+ मं7 का0 छे तारका�रिरय� ता6\ र�� था� हिका स�स� उसका+ घर का� �रवी�जै� हिकास� न+ ख6ल दि�य�। आगन्ता0का समं0द्र= पा6श�का पा�न+ था� और स(खकार का� ट� �6 गय� था�, मं0�z का; तार� पा�ल� पा\ गय� था�। उसका; मं0द्र� ऐस� था�, जैस� बा�मं�र� और काष्ट स+ ट(ट+ आ�मं� का; �6ता� �। उसका; हिनग�� बा0दिढ़य� पार पा\� और वी� झुपाटकार उसका+ स�मंन+ जै�कार घ0टन: का+ बाल बाठ गय� और बाच्चों+ का; तार� स0बाकान+ लग�। बा+च�र� बा0दिढ़य� श(न्य एवी अज्विस्थर नयन: स+ उस+ ता�का र�� था�।

‘‘ओ मं+र� प्य�र� अम्मं�, Zय� ता0मं अपान+ बा+ट+ का6 न�A पा�च�न र�� �6? अपान+ गर�बा बा+ट+ जै�जै� का6?’’ वी� पा�ल+ का+ श्र+ष्ठु ल\का+ का� ध्वी स�वीश+ष मं�त्री था�, जै6 घ�वी:, बा�मं�रिरय: और हिवी�+श� का�र�वी�स: का+ प्र��र: का+ ख हिडता, अपान+ क्षमियता अ ग: का6 घर का; ओर घस�टता+ हुए बाचपान+ का+ दृश्य: का+ बा�च हिवीश्र�मं पा�न+ आय� था�।

वी� उस+ शय� पार पा\ गय�, जिजैस पार उसका; हिवीधवी� मं� न+ जै�न+ हिकातान� �� हिवीद्र���न र�ता7 हिबाता�ई थाA। वी� हिफर उसस+ उठ न�A सका�। अभी�ग� जै�जै� अन0भीवी कार च0का� था� हिका ऐस� बा�मं�र� मं7 पा\+ र�न�, जै�� का6ई स� त्वीन� �+न+ वी�ल� न�A �—अका+ ल+, का�र�ग�र मं7, जै�� का6ई उसस+ मिमंलन+ आन+ वी�ल� न�A �, का स� �6ता� �। अबा वी� अपान� मं� का� आ ख6 स+ ओझुल �6न� स�न न�A कार सकाता� था�। बा+च�र� मं� उसका; शय� का+ पा�स घ ट: बाठs र�ता�। काभी�-काभी� जै�जै� स्वीप्न स+ चaकाकार इधर-उधर �+खन लगता� और ताबाताका �+खता� र�ता� जैबाताका मं� का6 अपान+ ऊपार झु0का+ हुए न �+ख ल+ता�। ताबा वी� मं� का� ��था अपान+ ��था मं7 ल+ ल+ता�, उस+ अपान� छे�ता� पार रखता� और एका बाच्चों+ का; श� हिता का+ स�था ग�र� नA� मं7 स6 जै�ता�।

इस� तार� वी� मंर गय�।दूसर+ रहिवीवी�र का6 जैबा मं> हिगरजै+ मं7 गय� ता6 मं0झु+ य� �+खकार आश्चय� हुआ हिका गर�बा बा0दिढ़य�

ल\ख\�ता� हुई उस� तार� वी+दि�का� का; स�दिढ़य: पार अपान+ स्थ�न का; ओर बाढ़= जै� र�� �। उसन+ का0 छे ऐस� च�जै पा�नन+ का; च+ष्ट� का; था�, जै6 अपान+ पा0त्री का+ प्रहिता श6का�त्ते�ता� का; द्य6ताका �6। पाहिवीत्री अन0र�ग और हिनता�न्ता अकिंका.चनता� का+ बा�च का+ इस स घष� स+ अमिधका कारुणा� का; और Zय� बा�ता �6 सकाता� था�?

का0 छे धन� स�स्य: न+ उसका; का��न� स0नकार द्रहिवीता �6 उसका; लिसथाहिता का6 स0ख��य� बान�न+ और उसका� दुख �ल्का� कारन+ का� प्रयत्न हिकाय�, हिकान्ता0 य� सबा काब्रा का; ओर बाढ़ता+ हुए चन्� का�मं: का6 सरल बान�न� भीर था�। एका य� �6 रहिवीवी�र: का; अवीमिध मं7 �� वी� हिगरजै+ का+ अपान+ आसन पार अन0पाज्विस्थता पा�ई गई।

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उसन+ श� हितापा(वी�का अपान� अ हितामं स� स7 छे6\ �� और जिजैन्�7 वी� प्य�र कारता� था�, उनस+ मिमंलन+ का6 उस ल6का मं7 चल� गई, जै�� श6का का� का�A पाता� न�A और जै�� मिमंत्री: स+ काभी� हिबाछे6\ न�A �6ता�। ●

-अनु ० श्री� रा�मनु�थे ‘से मनु’

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‘मंण्डल’ द्वा�र� प्रका�लिशता स0बा6ध-स�हि�त्य-मं�ल�□● पाथा का+ आल6का● �मं�र+ स ता मं��त्मं�● �मं�र+ प्रमं0ख ता�था�● र�जैका0 मं�र का; प्रहिताज्ञ�● बा+ता�ल पाच्चों�स�● �मं�र� बा6ध काथा�ए ● �मं�र� नदि�य� ● बा�पा( का� पाथा● बा\: का; बा\� बा�ता7● स ता: का; स�ख● सफलता� का; का0 जै�● ईंट का; �=वी�र ● शिंस.��सन बात्ते�स� ● भी�रता�य ल6का-काथा�ए ●हिवीश्व का; श्र+ष्ठु का��हिनय� □□

सेस्त� से�किहात्यो मण्ड� प्रकों�शनु